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खुश कर देगी गोरखपुर जंक्शन के कायाकल्प की यह तस्वीर

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रेलवे स्टेशन का अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पुनर्विकास

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खुश कर देगी गोरखपुर जंक्शन के कायाकल्प की यह तस्वीर
खुश कर देगी गोरखपुर जंक्शन के कायाकल्प की यह तस्वीर

Gorakhpur: गोरखपुर जंक्शन रेलवे स्टेशन का अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पुनर्विकास किया जा रहा है. इस योजना के अंतर्गत स्टेशन को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा, जिसमें रूफ प्लाजा, मल्टी स्टोरी बिल्डिंग, लिफ्ट, एस्केलेटर, बजट होटल, पार्किंग, सोलर प्लांट, वाटर रिसाइक्लिंग प्लांट, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट और रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम शामिल हैं.

अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत, पूर्वोत्तर रेलवे के 58 रेलवे स्टेशनों का विकास किया जा रहा है. इस योजना का उद्देश्य यात्रियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करना और आने वाली पीढ़ियों के लिए आधुनिक स्टेशन तैयार करना है.

अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत, पूर्वोत्तर रेलवे के 58 रेलवे स्टेशनों का विकास किया जा रहा

इस योजना के अंतर्गत, गोरखपुर जंक्शन रेलवे स्टेशन को एक नया रूप दिया जा रहा है. स्टेशन के पश्चिमी छोर पर एक मल्टी स्टोरी बिल्डिंग का निर्माण किया जा रहा है. इसके अलावा, एस्केलेटर के पास मुख्य बिल्डिंग के लिए फाउंडेशन का कार्य और द्वितीय प्रवेश द्वार पर नई बिल्डिंग बनाने का काम भी चल रहा है.

गोरखपुर जंक्शन के नए स्वरूप की भव्यता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि स्टेशन यार्ड और प्लेटफार्मों के ऊपर ढाई एकड़ से ज्यादा क्षेत्र में रूफ प्लाजा बनाया जा रहा है. साढ़े चार एकड़ में मुख्य भवन और डेढ़ एकड़ में उत्तरी भवन (द्वितीय प्रवेश द्वार) का निर्माण किया जा रहा है.

अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत, पूर्वोत्तर रेलवे के 58 रेलवे स्टेशनों का विकास किया जा रहा

स्टेशन पुनर्विकास के अंतर्गत कुल 14 एकड़ क्षेत्रफल का निर्माण किया जाएगा. इससे बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर पैदा होंगे. इस नए भवन में 38 लिफ्ट और 22 एस्केलेटर लगाए जाएंगे.

यात्रियों की सुविधा के लिए, गोरखपुर जंक्शन स्टेशन पर बजट होटल, कमर्शियल भवन और पार्किंग की सुविधा उपलब्ध होगी. इसके अलावा, 2,500 किलोवाट पावर क्षमता का सोलर प्लांट, वाटर रिसाइक्लिंग प्लांट, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट और रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम भी लगाया जाएगा.

यह रेलवे स्टेशन आने वाले 50 वर्षों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है. इसके आकर्षक स्वरूप में स्थानीय संस्कृतियों और आधुनिक वास्तुकला का मिश्रण देखने को मिलेगा.



Priya Srivastava

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About Author

Priya Srivastava दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय से पॉलिटिकल साइंस में परास्नातक हैं. गोगोरखपुर.कॉम के लिए इवेंट, एजुकेशन, कल्चर, रिलीजन जैसे टॉपिक कवर करती हैं. 'लिव ऐंड लेट अदर्स लिव' की फिलॉसफी में गहरा यकीन.

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