गोरखपुर: गोरखपुर नगर निगम ने शहर में घर-घर कचरा संग्रहण व्यवस्था को और भी अधिक प्रभावी बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया। यह बैठक नगर आयुक्त की अध्यक्षता में आयोजित की गई, जिसमें जोन 1 के सभी सम्मानित पार्षदों, अपर नगर आयुक्तों, जोनल अधिकारियों, सफाई निरीक्षकों और अन्य संबंधित अधिकारियों ने भाग लिया। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य कचरा संग्रहण की वर्तमान स्थिति की समीक्षा करना और इसमें पाई गई कमियों को दूर कर व्यवस्था को बेहतर बनाना था। बैठक में लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई करने का निर्णय भी लिया गया।
समीक्षा बैठक में सामने आई कमियां
बैठक में जोन 1 के सभी 17 वार्डों के सुपरवाइजर, ड्राइवर और मेट को भी बुलाया गया था ताकि जमीनी स्तर पर चल रहे कार्यों की समीक्षा की जा सके। इस दौरान घर-घर कचरा संग्रहण करने वाली गाड़ियों के मार्ग, कचरा संग्रहण की मात्रा और कवर किए गए घरों की संख्या का गहन विश्लेषण किया गया। इसके साथ ही, कचरा शुल्क वसूली की स्थिति का भी अवलोकन किया गया, जिसमें कई कमियां पाई गईं। नगर आयुक्त ने पार्षदों से सीधे कर्मचारियों की कार्यप्रणाली पर फीडबैक लिया, जिसके आधार पर लापरवाह पाए गए कुछ सुपरवाइजरों और ड्राइवरों को सेवा से हटाने और कुछ का वेतन रोकने के आदेश जारी किए गए।
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किरायेदारों और दुकानदारों से भी होगी वसूली
कचरा संग्रहण को प्रभावी बनाने के लिए बैठक में कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए गए। नगर आयुक्त ने सख्त हिदायत दी कि किरायेदारों से भी अनिवार्य रूप से कचरा संग्रहण शुल्क वसूला जाए। इसके अलावा, सड़क किनारे ठेले और दुकानों से कचरा शुल्क की वसूली के लिए एक विशेष अभियान चलाने का भी निर्देश दिया गया। इन कदमों का उद्देश्य सभी स्रोतों से शुल्क वसूली को सुनिश्चित करना है ताकि कचरा प्रबंधन प्रणाली को आत्मनिर्भर बनाया जा सके।
नालियों में गोबर बहाने वालों पर होगी कार्रवाई
स्वच्छता अभियान को सफल बनाने के लिए नालियों की सफाई को भी प्राथमिकता दी गई। बैठक में निर्देश दिया गया कि उन लोगों की पहचान की जाए जो नालियों में गोबर बहाते हैं और उन पर आवश्यक दंडात्मक कार्रवाई की जाए। यह कदम नालियों को जाम होने से रोकने और शहर को स्वच्छ बनाए रखने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। साथ ही, जिन वार्डों में कचरा संग्रहण के लिए अतिरिक्त वाहनों की आवश्यकता है, उनकी पहचान कर यथाशीघ्र वाहन उपलब्ध कराने का भी निर्णय लिया गया।
पार्षदों की अध्यक्षता में होगी मासिक समीक्षा
कार्यप्रणाली में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए एक नई व्यवस्था लागू की गई है। अब प्रत्येक वार्ड में माननीय पार्षदों की अध्यक्षता में 15-15 दिनों पर प्रगति समीक्षा बैठक आयोजित की जाएगी। इन बैठकों में हुए कार्यों की समीक्षा की जाएगी और बैठकों के फोटोग्राफ्स नगर आयुक्त को उपलब्ध कराए जाएंगे। यह व्यवस्था स्थानीय स्तर पर समस्याओं को हल करने और पार्षदों को सीधे इस प्रक्रिया से जोड़ने में सहायक होगी।
नागरिकों से सहयोग की अपील
नगर निगम ने शहर के नागरिकों से भी अपील की है कि वे स्वच्छता अभियान में सक्रिय रूप से सहयोग करें। नागरिकों से समय पर कचरा शुल्क अदा करने और शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाए रखने में अपनी सहभागिता निभाने का आग्रह किया गया है।
कुछ सुपरवाइजरों और ड्राइवरों को सेवा से हटाने और उनका वेतन रोकने के आदेश दिए गए हैं।
अब किरायेदारों से कचरा संग्रहण शुल्क अनिवार्य रूप से वसूलने का निर्देश दिया गया है।
सड़क किनारे लगे ठेलों और दुकानों से शुल्क वसूलने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा।
नालियों में गोबर बहाने वालों की पहचान की जाएगी और उन पर दंडात्मक कार्रवाई होगी।
पार्षदों की अध्यक्षता में हर 15 दिन में समीक्षा बैठक आयोजित करने का निर्देश दिया गया है।
सफाई कार्य के लिए आवश्यकतानुसार अतिरिक्त वाहनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्णय लिया गया है।