गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में बीआरडी मेडिकल कॉलेज के एक जनरल सर्जन से जमीन दिलाने के नाम पर लाखों रुपये की धोखाधड़ी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। करीमनगर स्थित ‘आर्शिया हॉस्पिटल’ के संचालक मनोज यादव और उसके चार अन्य सहयोगियों पर डॉक्टर से कुल 71.22 लाख रुपये की ठगी करने का आरोप लगा है।
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पीड़ित डॉ. दुर्गेश त्रिपाठी की तहरीर पर गुलरिहा थाने में मुख्य आरोपी समेत कुल पाँच लोगों के खिलाफ फर्जी दस्तावेज तैयार करने, धोखाधड़ी और जान से मारने की धमकी देने की धाराओं में प्राथमिकी (FIR) दर्ज कर ली गई है। पुलिस ने मामले की जाँच शुरू कर दी है।
दो अलग-अलग सौदों में हड़पे गए ₹71.22 लाख
यह पूरी ठगी दो अलग-अलग ज़मीन के सौदों के बहाने की गई। डॉ. त्रिपाठी से पहली बार 30 लाख रुपये पिपराइच क्षेत्र के गढ़वा में 27 डिसमिल जमीन के लिए एडवांस लिए गए, लेकिन आरोपी मनोज यादव ने बाद में उस जमीन का एग्रीमेंट किसी और के नाम करा दिया।
दूसरे सौदे में दिए 41 लाख रुपये नकद और खाते में
ठगी का सिलसिला यहीं नहीं रुका। इसके बाद आरोपी ने चिलुआताल क्षेत्र के फत्तेपुर में 7 डिसमिल जमीन का सौदा 1.80 करोड़ रुपये में तय किया। इसके एवज में डॉक्टर ने मनोज यादव को 24 लाख रुपये नकद दिए, जबकि शेष 41.22 लाख रुपये अन्य नामजद आरोपियों – नेहा यादव, लालसा यादव, शिरीष मिश्रा और वेंडर कमलेश यादव के बैंक खातों में जमा कराए।
बैनामा नहीं करने पर दी जान से मारने की धमकी
डॉक्टर से दोनों सौदों में 71.22 लाख रुपये लेने के बावजूद आरोपियों ने तय समय (दशहरा और दिवाली के बीच) पर जमीन का बैनामा (रजिस्ट्री) नहीं किया। जब पीड़ित डॉ. दुर्गेश त्रिपाठी ने अपने पैसे वापस मांगे, तो आरोपियों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी।
गुलरिहा थाने के प्रभारी निरीक्षक विजय प्रताप सिंह ने जानकारी दी है कि पाँचों नामजद आरोपियों – मनोज यादव, नेहा यादव, लालसा यादव, शिरीष मिश्रा और कमलेश यादव – के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है और अब गिरफ्तारी के लिए छानबीन की जा रही है।


