Last Updated on August 1, 2025 6:57 PM by गो गोरखपुर ब्यूरो
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में सांस्कृतिक प्रकोष्ठ 'तरंग' का गठन, स्तनपान सप्ताह पर जागरूकता, और बी.फार्म व एम.ए. प्रवेश काउंसलिंग की महत्वपूर्ण सूचनाएं।
गोरखपुर: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में शुक्रवार को कई महत्वपूर्ण गतिविधियां संपन्न हुईं, जिनमें नवगठित सांस्कृतिक प्रकोष्ठ “तरंग” की पहली बैठक, स्तनपान सप्ताह के तहत जागरूकता कार्यक्रम और विभिन्न पाठ्यक्रमों के लिए प्रवेश काउंसलिंग की सूचनाएं शामिल हैं।
सांस्कृतिक प्रकोष्ठ “तरंग” का गठन, कला एवं संस्कृति को मिलेगा नया स्वरूप
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में नवगठित सांस्कृतिक प्रकोष्ठ “तरंग” की पहली विशेष बैठक कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन के कार्यालय में हुई। बैठक में “तरंग” की निदेशक प्रोफेसर उषा सिंह ने कुलपति का स्वागत किया और सांस्कृतिक परिषद के गठन के लिए आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर “तरंग” के लोगो का विमोचन भी किया गया।
बैठक में “तरंग” के पांचों क्लबों – संगीत, ताल, साहित्य, अभिनय और चित्रकला – को सुचारू रूप से संचालित करने पर विस्तृत चर्चा की गई, जिसमें सभी सदस्यों ने अपने बहुमूल्य सुझाव दिए। कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन ने अपने महत्वपूर्ण सुझाव देते हुए कहा कि “तरंग” के माध्यम से गोरखपुर विश्वविद्यालय के साथ-साथ पूरे पूर्वांचल में कला एवं संस्कृति का एक नया स्वरूप तैयार करना है। उन्होंने जोर दिया कि “तरंग” के जरिए छात्र-छात्राओं के अंदर छिपी प्रतिभा को समाज और देश के सामने लाना है, जिसके लिए निदेशक, उपनिदेशक और सभी सदस्यों को सक्रिय रूप से कार्य करना होगा।
“तरंग” की निदेशक प्रोफेसर उषा सिंह ने बताया कि शीघ्र ही सभी कार्यक्रमों का एक कैलेंडर तैयार किया जाएगा और इसके उपरांत पांचों क्लबों की गतिविधियां एक सप्ताह के भीतर शुरू हो जाएंगी। इस अवसर पर अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रोफेसर अनुभूति दुबे, “तरंग” की निदेशक प्रोफेसर ऊषा सिंह, तथा विभिन्न क्लबों के उपनिदेशक डॉ. अनुपमा कौशिक (संगीत), डॉ. प्रदीप राजोरिया (ताल), डॉ. आमोद राय (साहित्य), डॉ. प्रदीप कुमार साहनी (अभिनय) और डॉ. गौरी शंकर चौहान (चित्रकला) सहित “तरंग” के सभी सदस्य उपस्थित रहे।
स्तनपान सप्ताह: नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के महिला अध्ययन केंद्र एवं गृह विज्ञान विभाग के तत्वावधान में 1 अगस्त 2025 को “स्तनपान सप्ताह” (Breastfeeding Week) के अवसर पर एक जनजागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस वर्ष की थीम “स्तनपान को दें प्राथमिकता: बनाएं सतत सहयोग प्रणाली” (Prioritize Breastfeeding: Create Sustainable Support Systems) रही।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय की एम.एस.सी. खाद्य एवं पोषण (Food and Nutrition) की छात्राओं ने जिला अस्पताल, गोरखपुर में गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली महिलाओं को स्तनपान के लाभों के प्रति जागरूक किया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को शिशु के प्रारंभिक छह महीनों तक केवल स्तनपान कराने के महत्व को समझाना और उनके आसपास एक सशक्त समर्थन प्रणाली विकसित करने की दिशा में जागरूकता फैलाना था।
छात्राओं ने महिलाओं को बताया कि स्तनपान न केवल शिशु के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए आवश्यक है, बल्कि यह माँ के स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है। स्तनपान से बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, और उन्हें दस्त, निमोनिया, व अन्य संक्रमणों से सुरक्षा मिलती है। वहीं, माँओं में स्तन कैंसर, डायबिटीज़ और हृदय रोग के जोखिम में कमी आती है। कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन ने कहा कि यह पहल माताओं में शिशुओं के स्वास्थ्य के प्रति जानकारी को और सशक्त बनाएगी तथा नवपीढ़ी को बेहतर जीवन देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। कार्यक्रम का संचालन महिला अध्ययन केंद्र की निर्देशिका एवं गृह विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो. दिव्या रानी सिंह के मार्गदर्शन में किया गया। छात्राओं ने पोस्टर, लघु नाटिका और संवाद के माध्यम से प्रभावी ढंग से जानकारी दी।
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विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश काउंसलिंग सूचनाएं
बी.फार्म लैटरल एंट्री (विषम सेमेस्टर) काउंसलिंग: वर्तमान सत्र 2025−26 में बी.फार्म लैटरल एंट्री (विषम सेमेस्टर) में प्रवेश हेतु काउंसलिंग की प्रक्रिया इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी में दिनांक 05 अगस्त 2025 को अपराह्न 2:00 बजे से 4:00 बजे के बीच संपन्न होगी। सभी संबंधित छात्रों को अपने सभी मूल प्रमाण पत्रों (हाई स्कूल मार्कशीट, इंटरमीडिएट मार्कशीट, बी.फार्मा मार्कशीट एवं अन्य प्रमाणपत्र) तथा उनकी स्वहस्ताक्षरित छायाप्रति के एक सेट के साथ समय पर संस्थान में रिपोर्ट करने के निर्देश दिए गए हैं।
एम.ए. प्रथम सेमेस्टर (राजनीति विज्ञान) मूल प्रमाण पत्रों की जांच: एम.ए. प्रथम सेमेस्टर सत्र 2025−26 के नवप्रवेशित प्रवेशार्थियों को सूचित किया जाता है कि वे अपने मूल प्रमाण पत्रों की जांच हेतु राजनीति विज्ञान विभाग, दी.द.उ. गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर में दिनांक 02 अगस्त 2025 से 06 अगस्त 2025 के मध्य प्रातः 11 बजे से अपराह्न 02 बजे के बीच उपस्थित हों। प्रवेशार्थियों को अपने समस्त मूल प्रमाण पत्रों तथा अंकपत्र/प्रमाणपत्र, चरित्र प्रमाण पत्र, टी.सी., प्रवजन प्रमाणपत्र एवं अद्यतन आय एवं जाति प्रमाण पत्र एवं अधिभार तथा उनकी एक स्वहस्ताक्षरित छायाप्रति के साथ उपस्थित होने के निर्देश दिए गए हैं।