12 साल से बंद मुंह वाली युवती का सफल ऑपरेशन, 3 घंटे में हुआ इलाज
Gorakhpur: एम्स गोरखपुर में 12 साल से बंद मुंह वाली युवती का सफल ऑपरेशन: जानें पूरी कहानी….
Gorakhpur: एम्स गोरखपुर में 12 साल से बंद मुंह वाली युवती का सफल ऑपरेशन: जानें पूरी कहानी….
ISPMMMCON 2025: एम्स गोरखपुर में प्रिसीजन मेडिसिन का पहला राष्ट्रीय सम्मेलन सफलतापूर्वक संपन्न। जानें सम्मेलन के मुख्य आकर्षण, वैज्ञानिक चर्चाएं और भविष्य की योजनाएं।
Gorakhpur: एम्स गोरखपुर में हुए एक नए शोध ने मेलाज्मा के कारणों और उसके प्रभावी इलाज को लेकर नई उम्मीद जगाई है. यह शोध त्वचा रोग विभागाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) सुनील कुमार गुप्ता के नेतृत्व में किया गया है. इस शोध में बायोकैमिस्ट्री विभाग के डॉ. शैलेंद्र द्विवेदी ने सह-अन्वेषक की भूमिका निभाई है.
Gorakhpur: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) गोरखपुर ने मानसिक रोग विभाग में इलेक्ट्रोकन्वल्सिव थेरेपी (ईसीटी) की सुविधा शुरू कर दी है. यह थेरेपी गंभीर अवसाद, आत्महत्या के विचार, सिज़ोफ्रेनिया, गंभीर मनोविकृति आदि मानसिक विकारों के इलाज में मददगार होगी.
Gorakhpur: एम्स गोरखपुर की फार्माकोलॉजी विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ. मौसुमी पाणिग्रही ने अंतर्राष्ट्रीय रोगी सुरक्षा सम्मेलन एवं फार्माकोविजिलेंस सोसायटी ऑफ इंडिया (SoPI) के 22वें वार्षिक सम्मेलन में कई पुरस्कार जीतकर संस्थान का नाम रोशन किया है. यह सम्मेलन एम्स भोपाल में आयोजित किया गया था.
Gorakhpur: एम्स गोरखपुर के डॉक्टरों ने एक बार फिर अपनी चिकित्सीय कुशलता का परिचय देते हुए 1.5 साल की बच्ची के चेहरे की जटिल प्लास्टिक सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है. देवरिया जिले की रहने वाली यह बच्ची आवारा कुत्तों के हमले का शिकार हो गई थी, जिससे उसका चेहरा बुरी तरह जख्मी हो गया था.
Gorakhpur: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) गोरखपुर के ईएनटी विभाग ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है. डॉक्टरों ने 14 घंटे की मैराथन सर्जरी में जीभ के कैंसर से पीड़ित एक मरीज को नई जिह्वा प्रदान की है. पूर्वांचल में इस तरह की जटिल सर्जरी पहली बार की गई है.
Gorakhpur: गोरखपुर एम्स के डॉक्टरों ने छह साल के एक बच्चे को नई ज़िंदगी दी है. बच्चा ‘एटिपिकल टेराटॉइड रैबडॉइड ट्यूमर’ (एटीआरटी) नामक एक दुर्लभ ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित था. यह ट्यूमर इतना दुर्लभ है कि दस लाख बच्चों में से केवल एक बच्चे को होता है.
Gorakhpur: एम्स गोरखपुर में जांच की एक नई तकनीक से मरीजों को काफी राहत मिल रही है. स्वचालित कल्चर और सेंसिटिविटी टेस्टिंग नामक इस तकनीक से सैंपल की जांच रिपोर्ट जल्दी और ज्यादा सटीक मिल रही है.
Gorakhpur: एम्स गोरखपुर में नए साल का स्वागत प्रकृति के साथ किया गया. इस अवसर पर एम्स गोरखपुर के डॉक्टरों के बच्चों ने पौधे लगाकर समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी का संदेश दिया. कार्यक्रम में भाग लेने वाले बच्चों ने अपने नाम के पौधे लगाए और “प्रकृति बचाओ, पेड़ लगाओ” का संदेश दिया. यह पहल […]
Gorakhpur AIIMS: विश्व मधुमेह दिवस के अवसर पर, एम्स गोरखपुर ने गर्भवती महिलाओं में मधुमेह (जीडीएम) के प्रबंधन पर एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किया. इस कार्यक्रम में विशेषज्ञ डॉक्टरों ने गर्भावस्था के दौरान मधुमेह के शुरुआती पता लगाने और इसके प्रभावी प्रबंधन पर चर्चा की.
Gorakhpur:”संकट से देखभाल तक-रुझान और परिवर्तन” विषय पर आयोजित सम्मेलन के दौरान, डॉ. सिंह ने परिवर्तनकारी “एक राज्य, एक स्वास्थ्य, एक आपातकाल” का कॉन्सेप्ट पेश किया, जिसमें एम्स भोपाल और एम्स गोरखपुर द्वारा की जा रही सहयोगात्मक पहलों पर प्रकाश डाला गया.
Gorakhpur: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भोपाल के कार्यकारी निदेशक प्रो. डॉ. अजय सिंह को एम्स गोरखपुर का कार्यवाहक कार्यकारी निदेशक (ईडी) बनाया गया है. उनका कार्यकाल तीन महीने निर्धारित किया गया है. इससे पहले एम्स गोरखपुर का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे एम्स पटना के कार्यकारी निदेशक व सीईओ प्रो. गोपाल कृष्ण पाल को स्वास्थ्य मंत्रालय ने पद से तत्काल प्रभाव से हटा दिया है.