गोरखपुर: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय (DDUGU) ने एक बार फिर अपनी शैक्षणिक उत्कृष्टता का परिचय दिया है। प्रतिष्ठित नेचर इंडेक्स संस्थागत रैंकिंग 2024–25 में विश्वविद्यालय ने उत्तर प्रदेश के राज्य विश्वविद्यालयों में प्रथम स्थान प्राप्त कर शोध के क्षेत्र में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। विश्वविद्यालय ने अपने उत्कृष्ट वैज्ञानिक शोध कार्यों के बल पर यह महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है, जो उत्तर प्रदेश के लिए गौरव का विषय है।
डी.डी.यू.जी.यू. की राष्ट्रीय रैंकिंग और शानदार प्रदर्शन
गोरखपुर विश्वविद्यालय ने नेचर इंडेक्स की समग्र श्रेणी में अखिल भारतीय स्तर पर 128वीं रैंक प्राप्त की है। इसके अतिरिक्त, भौतिक विज्ञान श्रेणी में विश्वविद्यालय ने 81वां स्थान प्राप्त किया है। यह रैंकिंग विश्वविद्यालय की वैज्ञानिक शोध और नवाचार की दिशा में निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाती है। डी.डी.यू.जी.यू. का यह प्रदर्शन स्पष्ट रूप से बताता है कि उच्च गुणवत्ता वाले शोध के मामले में यह संस्थान राष्ट्रीय स्तर पर अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करा रहा है।
उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालयों की शोध में उल्लेखनीय प्रगति
नेचर इंडेक्स रैंकिंग के माध्यम से उत्तर प्रदेश ने शोध के क्षेत्र में अपनी बढ़ती ताकत का प्रदर्शन किया है। पिछले वर्ष (2023–24) नेचर इंडेक्स की समग्र सूची में उत्तर प्रदेश के केवल तीन राज्य विश्वविद्यालय शामिल थे, जिनमें दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, किंग जॉर्ज मेडिकल विश्वविद्यालय (लखनऊ) और संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (लखनऊ) थे।
राज्य विश्वविद्यालयों की संख्या में हुआ बड़ा इज़ाफ़ा
इस वर्ष (2024–25) की रैंकिंग में एक महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिला है। उच्च गुणवत्ता वाले शोध करने वाले राज्य विश्वविद्यालयों की संख्या तीन से बढ़कर आठ हो गई है। यह बढ़ती संख्या दर्शाती है कि उत्तर प्रदेश अब राष्ट्रीय स्तर पर उच्च गुणवत्ता वाले शोध के लिए तेज़ी से अग्रसर है। इस सूची में बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) जैसे केंद्रीय विश्वविद्यालय 30वीं रैंक के साथ राज्य में शीर्ष पर हैं, जबकि राज्य विश्वविद्यालयों में गोरखपुर विश्वविद्यालय ने 128वीं रैंक के साथ पहला स्थान बरक़रार रखा है।
अन्य प्रमुख राज्य विश्वविद्यालयों में डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय (रैंक 137), संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (रैंक 156), किंग जॉर्ज मेडिकल विश्वविद्यालय (रैंक 158) और वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय (रैंक 158) भी शामिल हैं।

