गोरखपुर समाचार: राप्ती नदी भूमि विवाद के लिए त्रिस्तरीय समिति का गठन, 49 करोड़ का इकोलॉजिकल पार्क, अंतरराष्ट्रीय साइबर ठगी गिरोह का पर्दाफाश और सीएम के कार्यक्रम के लिए रूट डायवर्जन सहित गोरखपुर शहर और आसपास की सभी प्रमुख खबरें एक साथ पढ़ें।
🌳 पर्यावरण संरक्षण की दिशा में बड़ा कदम: गोरखपुर में उनचास करोड़ रुपये की लागत से बनेगा अत्याधुनिक इकोलॉजिकल पार्क
गोरखपुर: बढ़ते शहरीकरण और प्रदूषण के दौर में, गोरखपुर नगर निगम ने स्वच्छ और हरित शहर की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए महेसरा क्षेत्र में पच्चीस एकड़ भूमि पर एक इकोलॉजिकल पार्क (स्पॉन्ज पार्क) के निर्माण की योजना बनाई है। नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम के तहत इस परियोजना पर लगभग उनचास करोड़ रुपये की लागत आएगी। पार्क का मुख्य उद्देश्य शहर में कार्बन डाइऑक्साइड के स्तर को कम करना, वायु गुणवत्ता में सुधार करना, वर्षा जल का प्रभावी प्रबंधन कर भूजल स्तर को सुधारना और जैव विविधता को बढ़ावा देना है। इसमें एक नेचर ट्रेल और ओपन-एयर क्लासरूम भी बनाया जाएगा। मुख्य अभियंता अमित शर्मा के अनुसार, परियोजना के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
🚨 अंतरराष्ट्रीय साइबर ठगी गिरोह का भंडाफोड़: कमीशन विवाद के बाद पुलिस ने पांच आरोपियों को किया गिरफ्तार
गोरखपुर: गोरखपुर पुलिस ने एक अंतरराष्ट्रीय साइबर ठगी गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो विदेशी मास्टरमाइंड के लिए काम करता था। पुलिस ने गिरोह के सरगना शैलेश चौधरी सहित उसके चार अन्य साथियों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह भारत में ठगी गई रकम को म्यूल खातों में प्राप्त करता था और फिर उसे क्रिप्टोकरेंसी में बदलकर विदेश भेज देता था। मामला तब सामने आया जब गिरोह ने अपना कमीशन बढ़ाकर पच्चीस प्रतिशत कर दिया, जिससे नाराज होकर विदेश में बैठे मास्टरमाइंड ने यूके के फोन नंबरों से उन्हें धमकियां दीं। पुलिस ने अब तक सत्तर लाख चौवन हजार रुपये के संदिग्ध लेनदेन का पता लगाया है और विभिन्न खातों में नौ लाख साठ हजार रुपये फ्रीज कर दिए हैं।
🏞️ राप्ती नदी किनारे के भूमि विवादों के समाधान के लिए प्रशासन ने किया त्रिस्तरीय समिति का गठन
गोरखपुर: क्षेत्रीय स्थिरता और कृषि उत्पादकता के लिए दशकों पुराने भूमि विवादों का समाधान अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, गोरखपुर प्रशासन ने राप्ती नदी के किनारे बसे गांवों में लंबे समय से चले आ रहे सीमा विवाद को सुलझाने के लिए एक निर्णायक पहल की है। राप्ती नदी द्वारा अपना मार्ग बदलने के कारण सहजनवां और जंगल कौड़िया ब्लॉक के बाईस गांवों के किसानों के बीच लगभग सात सौ एकड़ जमीन को लेकर सीमा विवाद उत्पन्न हो गया था। प्रभावित गांवों के एक प्रतिनिधिमंडल द्वारा डीएम दीपक मीणा से मुलाकात कर सीमांकन की मांग किए जाने के बाद, डीएम के निर्देश पर इस जटिल समस्या की जांच और समाधान के लिए एक त्रिस्तरीय समिति का गठन किया गया है। इस समिति में तहसील, सर्वे और चकबंदी विभाग के राजस्वकर्मी शामिल होंगे, जो पुराने रिकॉर्ड और नक्शों के आधार पर भूमि की पैमाइश कर सीमांकन का कार्य सुनिश्चित करेंगे।
🚓 गोरखपुर जंक्शन पर बरामद निन्यानवे लाख रुपये का खुलासा: फर्जी आईएएस अधिकारी से जुड़े रिश्वत मामले का पर्दाफाश
गोरखपुर: गोरखपुर जंक्शन पर बिहार के मोकामा निवासी व्यापारी माधव मुकुंद से बरामद निन्यानवे लाख नौ हजार रुपये के मामले में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। जांच में पता चला है कि यह रकम उस दो करोड़ रुपये की रिश्वत का हिस्सा थी, जो माधव ने एक ठेका पाने के लिए एक फर्जी आईएएस अधिकारी को दी थी। जब ठेका नहीं मिला, तो उसने पैसे वापस करने का दबाव बनाया, जिसके बाद फर्जी अधिकारी ने यह आंशिक राशि लौटाई थी। आरोपी फर्जी आईएएस अपनी विश्वसनीयता बनाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की मदद से फर्जी समाचारों की कटिंग बनाकर वायरल करता था। पूछताछ के बाद माधव मुकुंद को रिहा कर दिया गया है, जबकि फर्जी आईएएस अधिकारी अब फरार है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
⚖️ फर्जी दस्तावेजों से दो पासपोर्ट बनाने का आरोप: बड़हलगंज पुलिस ने आरोपी के खिलाफ दर्ज किया मुकदमा
बड़हलगंज, गोरखपुर: पासपोर्ट धोखाधड़ी एक गंभीर अपराध है, जिसका सीधा असर राष्ट्रीय सुरक्षा और पहचान सत्यापन प्रणालियों की अखंडता पर पड़ता है। गोरखपुर के बड़हलगंज कोतवाली क्षेत्र में ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहां बैरियाखास निवासी दिलीप निषाद पर कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर दो पासपोर्ट बनवाने का आरोप है। बगहा देवार की निवासी अंजली साहनी ने एसएसपी को दिए अपने प्रार्थना पत्र में यह आरोप लगाया कि दिलीप निषाद ने अपना नाम, जन्मतिथि, हस्ताक्षर, पता और हुलिया बदलकर दो अलग-अलग पासपोर्ट बनवाए हैं, जिनका वह विदेश यात्रा के लिए उपयोग कर रहा है। शिकायत पर संज्ञान लेते हुए, एसएसपी के निर्देश के बाद बड़हलगंज पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी और पासपोर्ट अधिनियम की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। थाना प्रभारी ने बताया कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है।
💊 गोरखपुर में सत्रह लाख रुपये का अमेरिकन गांजा जब्त: पुलिस बनकर तस्करी करने वाले गिरोह का खुलासा
गोरखपुर: नशीले पदार्थों की तस्करी के खिलाफ चल रही लड़ाई में, लखनऊ में दो किलोग्राम अमेरिकन गांजे की बरामदगी के बाद हुई पूछताछ ने जांचकर्ताओं को गोरखपुर तक पहुंचा दिया। इसी सूचना के आधार पर, एएनटीएफ और कैंट पुलिस की संयुक्त टीम ने देवरिया निवासी अभिषेक यादव को गिरफ्तार किया। उसके पास से एक सौ सत्तर ग्राम अमेरिकन गांजा बरामद हुआ, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत सत्रह लाख रुपये आंकी गई है। जांच में यह भी खुलासा हुआ कि इस गिरोह का सरगना, प्रनीत तिवारी, अपनी कार में पुलिस की कैप रखकर खुद को दरोगा बताकर तस्करी को अंजाम देता था ताकि जांच से बच सके। पुलिस अब फरार सरगना की तलाश कर रही है।
‘वंदे मातरम्’ की 150वीं वर्षगांठ: राजकीय बौद्ध संग्रहालय में फोटो प्रदर्शनी; छात्रों ने जाना इतिहास
गोरखपुर: राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम्’ के एक सौ पचास वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में, गोरखपुर के राजकीय बौद्ध संग्रहालय में ‘वंदे मातरम्-भारत के स्वतंत्रता संग्राम का आह्वान’ विषय पर एक विशेष फोटो प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। सेंट्रल एकेडमी स्कूल, सर माउंट इंटरनेशनल स्कूल और एन.पी.ए.सीनियर सेकेंड्री स्कूल सहित शहर के विभिन्न स्कूलों के छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। छात्रों ने दुर्लभ तस्वीरों और कलाकृतियों के माध्यम से स्वतंत्रता संग्राम में ‘वंदे मातरम्’ की भूमिका और इसके ऐतिहासिक महत्व को समझा। यह प्रदर्शनी सात से चौदह नवंबर तक दर्शकों के लिए खुली रहेगी, जो देशभक्ति की भावना को प्रेरित करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम बनेगी।
🚧 मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के चलते सोमवार को गोरखपुर में यातायात के लिए रूट डायवर्जन लागू रहेगा
गोरखपुर: आगामी सोमवार को गोरखपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में होने वाले सामूहिक ‘वंदे मातरम्’ गायन और भाजपा की ‘एकता यात्रा’ कार्यक्रम के मद्देनजर शहर में यातायात व्यवस्था में बदलाव किया गया है। ट्रैफिक पुलिस के अनुसार, यह रूट डायवर्जन सोमवार सुबह सात बजे से कार्यक्रम की समाप्ति तक प्रभावी रहेगा। इस दौरान कई प्रमुख मार्गों पर वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित रहेगी, जिनमें शास्त्री चौराहा से कचहरी चौराहा, अग्रसेन तिराहा से टाउनहॉल और विजय चौराहा से गणेश चौराहा शामिल हैं। हालांकि, एम्बुलेंस और अन्य आपातकालीन वाहनों को इस प्रतिबंध से छूट दी गई है।
🚂 छठ महापर्व के बाद यात्रियों की वापसी: रेलवे ने देशभर के लिए दो सौ तिहत्तर विशेष ट्रेनें चलाईं
गोरखपुर: भारत में प्रमुख त्योहारों के मौसम में यात्रियों की भारी भीड़ का प्रबंधन करना भारतीय रेलवे के लिए एक बड़ी लॉजिस्टिक चुनौती होती है। इसी क्रम में, पूर्वोत्तर रेलवे ने छठ महापर्व के बाद यात्रियों की वापसी को सुगम बनाने के लिए रिकॉर्ड संख्या में पूजा विशेष ट्रेनों का संचालन करने का निर्णय लिया है। रेलवे द्वारा कुल दो सौ तिहत्तर विशेष ट्रेनें तीन हजार नौ फेरों में चलाई जा रही हैं। इसमें से, पूर्वोत्तर रेलवे के स्टेशनों से कुल एक सौ सत्तर पूजा विशेष ट्रेनें एक हजार छह सौ बारह फेरों में तथा एक सौ तीन ट्रेनें एक हजार तीन सौ सत्तानवे फेरों में होकर गुजरेंगी। गोरखपुर से या इसके माध्यम से चलने वाली कई प्रमुख ट्रेनें देश के बड़े महानगरों को जोड़ेंगी, जिनमें आनंद विहार टर्मिनल, लोकमान्य तिलक टर्मिनस, और पुणे के लिए विशेष सेवाएं शामिल हैं।


