गांव-देस
‘थूकल बरी, पिछवारे धरी…’ भोजपुरी की इस कहावत का क्या...
देसज भाषा में बोला जाने वाला एक ज़बरदस्त मुहावरा। क्या अर्थ होगा, कोई बता सकेगा?