गोरखपुर: दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय (DDU) ने छात्रों को वित्तीय साक्षरता और कौशल आधारित प्लेसमेंट देने की दिशा में एक बड़ी पहल की है। विश्वविद्यालय ने फ्लाई अप फाउंडेशन के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (एम.ओ.यू.) पर हस्ताक्षर किए हैं। कुलपति प्रो. पूनम टंडन के कुशल नेतृत्व में हुए इस समझौते का मुख्य उद्देश्य युवाओं में वित्तीय साक्षरता, डिजिटल दक्षता, उद्यमिता विकास और कौशल आधारित प्लेसमेंट गतिविधियों को सुदृढ़ करना है। यह साझेदारी विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के लिए वित्तीय सशक्तिकरण, डिजिटल प्रशिक्षण, तकनीकी दक्षता और उद्योग-संपर्क के नए अवसर प्रदान करेगी।
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वित्तीय और डिजिटल रूप से सशक्त बनेंगे छात्र
इस समझौते के तहत विश्वविद्यालय के छात्रों को कैरियर काउंसलिंग, प्री-प्लेसमेंट ट्रेनिंग, इंडस्ट्री एक्सपोज़र और रोजगार उन्मुख कार्यशालाओं में भाग लेने का अवसर मिलेगा। कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने इस अवसर पर कहा कि यह सहयोग विद्यार्थियों को शिक्षा और उद्योग जगत के बीच एक सशक्त सेतु प्रदान करेगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि इससे छात्र वित्तीय और डिजिटल रूप से सशक्त बनेंगे, और रोजगारोन्मुख शिक्षा की दिशा में विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता को नई ऊर्जा मिलेगी। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय शिक्षा के साथ-साथ विद्यार्थियों को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए सतत प्रयत्नशील है।
कार्यशालाएं और बूटकैंप होंगे आयोजित
प्रो. अजय कुमार शुक्ला, निदेशक – गाइडेंस एंड प्लेसमेंट सेल ने इस साझेदारी की महत्ता बताते हुए कहा कि फ्लाई अप फाउंडेशन के सहयोग से विश्वविद्यालय में वित्तीय साक्षरता कार्यशालाएँ, डिजिटल साक्षरता अभियान, उद्यमिता बूटकैंप और उभरती प्रौद्योगिकियों पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह साझेदारी छात्रों को उद्योग की आधुनिक आवश्यकताओं के अनुरूप तैयार करने में मील का पत्थर सिद्ध होगी। प्रो. शुक्ला ने यह भी बताया कि कुलपति प्रो. पूनम टंडन के नेतृत्व में इसके अंतर्गत संयुक्त रूप से फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम, सेमिनार, वर्कशॉप्स तथा इंडस्ट्री–स्टूडेंट लिंकज गतिविधियाँ आयोजित की जाएँगी। यह सहयोग राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) के अनुरूप कौशल-उन्मुख और मूल्य-आधारित शिक्षा व्यवस्था की दिशा में एक ठोस कदम है।
समग्र विकास पर रहेगा जोर
प्रो. अनुभूति दुबे, अधिष्ठाता – छात्र कल्याण, ने कहा कि यह साझेदारी विद्यार्थियों के समग्र विकास को गति देगी। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इसके माध्यम से छात्र न केवल रोजगार योग्य बनेंगे, बल्कि समाज के प्रति संवेदनशील और जिम्मेदार नागरिक के रूप में भी विकसित होंगे। फ्लाई अप फाउंडेशन के संस्थापक अभय सिंह और सह-संस्थापक रामशंकर संह ने अपना उद्देश्य बताते हुए कहा कि उनका लक्ष्य युवाओं को वित्तीय प्रबंधन, डिजिटल सुरक्षा, नवाचार और स्टार्टअप सोच के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाना है।
उन्होंने बताया कि ‘पैसे की पाठशाला’, ‘डिजिटल भारत युवा मिशन’ और ‘स्टार्टअप मानसिकता’ जैसे कार्यक्रम इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएँगे। यह साझेदारी विश्वविद्यालय और फाउंडेशन के साझा मिशन — “शिक्षा से आत्मनिर्भरता तक” — को नई ऊर्जा और दिशा प्रदान करेगी।