गोरखपुर: दीपावली का त्योहार आस्था, उल्लास और पारंपरिक धूमधाम के साथ मनाया गया। पर्व को लेकर गोरक्षनगरी में जबरदस्त उत्साह देखा गया। लोगों ने शुभ मुहूर्त में विधि-विधान से माता महालक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा-अर्चना की। अब पर्व की समाप्ति के बाद नगर निगम ने स्थापित लक्ष्मी प्रतिमाओं के विसर्जन की तैयारियां शुरू कर दी हैं।
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धनतेरस पर जबरदस्त खरीदारी, जगमग हुई गोरक्षनगरी
त्योहार से पहले ही बाजारों में खरीदारी का जबरदस्त उत्साह देखा गया। विशेष रूप से धनतेरस के दिन और त्रयोदशी तिथि में दोपहर 1:45 बजे तक बर्तन और लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियों की खूब खरीदारी हुई। दीपावली की पूर्व संध्या से ही गोरक्षनगरी दीयों और झालरों की रोशनी से जगमगा उठी। शहर के हर कोने में रोशनी का अद्भुत नजारा देखने को मिला। शहर में जगह-जगह पंडालों में भी माता महालक्ष्मी की प्रतिमाएं स्थापित की गई थीं, जिनकी दिवाली के दिन आराधना की गई।
शुभ मुहूर्त में हुई महालक्ष्मी और गणेश जी की पूजा
लोगों ने सोमवार को शाम 5:41 बजे से रात 9:06 बजे तक वृष की स्थिर लग्न और हस्त नक्षत्र के शुभ मुहूर्त में माता महालक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की। पूजन के दौरान भक्तों ने आसन पर माँ लक्ष्मी, भगवान गणेश और कुबेर की प्रतिमाएं स्थापित कीं। पूजा सामग्री में विशेष रूप से कमल का फूल, नारियल, मिठाई, अक्षत, रोली, कुमकुम, गंगाजल, पंचामृत और पान के पत्ते शामिल थे। विधि-विधान से पूजन के बाद भक्तों ने माँ लक्ष्मी की आरती कर सुख-समृद्धि की कामना की।
लक्ष्मी प्रतिमा विसर्जन के लिए 5 अस्थायी पोखरे तैयार
दीपावली पर्व संपन्न होने के बाद नगर निगम ने लक्ष्मी प्रतिमा विसर्जन की तैयारियां शुरू कर दी हैं। पर्यावरण और स्वच्छता को प्राथमिकता देते हुए नगर निगम ने शहर में पाँच अस्थायी पोखरों का निर्माण किया है। इन अस्थायी विसर्जन स्थलों में एकला बांध पर तीन, महेसरा में एक और डोमिनगढ़ में एक पोखरा शामिल है। नगर निगम के आंकड़ों के अनुसार, नगर क्षेत्र में कुल 984 लक्ष्मी प्रतिमाएं स्थापित थीं, जबकि पूरे जिले में यह संख्या 3313 तक पहुंच गई थी।
बुधवार से शुरू होगा विसर्जन, निगम की टीमें तैनात
लक्ष्मी प्रतिमाओं का विसर्जन बुधवार से शुरू हो जाएगा। इसके लिए नगर निगम की टीमें सभी विसर्जन स्थलों पर तैनात कर दी गई हैं। अपर नगर आयुक्त दुर्गेश मिश्रा के मुताबिक, विसर्जन स्थलों के आसपास साफ-सफाई, सुरक्षा व्यवस्था, पेयजल, प्रकाश व्यवस्था और प्राथमिक चिकित्सा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। अधिकारियों द्वारा पूरे कार्यक्रम की निगरानी के लिए विसर्जन स्थलों पर कैंप कार्यालय भी सक्रिय रहेगा।
नगर निगम ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे पर्यावरण और स्वच्छता बनाए रखने के लिए केवल इन्हीं निर्धारित पोखरों का उपयोग करें और प्रतिमाओं या सजावटी सामग्री को खुले जल स्रोतों में न डालें। प्रशासन का उद्देश्य है कि नागरिकों के सहयोग से यह विसर्जन शांतिपूर्ण और स्वच्छ वातावरण में संपन्न हो।