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गोरखपुर विकास प्राधिकरण (GDA) ने ₹28 करोड़ की 140 अवैध कॉलोनियों पर की बड़ी कार्रवाई
गोरखपुर: गोरखपुर विकास प्राधिकरण (GDA) ने शहर में चल रहे अवैध निर्माणों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। प्राधिकरण ने लगभग ₹28 करोड़ मूल्य की 140 अवैध कॉलोनियों को सील कर दिया है और उनके निर्माण कार्य को रोक दिया है। इस कार्रवाई का उद्देश्य अनियोजित विकास पर लगाम लगाना और सुनिश्चित करना है कि शहर का विकास स्वीकृत महायोजना के अनुसार हो। GDA ने भूखंडों की बिक्री करने वाले 120 लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की है, जिससे निवेशकों को सुरक्षित और वैध संपत्ति खरीदने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके।
₹10 करोड़ की लागत से बना पिपरौली राजकीय आईटीआई तैयार, कौशल विकास को मिलेगा बढ़ावा
गोरखपुर: पिपरौली ब्लॉक के नरकटा गांव में पावर ग्रिड कॉरपोरेशन द्वारा लगभग ₹10 करोड़ की लागत से निर्मित राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (ITI) अब युवाओं को तकनीकी कौशल प्रदान करने के लिए तैयार है। इस संस्थान का लोकार्पण 9 दिसंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कर सकते हैं। यह आईटीआई प्रदेश का पहला संस्थान होगा जहां प्लंबर ट्रेड का भी प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे प्रशिक्षित युवाओं को जल विद्युत परियोजनाओं सहित अन्य क्षेत्रों में रोजगार के अवसर मिलेंगे।
शहर का विस्तार: पीपीगंज समेत 177 वर्ग किमी के लिए बनेगी नई महायोजना
गोरखपुर: गोरखपुर विकास प्राधिकरण (GDA) ने भारत सरकार की अमृत 2.0 योजना के तहत अपनी सीमा का विस्तार करते हुए पीपीगंज नगर पंचायत और आसपास के 177 वर्ग किलोमीटर के अधिसूचित क्षेत्र के लिए एक नई महायोजना (मास्टर प्लान) तैयार करने को मंजूरी दी है। इस योजना का लक्ष्य इस क्षेत्र का सु-नियोजित विकास सुनिश्चित करना है, जिसमें भविष्य की जनसंख्या वृद्धि, भूमि उपयोग, सड़क नेटवर्क और सार्वजनिक सुविधाओं की वैज्ञानिक ढंग से योजना बनाई जाएगी।
गीडा में औद्योगिक प्रदूषण पर लगेगी लगाम, 57 करोड़ रुपये के कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (CETP) को मंजूरी
गोरखपुर: गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (GIDA) में औद्योगिक प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए लंबे समय से अपेक्षित कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (CETP) के निर्माण को राज्य स्वच्छ गंगा मिशन से सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई है। ₹57 करोड़ की लागत से बनने वाले इस प्लांट की क्षमता 4 मिलियन लीटर प्रति दिन होगी। यह प्लांट औद्योगिक इकाइयों से निकलने वाले अपशिष्ट जल का उपचार करेगा, जिससे आमी नदी में होने वाले प्रदूषण को कम करने और भूजल की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद मिलेगी।
सुथनी में बनेगा इंटीग्रेटेड गार्बेज सिटी: ई-कचरा और बायो-मेडिकल वेस्ट का होगा वैज्ञानिक निस्तारण
गोरखपुर: नगर निगम सुथनी में 40 एकड़ भूमि पर एक इंटीग्रेटेड गार्बेज सिटी विकसित करने की योजना बना रहा है। इस सुविधा में बायो-मेडिकल वेस्ट, ई-कचरा और पुराने खराब टायरों का वैज्ञानिक तरीके से निस्तारण किया जाएगा। यहां एक आधुनिक कॉमन बायो मेडिकल वेस्ट प्रोसेसिंग फैसिलिटी सेंटर स्थापित होगा, जिससे जिले के 650 से अधिक अस्पतालों के कचरे का सुरक्षित निपटान हो सकेगा। इसके अतिरिक्त, टायर वेस्ट-टू-एनर्जी और ई-वेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट भी स्थापित किए जाएंगे।
ई-मोबिलिटी को बढ़ावा: शहर में लगेंगे सात नए ई-वी चार्जिंग स्टेशन
गोरखपुर: शहर में इलेक्ट्रिक वाहनों (ई-वी) को बढ़ावा देने के लिए नगर निगम ने सात स्थानों पर ई-वी चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। टाटा पावर द्वारा एयरपोर्ट, मल्टीलेवल पार्किंग और गोरखनाथ मंदिर रोड जैसे प्रमुख स्थानों पर ये स्टेशन लगाए जाएंगे। इस साझेदारी के तहत, नगर निगम को प्रति यूनिट ₹1 और कंपनी द्वारा विज्ञापन से होने वाली कमाई का 30% हिस्सा प्राप्त होगा, जिससे पर्यावरण-अनुकूल परिवहन प्रणाली को प्रोत्साहन मिलेगा।
आयुष विश्वविद्यालय में बनेगी नई फार्मेसी, औषधि उत्पादन में बढ़ेगी आत्मनिर्भरता और रोजगार
गोरखपुर: महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय में औषधियों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए एक अत्याधुनिक फार्मेसी स्थापित करने की तैयारी है। वर्तमान में ओपीडी में प्रतिदिन लगभग 1,200 रोगी आते हैं, जिससे मधुमेहारी और त्रिफला चूर्ण जैसी औषधियों की खपत बढ़ गई है। नई फार्मेसी की स्थापना से विश्वविद्यालय औषधि उत्पादन में आत्मनिर्भर बनेगा और इससे 500 से अधिक लोगों के लिए रोजगार के अवसर सृजित होने की संभावना है।
आयुष विश्वविद्यालय में सफल सर्जरी से बढ़ा मरीजों का विश्वास
गोरखपुर: महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय में ऑपरेशन थियेटर की शुरुआत के बाद से सर्जरी कराने वाले मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। 15 अक्टूबर को शल्य चिकित्सा कक्ष के शुभारंभ के बाद, पहले दिन 3 और दूसरे सप्ताह में 10 मरीजों का सफल ऑपरेशन किया गया। यह वृद्धि पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों में लोगों के बढ़ते विश्वास और विश्वविद्यालय द्वारा गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने की सफलता को दर्शाती है।
एक जिला एक उत्पाद (ODOP) योजना से टेराकोटा कला को लगे पंख, गुजरात और कर्नाटक से मिल रहे बड़े ऑर्डर
गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल और एक जिला एक उत्पाद (ODOP) योजना के तहत गोरखपुर की विश्व प्रसिद्ध टेराकोटा कला की मांग देश के अन्य हिस्सों में भी तेजी से बढ़ रही है। स्थानीय शिल्पकारों को गुजरात के अहमदाबाद और कर्नाटक के मैसूर जैसे शहरों से बड़े ऑर्डर मिल रहे हैं। मैसूर के पार्कों और होटलों की सजावट के लिए साढ़े तीन फीट ऊंचे हाथी और घोड़े की कलाकृतियां तैयार की जा रही हैं, जिससे स्थानीय शिल्पकारों का कारोबार बढ़ा है।
गोरखपुर में पचास हजार से अधिक अपरिचित चेहरे, प्रशासन की चिंता बढ़ी
गोरखपुर: गोरखपुर शहर में बाहरी और अपरिचित लोगों की संख्या 50 हजार से अधिक हो गई है, जिससे सामाजिक और सुरक्षा संबंधी चिंताएं बढ़ गई हैं। ये लोग इंद्रानगर, हार्बर्ट बंधे और रामगढ़ताल जैसे इलाकों में झुग्गी-झोपड़ियां बनाकर रह रहे हैं। इनके पास कोलकाता और असम जैसे राज्यों के आधार कार्ड हैं, लेकिन गोरखपुर का कोई स्थानीय पहचान पत्र नहीं है। स्थानीय प्रशासन द्वारा इनका सत्यापन नहीं किया गया है, जिससे रोहिंग्या होने की भी आशंका जताई जा रही है।
गोरखपुर विकास प्राधिकरण (GDA) में ग्रुप ‘डी’ कर्मचारियों को ग्रुप ‘सी’ में पदोन्नति के अवसर
गोरखपुर: पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्यालय गोरखपुर में कार्यरत ग्रुप ‘डी’ के कर्मचारियों को अब ग्रुप ‘सी’ में लिपिक बनने का अवसर मिलेगा। रेलवे प्रशासन ने विभागीय पदोन्नति परीक्षा के माध्यम से सफाईकर्मी, खलासी और कार्यालय सहायक जैसे चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को अवर लिपिक के पद पर पदोन्नत करने के लिए अधिसूचना जारी की है। इस पहल से योग्य कर्मचारियों को अपने करियर में आगे बढ़ने का मौका मिलेगा।
तकनीकी बदलाव की चुनौती: स्मार्ट मीटर से ‘विद्युत सखियों’ के रोजगार पर संकट
गोरखपुर: स्मार्ट प्रीपेड बिजली मीटरों के लगने से राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत कार्यरत ‘विद्युत सखियों’ के रोजगार पर संकट मंडरा रहा है। ये महिलाएं घर-घर जाकर बिजली बिल जमा कराती थीं और कमीशन से कमाई करती थीं। स्मार्ट मीटर लगने से बिल संग्रह का काम खत्म हो जाएगा। शासन स्तर पर इन महिलाओं के लिए वैकल्पिक व्यवस्था पर विचार किया जा रहा है, जैसे प्रीपेड मीटर रिचार्ज के माध्यम से कमाई का अवसर देना।
दीन दयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय में परीक्षा शुचिता हेतु कड़े नियम: मोबाइल पाए जाने पर परीक्षा निरस्त
गोरखपुर: दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय ने परीक्षाओं को निष्पक्ष रूप से संचालित करने के लिए एक कड़ा कदम उठाया है। परीक्षा नियंत्रक कार्यालय ने आदेश दिया है कि परीक्षा ड्यूटी के दौरान किसी भी कक्ष निरीक्षक या पर्यवेक्षक के पास मोबाइल फोन या अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण पाए जाने पर उस केंद्र की उस दिन की परीक्षा तत्काल निरस्त कर दी जाएगी। यह निर्णय ऑनलाइन निगरानी के दौरान कुछ शिक्षकों द्वारा नियमों का उल्लंघन करते पाए जाने के बाद लिया गया।
स्कूली ड्रापआउट दर कम करने के लिए शिक्षा विभाग की सख्त निगरानी
गोरखपुर: शिक्षा विभाग ने विद्यालयों में छात्रों की ड्रापआउट दर को कम करने के लिए एक नई रणनीति लागू की है। इसके तहत, पांचवीं, आठवीं और दसवीं कक्षा के बाद छात्रों की सख्ती से निगरानी की जाएगी। शिक्षकों और प्रधानाध्याध्यापकों को यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी दी गई है कि कोई भी छात्र बीच में पढ़ाई न छोड़े और शत-प्रतिशत नामांकन बना रहे। शिक्षकों को छात्रों और अभिभावकों से निरंतर संवाद स्थापित करने के निर्देश दिए गए हैं।
उड़ानों में देरी और रद्दीकरण का सिलसिला जारी, यात्रियों की परेशानी बरकरार
गोरखपुर: इंडिगो की उड़ानों में देरी और रद्दीकरण का सिलसिला शनिवार को भी जारी रहा, जिससे यात्रियों की परेशानी बनी रही। दिल्ली, कोलकाता, बेंगलुरु और मुंबई की उड़ानें विलंब से पहुंचीं, जबकि हैदराबाद की उड़ान को परिचालन कारणों से रद्द कर दिया गया। इस अनिश्चितता के कारण यात्री दिनभर तनाव में रहे। हैदराबाद की उड़ान रद्द होने से कनेक्टिंग फ्लाइट वाले यात्री सबसे अधिक प्रभावित हुए।
इंडिगो संकट के बीच रेलवे ने चलाईं विशेष क्लोन ट्रेनें
गोरखपुर: हवाई यात्रियों की बढ़ती परेशानियों को देखते हुए रेलवे ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। रेलवे बोर्ड और एयरपोर्ट अथॉरिटी की पहल पर पूर्वोत्तर रेलवे ने गोरखपुर से दिल्ली और मुंबई के लिए विशेष क्लोन ट्रेनें चलाने की घोषणा की है। गोरखपुर से आनंदविहार, दिल्ली के लिए 7 और 8 दिसंबर को, तथा लोकमान्य तिलक टर्मिनस, मुंबई के लिए 7 दिसंबर को स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी।
‘ऑन डिमांड’ क्लोन ट्रेनों की भारी मांग, तत्काल यात्रा की आवश्यकता उजागर
गोरखपुर: ‘ऑन डिमांड ट्रेन’ के रूप में चलाई गई क्लोन ट्रेनों को भी यात्रियों की भारी मांग का सामना करना पड़ रहा है। रविवार को आनंदविहार जाने वाली क्लोन एक्सप्रेस में बुकिंग शुरू होते ही उनतीस की वेटिंग लिस्ट लग गई। वहीं, नियमित ट्रेनों जैसे गोरखधाम एक्सप्रेस में वातानुकूलित तृतीय श्रेणी में दो सौ पचास की वेटिंग लिस्ट है, जो यात्रियों की तत्काल यात्रा की आवश्यकता को दर्शाता है।
ठंड और कोहरे से ट्रेनों की रफ्तार पर असर, लेटलतीफी बढ़ने की आशंका
गोरखपुर: दिल्ली रूट पर चलने वाली गोरखधाम और वैशाली एक्सप्रेस जैसी महत्वपूर्ण सुपरफास्ट ट्रेनों की रफ्तार भी प्रभावित हुई है। गोरखधाम एक्सप्रेस सात घंटे और वैशाली एक्सप्रेस आठ घंटे की देरी से दिल्ली पहुंची। ठंड बढ़ने के साथ यह समस्या और गंभीर होने की आशंका है, क्योंकि रेलवे प्रशासन ने कोहरे में ट्रेनों की गति को नियंत्रित करने का निर्णय लिया है। फाग सेफ डिवाइस वाली ट्रेनें अधिकतम 75 किमी/घंटा और बिना डिवाइस वाली ट्रेनें 60 किमी/घंटा की गति से चलेंगी, जिससे विलंब और बढ़ेगा।
प्रमुख ट्रेनों में घंटों की देरी, यात्री स्टेशन पर रात गुजारने को मजबूर
गोरखपुर: रेल नेटवर्क पर दबाव और अन्य कारणों से प्रमुख ट्रेनें भी अत्यधिक देरी से चल रही हैं। बठिंडा-नई दिल्ली-गोरखपुर गोरखधाम एक्सप्रेस शुक्रवार को आठ घंटे की देरी से गोरखपुर पहुंची। इसी तरह, आजमगढ़ से लोकमान्य तिलक टर्मिनस जाने वाली एलटीटी एक्सप्रेस पांच घंटे की देरी से रवाना हुई। इन ट्रेनों की लगातार देरी के कारण यात्रियों को, विशेषकर एलटीटी एक्सप्रेस के यात्रियों को, गोरखपुर जंक्शन पर रात गुजारने जैसी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
आरक्षित टिकटों की कमी से जनरल कोचों में भारी भीड़ और धक्का-मुक्की
गोरखपुर: आरक्षित टिकटों की अनुपलब्धता के कारण यात्री जनरल कोचों की ओर रुख कर रहे हैं, जिससे इन कोचों पर अत्यधिक दबाव बढ़ गया है। गोरखधाम एक्सप्रेस में सीट पाने के लिए प्लेटफॉर्म संख्या 9 पर यात्रियों की लंबी कतारें देखी गईं। जनरल बोगियों में पैर रखने तक की जगह नहीं थी और लोग गैलरी तथा गेट पर खड़े होकर यात्रा करने को मजबूर हुए, जिससे यह यात्रा न केवल असुविधाजनक बल्कि असुरक्षित भी हो गई।
निर्माण कार्य के कारण गोरखपुर-वाराणसी रूट पर कई ट्रेनें निरस्त
गोरखपुर: वाराणसी मंडल के मऊ-पिपरी डीह-दुल्लहपुर एवं मऊ-खुरहट खंडों के बीच चल रहे निर्माण कार्य के कारण गोरखपुर-वाराणसी रूट पर दर्जनों ट्रेनों का संचालन प्रभावित हुआ है। 6 से 19 दिसंबर तक गोरखपुर कैंट-वाराणसी सिटी एक्सप्रेस निरस्त रहेगी। इसके अतिरिक्त, कई अन्य ट्रेनों को आंशिक रूप से रद्द किया गया है या उनके मार्ग में परिवर्तन किया गया है।
कोहरे में ट्रेनों की सुरक्षा के लिए रेलवे अपना रहा ‘कवच’ प्रणाली
गोरखपुर: सर्दियों में कोहरे के कारण होने वाली देरी और दुर्घटनाओं को रोकने के लिए रेलवे ‘कवच’ प्रणाली को अपना रहा है। यह एक स्वदेशी ऑटोमेटिक ट्रेन प्रोटेक्शन सिस्टम है जो ऑटोमेटिक ब्लॉक सिग्नल प्रणाली के साथ मिलकर काम करता है। यह प्रणाली इंजन, पटरियों और सिग्नलों पर लगाई जाएगी। यदि कोई ट्रेन रेड सिग्नल पार करती है या एक ही ट्रैक पर दूसरी ट्रेन आ जाती है, तो ‘कवच’ सिस्टम स्वचालित रूप से इमरजेंसी ब्रेक लगा देगा, जिससे ट्रेनों का संचालन सुरक्षित और निर्बाध होगा।
घोषीपुरवा दोहरा हत्याकांड: करीबी रिश्तेदार ही निकला लूट के इरादे से हत्यारा
गोरखपुर: घोषीपुरवा में हुए मां-बेटी के दोहरे हत्याकांड का पुलिस ने 11 दिनों के बाद खुलासा कर दिया। हत्यारा कोई और नहीं, बल्कि परिवार का करीबी, एक रेलवे कर्मचारी का बेटा रजत था। उसने लूट के इरादे से इस वारदात को अंजाम दिया। घटना की रात उसने मृतका विमला और उसकी मां शांति देवी को शराब पिलाई और फिर नशे की हालत में हथौड़े से वार कर उनकी हत्या कर दी। उसने घर से लगभग साढ़े चार लाख रुपये नकद और सोने का ब्रेसलेट लूटा।
जांच में यह भी सामने आया कि रजत ने अपनी बुआ और दादी की हत्या प्रेमिका के महंगे शौक पूरे करने और उसके पिता का कर्ज चुकाने के लिए की थी। उसने लूट के पैसों से प्रेमिका को डेढ़ लाख का मोबाइल फोन खरीदकर दिया और ₹2 लाख उसके पिता को दिए। जांच के दौरान रजत के मोबाइल फोन से मिला एक वीडियो निर्णायक सबूत बना, जिसमें वह हत्या की रात लूटे गए गहनों और नकदी के साथ दिख रहा था।
पारिवारिक कलह की भेंट चढ़ी दो जिंदगियां, देवर ने गर्भवती भाभी की चाकू मारकर की हत्या
गोरखपुर: विशुनपुरा थाना क्षेत्र के बैकुंठपुर कोठी गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहाँ एक देवर ने कहासुनी के बाद अपनी आठ माह की गर्भवती भाभी रिंकी की चाकू मारकर हत्या कर दी। इस हमले में रिंकी और उसके गर्भ में पल रहे बच्चे, दोनों की मौत हो गई। घटना के बाद परिवार के सभी पुरुष सदस्य मौके से फरार हो गए। पुलिस ने मृतका की सास और ननद को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
आरपीएफ भर्ती घोटाला: फर्जी दस्तावेज के साथ दो युवतियां गिरफ्तार, अंतरराज्यीय गिरोह पर पुलिस की नजर
गोरखपुर: आरपीएफ आरक्षी भर्ती प्रक्रिया में फर्जी दस्तावेजों के साथ हरियाणा की रहने वाली दो युवतियों के पकड़े जाने के बाद पुलिस एक बड़े अंतरराज्यीय गिरोह की संलिप्तता की जांच कर रही है। ये युवतियां लिखित परीक्षा में फेल हो गई थीं, लेकिन उन्होंने पास होने के फर्जी प्रमाण पत्र बनवाकर शारीरिक परीक्षा और दस्तावेज़ सत्यापन के लिए पहुंची थीं। पुलिस को संदेह है कि यह गिरोह हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और दिल्ली में सक्रिय है।
भूमि धोखाधड़ी का नया तरीका: मृत व्यक्तियों को ‘जीवित’ दिखाकर हड़पी जमीन, 5 पर केस
गोरखपुर: एक चौंकाने वाले भूमि धोखाधड़ी मामले में, राजस्व निरीक्षक और एसडीएम सदर कार्यालय के पेशकार सहित पांच लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। इन पर आरोप है कि उन्होंने लगभग दस वर्ष पहले मर चुके दो व्यक्तियों को जीवित दिखाकर उनके नाम से नोटिस जारी कराया और भूमि हड़पने की साजिश रची। न्यायालय के आदेश पर कैंट थाना पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
बढ़ती भीड़ के बीच लूटपाट का खतरा, जीआरपी की नई पिकेट रणनीति
गोरkhपुर: ठंड के मौसम में ट्रेनों की गति धीमी होने का फायदा उठाकर लूटपाट करने वाले गिरोहों पर नकेल कसने के लिए रेलवे पुलिस ने एक निवारक रणनीति अपनाई है। एसपी रेलवे ने निर्देश दिया है कि जिन संवेदनशील स्थानों पर ट्रेनें धीमी होती हैं, वहां जीआरपी पिकेट तैनात की जाएगी। यह कदम उन घटनाओं को रोकने के लिए उठाया गया है, जिनमें अपराधी धीमी गति से चल रही ट्रेनों में गेट पर खड़े यात्रियों से उनके मोबाइल फोन और अन्य कीमती सामान छीन लेते हैं।
फोन पर तीन तलाक के बाद पूर्व पत्नी से मारपीट, चार पर केस
गोरखपुर: घरेलू हिंसा के एक मामले में, एक व्यक्ति ने अपनी पूर्व पत्नी के साथ मारपीट की, जिसे वह पहले फोन पर तीन तलाक दे चुका था। पीड़िता जब सब्जी खरीदने बाजार जा रही थी, तभी उसके पूर्व पति कामरान ने उसे रास्ते में रोककर पीटा। पीड़िता की शिकायत पर कैंट पुलिस ने पूर्व पति और उसके तीन परिजनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पीड़िता का आरोप है कि उसका पति शादी के बाद से ही उसे प्रताड़ित कर रहा था।
वीडियो बनाकर किशोर से यौन शोषण, चार युवकों पर आरोप
गोरखपुर: गुलरिहा थाना क्षेत्र में एक किशोर के यौन शोषण का गंभीर मामला सामने आया है। एक युवक ने किशोर के साथ कुकर्म कर उसका वीडियो बना लिया। बाद में, उसने यह वीडियो गांव के तीन अन्य युवकों को दे दिया, जिन्होंने वीडियो दिखाकर किशोर के साथ बार-बार कुकर्म किया। दस दिनों की प्रताड़ना से तंग आकर पीड़ित ने पुलिस को तहरीर दी, जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
खतरनाक वायु गुणवत्ता और गिरता तापमान: शहर की दोहरी पर्यावरणीय चुनौती
गोरखपुर: रविवार को न्यूनतम तापमान $13.6^{\circ}C$ और अधिकतम तापमान $24.2^{\circ}C$ दर्ज किया गया। हालांकि, शहर की वायु गुणवत्ता गंभीर चिंता का विषय बनी हुई है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 459 दर्ज किया गया, जो ‘खतरनाक’ श्रेणी में आता है। यह स्तर सभी के लिए, विशेष रूप से संवेदनशील समूहों के लिए, महत्वपूर्ण स्वास्थ्य जोखिमों का संकेत देता है।

