गोरखपुर में एक रिटायर्ड शिक्षक के खाते से बिना OTP पूछे 20 हजार रुपये निकाले गए। जानें कैसे साइबर ठगों ने किया यह खेल और बैंक ने क्यों कहा कि उनके पास इसे रोकने का कोई तरीका नहीं है।
गोरखपुर: सरदारनगर में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक सेवानिवृत्त शिक्षक के बैंक खाते से बिना किसी OTP के 20 हजार रुपये निकाल लिए गए। इस घटना ने एक बार फिर साइबर सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पीड़ित शिक्षक का आरोप है कि उनके मोबाइल पर OTP तो आया, लेकिन उन्होंने इसे किसी से साझा नहीं किया, फिर भी उनके खाते से पैसे निकल गए। यह मामला दर्शाता है कि अब साइबर ठगों ने धोखाधड़ी के नए और अधिक खतरनाक तरीके अपना लिए हैं।
साइबर ठगों का नया तरीका, बिना OTP के उड़ाए पैसे
यह घटना 25 अगस्त की रात की है। सरदारनगर के रहने वाले सेवानिवृत्त शिक्षक राम सागर पांडेय के खाते से दो बार में 20 हजार रुपये निकाले गए। जब उन्हें अपने मोबाइल पर लेनदेन का मैसेज मिला तो वह चौंक गए। उन्होंने तुरंत बैंक से संपर्क किया, लेकिन उन्हें बताया गया कि उनके खाते को हैक कर लिया गया है। चौंकाने वाली बात यह है कि पैसे निकालने का कोई UTR (Unique Transaction Reference) नंबर भी नहीं मिला, जिससे यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि पैसे कहां गए। पुलिस ने बताया कि पैसे “आईएनबी ब्लिंक कॉमर्स लिमिटेड” में नेटबैंकिंग के माध्यम से ट्रांसफर किए गए हैं।
बैंक के पास भी नहीं है बचाव का तरीका
इस घटना के बाद जब पीड़ित शिक्षक ने एसबीआई शाखा के प्रबंधक रोहित तिवारी से बात की, तो बैंक का जवाब और भी चिंताजनक था। प्रबंधक ने स्वीकार किया कि अकाउंट हैक करके धोखाधड़ी की घटनाएं हो रही हैं, लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि उन्होंने कहा कि “इसे रोकने के लिए बैंक के पास अभी कोई सॉफ्टवेयर नहीं है।” उन्होंने ग्राहकों को खुद ही सतर्क रहने की सलाह दी। बैंक का यह बयान बताता है कि इस तरह की उन्नत साइबर धोखाधड़ी को रोकने के लिए वित्तीय संस्थानों के पास पर्याप्त तंत्र की कमी है।
पुलिस ने शुरू की जांच, ग्राहक रहें सावधान
राम सागर पांडेय ने इस मामले की शिकायत चौरीचौरा थाने में दर्ज कराई है। पुलिस ने साइबर सेल की मदद से जांच शुरू कर दी है। यह घटना साइबर सुरक्षा के पारंपरिक तरीकों पर एक बड़ा प्रहार है, जहां OTP को ही सबसे सुरक्षित माना जाता था। अब जबकि ठग बिना OTP के भी खाते खाली कर रहे हैं, ग्राहकों को और भी अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है। बैंकों को भी अपनी सुरक्षा प्रणालियों को मजबूत करना होगा ताकि ग्राहकों के पैसे सुरक्षित रह सकें।
सरदारनगर एसबीआई के शाखा प्रबंधक रोहित तिवारी ने कहा, “अकाउंट को हैक कर फ्रॉड की घटनाएं होती हैं। इसे रोकने के लिए बैंक के पास अभी कोई सॉफ्टवेयर नहीं है। ग्राहकों को खुद सतर्क रहना पड़ेगा। किसी भी अनजान व्यक्ति को ग्राहक बैंक खाते का डिटेल, लिंक या अन्य साइट पर डिटेल देने से बचना चाहिए।”