संत कबीरनगर में एक लेखपाल को ₹5000 की रिश्वत लेते हुए एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथ पकड़ा। गिरफ्तारी के दौरान लेखपाल ने भागने की कोशिश की, लेकिन टीम उसे घसीटते हुए ले गई। देखें पूरी खबर और वीडियो।
गोरखपुर: संत कबीरनगर जिले में एंटी करप्शन टीम ने एक लेखपाल को ₹5000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। यह लेखपाल किसान से जमीन की पैमाइश के नाम पर पैसे की मांग कर रहा था। किसान ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन टीम से की, जिसके बाद टीम ने जाल बिछाकर उसे धर दबोचा। गिरफ्तारी के बाद लेखपाल ने भागने की कोशिश की, लेकिन टीम ने उसे घसीटते हुए गाड़ी में बैठाया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
क्या था पूरा मामला?
मामला संत कबीरनगर की खलीलाबाद तहसील का है। मगहर के रहने वाले बेलाल अहमद की जमीन पर कुछ लोग जबरन कब्जा कर रहे थे। उन्होंने इसके समाधान के लिए लेखपाल रामअवध से संपर्क किया। लेखपाल ने जमीन की पैमाइश करने के लिए ₹5000 की रिश्वत मांगी। जब किसान ने पैसे देने से मना किया, तो लेखपाल ने काम करने से इनकार कर दिया। मजबूर होकर किसान ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन टीम से की, जिन्होंने उसे रंगे हाथ पकड़ने का प्लान बनाया।
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रिश्वत लेते ही टीम ने दबोचा, भागने की कोशिश में हुआ ड्रामा
योजना के अनुसार, किसान पैसे लेकर लेखपाल के चैंबर में पहुंचा। जैसे ही उसने लेखपाल को पैसे दिए, पास में मौजूद एंटी करप्शन टीम ने उसे तुरंत पकड़ लिया। गिरफ्तारी के बाद लेखपाल ने खुद को छुड़ाकर भागने की कोशिश की और कहने लगा कि उसने हाथ में पैसे नहीं लिए। लेकिन टीम ने उसकी एक नहीं सुनी और उसे जबरन घसीटते हुए गाड़ी तक ले गई। इसके बाद उसे बखिरा थाने ले जाया गया, जहाँ आगे की कानूनी कार्रवाई चल रही है।
अखलाक अहमद (शिकायतकर्ता के साले) ने बताया, “लेखपाल रामअवध ने हमारे बहनोई की जमीन की पैमाइश के लिए ₹5000 की डिमांड की थी। जब हमने एंटी करप्शन टीम को इसकी सूचना दी तो उन्होंने हमें पैसे देने के लिए कहा, ताकि लेखपाल को रंगे हाथ पकड़ा जा सके।”