गोरखपुर: वनटांगिया समुदाय, जो कभी सरकारी अभिलेखों में अपनी पहचान के लिए संघर्ष कर रहा था, आज शासन की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाने वालों में सबसे आगे है। पिछले आठ सालों में उनकी ज़िंदगी में आया बदलाव देशभर में सुर्खियों में है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विजन के कारण इन वनवासियों के जीवन में अभूतपूर्व परिवर्तन आया है। मुख्यमंत्री बनने के बाद से, योगी आदित्यनाथ हर साल जंगल तिकोनिया नंबर तीन गांव में जाकर उनके साथ दीपावली मनाते हैं।
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मुख्यमंत्री के रूप में अपने पहले कार्यकाल के दौरान, योगी आदित्यनाथ ने जंगल टिकोनिया नंबर 3 सहित सभी वन टांगिया गांवों को राजस्व ग्राम घोषित किया था। इस घोषणा से इन क्षेत्रों में सरकारी योजनाओं की बाढ़ आ गई। आवास, शौचालय, बिजली, पेयजल, स्कूल, आंगनवाड़ी केंद्र, राशन कार्ड, पेंशन और आयुष्मान कार्ड जैसी सुविधाओं ने वन टांगिया लोगों के जीवन को significantly बदल दिया है। यह विशेष गांव गोरखपुर के कुसुम्ही जंगल में स्थित है।
पक्का मकान: हर परिवार का सपना साकार
मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण ने वनटांगिया गांवों में 440 परिवारों को पक्के घर उपलब्ध कराने का लक्ष्य पूरी तरह से हासिल कर लिया है। इससे इन परिवारों को सुरक्षित आश्रय मिला है और उनके जीवन स्तर में सुधार आया है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में भी, 3 और परिवार इस योजना से जोड़े गए हैं, जो वंचितों के उत्थान के प्रति सरकार की निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाता है। ये घर प्रतिकूल मौसम से सुरक्षा प्रदान करते हैं और परिवारों को एक स्थिर तथा गरिमापूर्ण जीवन जीने का अवसर देते हैं।
शौचालय: स्वच्छ भारत मिशन का सफल क्रियान्वयन
स्वच्छ भारत मिशन के तहत वनटांगिया गांव में 458 शौचालय बनाए गए हैं। इस पहल ने गांव में स्वच्छता और स्वास्थ्य के स्तर को काफी बेहतर किया है। खुले में शौच बंद होने से बीमारियों का फैलाव कम हुआ है, और महिलाओं व बच्चों को खासकर सुरक्षा और सम्मान मिला है। यह कदम ग्रामीण इलाकों में स्वच्छता और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
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हर घर रोशन, हर बूंद शुद्ध
वनटांगिया गांव के तकरीबन सभी घरों को पाइपलाइन से स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल की आपूर्ति की जा रही है। यह सुनिश्चित करता है कि ग्रामीण निवासियों को दूषित पानी से होने वाली बीमारियों से बचाया जा सके और उन्हें अपनी दैनिक जरूरतों के लिए पर्याप्त पानी मिल सके। इसके अतिरिक्त, यह गांव विद्युतीकरण से पूरी तरह संतृप्त है। हर घर में बिजली की उपलब्धता ने न केवल जीवन की गुणवत्ता में सुधार किया है, बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य और आर्थिक गतिविधियों के लिए नए अवसर भी खोले हैं। बच्चों को रात में पढ़ने में आसानी हुई है, और ग्रामीण उद्योगों को बढ़ावा मिला है।
सुगम आवागमन, मजबूत कनेक्टिविटी
पूरे गांव में खड़ंजा इंटरलॉकिंग से आंतरिक आवागमन सहज हो गया है। इन मजबूत और टिकाऊ सड़कों ने गांव के भीतर यात्रा को आरामदायक और सुरक्षित बना दिया है। यह न केवल ग्रामीणों को आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाने में मदद करता है, बल्कि कृषि उत्पादों को बाजारों तक पहुंचाने में भी सुविधा प्रदान करता है, जिससे किसानों की आय में वृद्धि होती है। सड़कों के निर्माण ने गांव को बाहरी दुनिया से बेहतर ढंग से जोड़ा है, जिससे सामाजिक और आर्थिक विकास को गति मिली है।
शिक्षा और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का विशेष ध्यान शिक्षा के क्षेत्र में भी रहा है। सांसद रहते हुए उन्होंने अस्थायी गोरक्षनाथ विद्यापीठ की स्थापना कराई थी, जो आज भी सफलतापूर्वक संचालित हो रहा है, और शिक्षा की लौ जला रहा है। मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने ग्रामीण शिक्षा को नई दिशा दी है। उन्होंने गांव में एक जूनियर हाईस्कूल (कम्पोजिट विद्यालय) की शुरुआत की है, जिससे बच्चों को शहरी कॉन्वेंट स्कूलों के समान गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त हो रही है। यह पहल ग्रामीण बच्चों के भविष्य को उज्ज्वल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इसके अतिरिक्त, एक आंगनबाड़ी केंद्र भी संचालित है, जो छोटे बच्चों के पोषण और प्रारंभिक शिक्षा का ध्यान रखता है।
सामाजिक सुरक्षा की दृष्टि से भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सराहनीय कार्य किए हैं, जिससे समाज के वंचित और कमजोर वर्गों को सीधा लाभ मिल रहा है:
उज्ज्वला योजना: इस योजना के तहत 400 से अधिक गरीब परिवारों को निःशुल्क रसोई गैस कनेक्शन का लाभ मिला है, जिससे उनके जीवन में धुएं से मुक्ति और स्वास्थ्य सुरक्षा आई है। यह पहल महिलाओं के सशक्तिकरण में भी सहायक सिद्ध हुई है।
वृद्धावस्था पेंशन: 65 बुजुर्गों को नियमित रूप से वृद्धावस्था पेंशन का लाभ मिल रहा है, जिससे उन्हें आर्थिक सुरक्षा और सम्मानपूर्ण जीवन जीने में मदद मिल रही है।
विधवा पेंशन: 35 विधवाओं को विधवा पेंशन योजना से जोड़ा गया है, जिससे उन्हें अपने पैरों पर खड़े होने और जीवनयापन करने में सहायता मिल रही है।
दिव्यांगजन पेंशन: 16 दिव्यांगजनों को दिव्यांगजन पेंशन का लाभ प्राप्त हो रहा है, जिससे उन्हें आत्मनिर्भर बनने और समाज की मुख्यधारा में शामिल होने का अवसर मिल रहा है।
कन्या सुमंगला योजना: इस महत्वपूर्ण योजना के तहत 8 बालिकाओं को लाभ मिल रहा है, जिससे उनकी शिक्षा और भविष्य सुनिश्चित हो रहा है। यह योजना बालिकाओं के जन्म से लेकर स्नातक तक की शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती है, जिससे उनके माता-पिता को भी प्रोत्साहन मिलता है।
इन सभी योजनाओं और पहलों के माध्यम से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न केवल शिक्षा के स्तर को सुधारा है, बल्कि समाज के हर वर्ग को सामाजिक सुरक्षा कवच प्रदान कर एक मजबूत और समावेशी समाज के निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।