भारतीय रेलवे ने तत्काल टिकट बुकिंग के नियमों में बड़ा बदलाव किया है। आज से आधार OTP अनिवार्य, एजेंट्स के लिए शुरुआती 30 मिनट की पाबंदी। जानें नए नियम और उनका प्रभाव
Railway tatkal Ticket Aadhaar OTP Changes: भारतीय रेलवे ने टिकट बुकिंग प्रणाली में एक बड़ा और महत्वपूर्ण बदलाव किया है, जिसका सीधा असर तत्काल टिकट बुक करने वाले लाखों यात्रियों पर पड़ेगा। पारदर्शिता बढ़ाने और दलालों व फर्जी एजेंट्स की मनमानी पर लगाम लगाने के उद्देश्य से आज से ऑनलाइन तत्काल टिकट बुक करने के लिए आधार ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) की आवश्यकता होगी। इसके अतिरिक्त, बुकिंग शुरू होने के पहले 30 मिनट तक एसी और नॉन-एसी दोनों श्रेणियों के लिए एजेंट्स को टिकट बुक करने की अनुमति नहीं होगी।
क्यों लाए गए ये नए नियम? रेलवे ने यह कदम इसलिए उठाया है क्योंकि अक्सर देखा गया है कि तत्काल टिकट बुकिंग शुरू होते ही कुछ ही मिनटों में बिक जाते थे। इसका मुख्य कारण दलालों और फर्जी एजेंट्स द्वारा विशेष सॉफ्टवेयर या गलत तरीकों का इस्तेमाल कर बड़ी संख्या में टिकटों की बुकिंग करना था, जिससे आम यात्रियों को टिकट मिलना मुश्किल हो जाता था। नए नियमों का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि टिकट बुकिंग का अवसर केवल वास्तविक यात्रियों को मिले और किसी भी प्रकार के फर्जीवाड़े को रोका जा सके। आधार वेरिफिकेशन से यह सुनिश्चित होगा कि टिकट वही व्यक्ति बुक कर रहा है, जिसका आधार नंबर रजिस्टर्ड है।
आधार ऑथेंटिकेशन कैसे काम करेगा? यदि आप IRCTC की वेबसाइट या ऐप से तत्काल टिकट बुक कर रहे हैं, तो आपको सबसे पहले अपने आधार नंबर को अपने IRCTC अकाउंट से लिंक करना होगा। टिकट बुक करते समय आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी आएगा। इस ओटीपी को दर्ज करने के बाद ही आपकी बुकिंग कन्फर्म होगी। रेलवे स्टेशन के काउंटर पर भी यही प्रक्रिया लागू होगी, जहाँ आपको अपना आधार नंबर देना होगा और ओटीपी वेरिफाई करना होगा।
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क्या बिना आधार के टिकट बुक हो पाएगा? फिलहाल, नए नियमों के मुताबिक आधार ऑथेंटिकेशन अनिवार्य है। रेलवे द्वारा दी गई जानकारी में बिना आधार के तत्काल टिकट बुक करने का कोई अन्य तरीका नहीं बताया गया है, जिससे यह संकेत मिलता है कि आधार कार्ड न होने पर तत्काल टिकट बुक करना मुश्किल हो सकता है।
एजेंट्स के लिए शुरुआती 30 मिनट की पाबंदी क्यों? तत्काल टिकट की बुकिंग सुबह 10 बजे (एसी के लिए) और 11 बजे (नॉन-एसी के लिए) शुरू होती है। पहले इन शुरुआती मिनटों में एजेंट्स बड़ी संख्या में टिकट बुक कर लेते थे। इस नई पाबंदी से पहले 30 मिनट तक केवल आम यात्री ही टिकट बुक कर पाएंगे, जिससे उन्हें टिकट मिलने की संभावना बढ़ जाएगी। 30 मिनट के बाद, यदि कोई एजेंट टिकट बुक करता है, तो उसे भी आधार और ओटीपी वेरिफिकेशन प्रक्रिया से गुजरना होगा।
काउंटर से बुकिंग के नियम: अगर आप रेलवे स्टेशन के काउंटर से तत्काल टिकट बुक करते हैं, तो 15 जुलाई 2025 से आपको आधार नंबर देना होगा। काउंटर पर भी आपका आधार वेरिफिकेशन ओटीपी के जरिए होगा, जिसके लिए आपका मोबाइल नंबर आधार से लिंक होना अनिवार्य है। यदि आप किसी और के लिए टिकट बुक कर रहे हैं, तो भी उस यात्री का आधार नंबर और ओटीपी आवश्यक होगा।
नियम केवल तत्काल टिकट के लिए: यह स्पष्ट किया गया है कि ये नए नियम केवल तत्काल टिकट बुकिंग के लिए हैं। सामान्य टिकट या वेटिंग लिस्ट टिकट के लिए आधार ऑथेंटिकेशन की आवश्यकता नहीं बताई गई है।
किसी भी दिक्कत पर कहाँ संपर्क करें? यदि आपको टिकट बुक करने में कोई परेशानी आती है, जैसे ओटीपी न आना या आधार लिंक न होना, तो आप IRCTC हेल्पलाइन (139) पर कॉल कर सकते हैं या नजदीकी रेलवे स्टेशन के टिकट काउंटर पर मदद मांग सकते हैं। आधार से जुड़ी किसी भी दिक्कत के लिए UIDAI की हेल्पलाइन (1947) पर संपर्क किया जा सकता है।
ये नए नियम पूरे भारत में सभी रेलवे जोन में लागू होंगे, जहाँ तत्काल टिकट की सुविधा उपलब्ध है, जिससे देश भर में टिकट बुकिंग में एकरूपता और पारदर्शिता आएगी।