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डीडीयूजीयू में 2025-26 से शुरू होंगे 5 नए ऑनलाइन और कई रेगुलर कोर्स, जानें क्या होगी फीस!

डीडीयूजीयू में 2025-26 से शुरू होंगे 5 नए ऑनलाइन और कई रेगुलर कोर्स, जानें क्या होगी फीस!
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय (डीडीयूजीयू) में नए शैक्षणिक सत्र 2025-26 से 5 नए ऑनलाइन और 5 वर्षीय शिक्षक शिक्षा सहित कई रेगुलर कोर्स शुरू होंगे। फीस संरचना को स्वीकृति मिली।

गोरखपुर: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में नए शैक्षणिक सत्र 2025-26 से छात्रों को शिक्षा के अधिक विकल्प मिलने वाले हैं। कुलपति प्रो. पूनम टंडन की अध्यक्षता में हुई वित्त समिति की बैठक में आगामी सत्र से शुरू होने वाले पाँच नए ऑनलाइन पाठ्यक्रमों और कई रेगुलर कोर्सेज की फीस संरचना को स्वीकृति प्रदान कर दी गई है।

डिजिटल युग की मांग: 5 नए ऑनलाइन पाठ्यक्रम

नई शिक्षा नीति-2020 के तहत छात्रों को अधिक विकल्प देने और Gross Enrollment Ratio (GER) को बढ़ाने के उद्देश्य से विश्वविद्यालय पाँच ऑनलाइन पाठ्यक्रम शुरू कर रहा है। इन पाठ्यक्रमों में शामिल हैं:

  • बी.कॉम (ऑनर्स – 4 वर्षीय): ₹5500 प्रति सेमेस्टर, परीक्षा शुल्क ₹1500
  • बीबीए: ₹8000 प्रति सेमेस्टर, परीक्षा शुल्क ₹1500
  • एमबीए: ₹11,500 प्रति सेमेस्टर, परीक्षा शुल्क ₹1500
  • एमकॉम: ₹6500 प्रति सेमेस्टर, परीक्षा शुल्क ₹1500
  • एमए (अंग्रेज़ी): ₹6000 प्रति सेमेस्टर, परीक्षा शुल्क ₹1500

इन ऑनलाइन पाठ्यक्रमों का संचालन विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर डिस्टेंस एंड ऑनलाइन एजुकेशन के मार्गदर्शन में किया जाएगा। विश्वविद्यालय का कहना है कि छात्रों के हित को ध्यान में रखते हुए, यह फीस संरचना प्रदेश के अन्य विश्वविद्यालयों की तुलना में किफायती रखी गई है।

रेगुलर पाठ्यक्रमों में भी बड़े बदलाव: शिक्षक शिक्षा और इंजीनियरिंग के नए कोर्स

वित्त समिति की बैठक में कई नए रेगुलर पाठ्यक्रमों की फीस को भी स्वीकृति मिली है:

  • पाँच वर्षीय शिक्षक शिक्षा पाठ्यक्रम: विश्वविद्यालय में पहली बार बीए-बीएड, बीएससी-बीएड और बीकॉम-बीएड जैसे पाँच वर्षीय एकीकृत शिक्षक शिक्षा पाठ्यक्रम शुरू करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है।
  • इंजीनियरिंग एवं वाणिज्य संकाय: इन दोनों संकायों में कुल पाँच नए पाठ्यक्रम शुरू होंगे। इन सभी पाठ्यक्रमों की फीस ₹25,000 प्रति सेमेस्टर निर्धारित की गई है। प्रायोगिक विषयों के लिए ₹5000 प्रतिवर्ष अतिरिक्त देय होगा।
  • मास्टर ऑफ होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिंग टेक्नोलॉजी: वाणिज्य संकाय द्वारा यह पाठ्यक्रम भी आगामी सत्र से शुरू किया जाएगा, जिसकी फीस को भी बैठक में अनुमोदन प्राप्त हुआ।
  • विज्ञान संकाय: स्ववित्तपोषित मोड में बीएससी (जूलॉजी, बॉटनी और मनोविज्ञान) पाठ्यक्रमों की शुरुआत भी की जा रही है।

गुणवत्तापूर्ण और सुलभ शिक्षा की ओर अग्रसर गोरखपुर विश्वविद्यालय

वित्त समिति की बैठक के बाद कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने कहा, “गोरखपुर विश्वविद्यालय गुणवत्तापरक, सुलभ और समावेशी शिक्षा की दिशा में लगातार अग्रसर है। ऑनलाइन पाठ्यक्रमों की शुरुआत डिजिटल युग की मांग है और यह हमें अधिक से अधिक छात्रों तक पहुंचने में सक्षम बनाएगा। वित्त समिति द्वारा स्वीकृत फीस संरचना को छात्रों के हित में संतुलित और व्यावहारिक रखा गया है, जिससे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को सभी के लिए सुलभ बनाया जा सके।”

यह कदम गोरखपुर विश्वविद्यालय को आधुनिक शिक्षा प्रणाली के अनुरूप ढालने और छात्रों को बेहतर भविष्य के अवसर प्रदान करने में महत्वपूर्ण साबित होगा।



गो गोरखपुर ब्यूरो

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