Gorakhpur: एम्स गोरखपुर में जांच की एक नई तकनीक से मरीजों को काफी राहत मिल रही है. स्वचालित कल्चर और सेंसिटिविटी टेस्टिंग नामक इस तकनीक से सैंपल की जांच रिपोर्ट जल्दी और ज्यादा सटीक मिल रही है.
इस तकनीक की खासियत यह है कि इससे संक्रमण के कारणों और उनके इलाज के लिए उपयुक्त दवाओं का भी पता चलता है. इससे डॉक्टरों को मरीजों का इलाज करने में काफी मदद मिल रही है और मरीजों को जल्दी ठीक होने में भी मदद मिल रही है.
एम्स के कार्यकारी निदेशक डॉ. अजय सिंह ने बताया कि मरीजों की अच्छी सेहत हमारी प्राथमिकता है. नई तकनीक से मरीजों के इलाज में सुविधा मिली है. स्वचालित कल्चर और सेंसिटिविटी टेस्टिंग से इलाज अधिक प्रभावी हो रहा है. यह एंटीबायोटिक दवाओं के अनावश्यक उपयोग को रोकने में भी उपयोगी है.
इस तकनीक में मरीज के शरीर से सैंपल लेकर उसे स्वचालित मशीनों में जांचा जाता है. ये मशीनें सैंपल से संक्रमण के प्रकार का पता लगाने के साथ ही उस संक्रमण में सबसे कारगर दवाओं के बारे में भी बताती हैं. यह तकनीक एम्स गोरखपुर में मरीजों के लिए एक वरदान साबित हो रही है.