एमएमएमयूटी

एमएमएमयूटी में ‘योग साहित्य’ पर प्रदर्शनी, छात्रों ने जानी योग की ताकत

मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के केंद्रीय पुस्तकालय में योग साहित्य पर पुस्तक प्रदर्शनी का आयोजन
एमएमएमयूटी (मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय) गोरखपुर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर 'योग साहित्य: पुस्तक प्रदर्शनी' का आयोजन। योग के शारीरिक, मानसिक व आत्मिक लाभों पर बल दिया गया।

गोरखपुर: अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में, मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (MMMUT), गोरखपुर के केंद्रीय पुस्तकालय ने एक विशेष “योग साहित्य: पुस्तक प्रदर्शनी” का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ विश्वविद्यालय के कुलसचिव श्री चंद्र प्रकाश प्रियदर्शी और अध्यक्ष पुस्तकालय प्रो. एस.के. श्रीवास्तव की गरिमामयी उपस्थिति में हुआ।

योग सिर्फ शारीरिक क्रिया नहीं, मानसिक शांति का माध्यम भी: कुलसचिव

इस अवसर पर, कुलसचिव श्री चंद्र प्रकाश प्रियदर्शी ने योग से संबंधित पुस्तकों के नियमित अध्ययन की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि योग केवल एक शारीरिक क्रिया नहीं है, बल्कि यह मानसिक और आत्मिक शांति प्राप्त करने का भी एक सशक्त माध्यम है। उन्होंने सभी छात्रों और शिक्षकों से आह्वान किया कि वे योग को अपनी दैनिक दिनचर्या का अभिन्न अंग बनाएँ।

प्रदर्शनी में योग के विविध आयाम

प्रदर्शनी में योग से संबंधित विभिन्न प्रकाशकों और लेखकों द्वारा लिखी गई प्रमुख पुस्तकों को अध्ययन के लिए प्रदर्शित किया गया। इन पुस्तकों में योगासन, प्राणायाम, ध्यान, आयुर्वेद, और ‘एक धरती एक स्वास्थ्य (One Earth One Health)’ जैसे विषयों पर विस्तृत पाठ्य सामग्री बड़ी संख्या में उपलब्ध थी।

प्रदर्शनी में आए आगंतुकों, जिनमें शिक्षक और छात्र दोनों शामिल थे, ने योग से संबंधित इन महत्वपूर्ण पुस्तकों का गहन अवलोकन और अध्ययन किया। इसके अतिरिक्त, पुस्तकालय परिसर में योग की विभिन्न मुद्राओं, सूर्य नमस्कार और ‘One Earth One Health’ से जुड़े आकर्षक पोस्टर भी प्रदर्शित किए गए, जो प्रदर्शनी का विशेष आकर्षण रहे।

बड़ी संख्या में रही उपस्थिति

इस अवसर पर छात्र-क्रियाकलाप परिषद के अध्यक्ष प्रो. बी.के. पांडेय, प्रो. एस.के. श्रीवास्तव, डॉ. अभिजित मिश्र, पुस्तकालयाध्यक्ष श्री डी.एम. पांडेय, डॉ. प्रदीप मुले, श्री अरुण कुमार सिंह, डॉ. पी.के. भारती, नंद किशोर, प्रीती, अभिषेक, सुदर्शन यादव, श्रुति, उत्तम कुमार सहित अनेक शिक्षकगण, छात्र और विश्वविद्यालय के कर्मचारी उपस्थित रहे। यह आयोजन योग के प्रति जागरूकता बढ़ाने और उसके व्यापक महत्व को समझने में सहायक सिद्ध हुआ।



Priya Srivastava

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About Author

Priya Srivastava दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय से पॉलिटिकल साइंस में परास्नातक हैं. गोगोरखपुर.कॉम के लिए इवेंट, एजुकेशन, कल्चर, रिलीजन जैसे टॉपिक कवर करती हैं. 'लिव ऐंड लेट अदर्स लिव' की फिलॉसफी में गहरा यकीन.

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