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पूर्वी यूपी को मिली बड़ी सौगात, एम्स गोरखपुर में न्यूरोसर्जरी और सीटीवीएस समेत 13 नए विशेषज्ञ

गोरखपुर एम्स
एम्स गोरखपुर ने सुपर-स्पेशियलिटी सेवाओं के विस्तार के लिए 13 नए फैकल्टी सदस्यों की नियुक्ति की है। न्यूरोसर्जरी, सीटीवीएस और न्यूरोलॉजी जैसे विभागों में विशेषज्ञ मिलने से अब पूर्वी यूपी के मरीजों को इलाज के लिए महानगरों का रुख नहीं करना पड़ेगा। जानें इस ऐतिहासिक कदम के बारे में।

गोरखपुर: एम्स गोरखपुर ने सुपर-स्पेशियलिटी स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार की दिशा में एक बड़ा और ऐतिहासिक कदम उठाया है। 29 और 30 अगस्त 2025 को आयोजित साक्षात्कारों के बाद, संस्थान ने विभिन्न विभागों में 13 योग्य और अनुभवी संकाय सदस्यों (फैकल्टी) का चयन किया है। इन नई नियुक्तियों से पूर्वी उत्तर प्रदेश और आस-पास के क्षेत्रों के मरीजों को अब स्थानीय स्तर पर ही उन्नत और जटिल स्वास्थ्य सेवाएँ मिल सकेंगी, जिससे उन्हें इलाज के लिए बड़े महानगरों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।

प्रमुख विभागों में नई नियुक्तियाँ

इन नियुक्तियों में कई महत्वपूर्ण विभाग शामिल हैं जो मरीजों के लिए अत्यधिक लाभकारी होंगे। न्यूरोसर्जरी में 3, कार्डियोथोरेसिक और वैस्कुलर सर्जरी (CTVS) में 2, और न्यूरोलॉजी, रेडियोलॉजी, एंडोक्रिनोलॉजी, जनरल मेडिसिन, पीडियाट्रिक सर्जरी, सर्जिकल गैस्ट्रोएंटरोलॉजी और सर्जिकल ऑन्कोलॉजी में 1-1 संकाय सदस्य का चयन किया गया है। विशेष रूप से सीटीवीएस विभाग की स्थापना को अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि इससे जटिल हृदय और रक्त वाहिका संबंधी सर्जरी अब एम्स गोरखपुर में ही संभव हो पाएंगी।

कार्यकारी निदेशक का विजन और नेतृत्व

यह उपलब्धि कार्यकारी निदेशक मेजर जनरल (डॉ.) विभा दत्ता, एस.एम. (सेवानिवृत्त) के निरंतर मार्गदर्शन और दूरदर्शिता का परिणाम है। डॉ. दत्ता ने संस्थान में सुपर-स्पेशियलिटी सेवाओं की मजबूत नींव रखने में विशेष प्रतिबद्धता और गहरी रुचि दिखाई है। उनके अथक प्रयासों और सकारात्मक दृष्टिकोण ने एम्स गोरखपुर को गुणवत्तापूर्ण और सुलभ स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में एक नए मुकाम तक पहुँचाया है। उनकी नेतृत्व क्षमता ने संस्थान को क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर एक उत्कृष्ट चिकित्सा केंद्र के रूप में स्थापित करने का मार्ग प्रशस्त किया है।

पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए मील का पत्थर

एम्स गोरखपुर का यह कदम न केवल संस्थान के लिए, बल्कि पूरे पूर्वी उत्तर प्रदेश और पड़ोसी राज्यों के लिए भी एक मील का पत्थर साबित होगा। मरीजों को अब हृदय शल्य चिकित्सा और अन्य जटिल उपचारों के लिए दिल्ली या मुंबई जैसे शहरों की यात्रा नहीं करनी पड़ेगी। इससे समय, धन और ऊर्जा की बचत होगी, और वे अपने घर के करीब ही विश्वस्तरीय इलाज प्राप्त कर सकेंगे। यह पहल एम्स गोरखपुर को एक सशक्त और उत्कृष्ट चिकित्सा केंद्र के रूप में स्थापित करती है।

एम्स गोरखपुर की नई नियुक्तियाँ

  • कुल चयनित फैकल्टी: 13
  • सर्वाधिक नियुक्ति: न्यूरोसर्जरी (3)
  • महत्वपूर्ण विभागों में नियुक्ति:
    • सीटीवीएस (हृदय सर्जरी) – 2
    • न्यूरोलॉजी – 1
    • रेडियोलॉजी – 1
    • एंडोक्रिनोलॉजी – 1
    • जनरल मेडिसिन – 1
    • पीडियाट्रिक सर्जरी – 1
    • सर्जिकल गैस्ट्रोएंटरोलॉजी – 1
    • सर्जिकल ऑन्कोलॉजी – 1
  • मुख्य लाभ:
    • स्थानीय स्तर पर सुपर-स्पेशियलिटी सेवाएं
    • महानगरों पर निर्भरता कम
    • जटिल हृदय सर्जरी की सुविधा
    • क्षेत्रीय चिकित्सा केंद्र के रूप में पहचान

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गो गोरखपुर ब्यूरो

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