Last Updated on September 20, 2025 6:53 AM by गो गोरखपुर ब्यूरो
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनके ओएसडी के खिलाफ अभद्र टिप्पणी के आरोप में जेल गए पिपराइच विधायक महेंद्र पाल सिंह के भाई भोलेंद्र पाल सिंह को कोर्ट से जमानत मिल गई है। जानें इस हाई-प्रोफाइल मामले से जुड़ी पूरी खबर, जिसमें भोलेंद्र ने जेल में रहते हुए अपनी गलती मानी और सपा के प्रतिनिधिमंडल से मिलने से इनकार कर दिया था।
गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनके ओएसडी के खिलाफ सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्पणी करने के आरोप में जेल भेजे गए भोलेंद्र पाल सिंह को बृहस्पतिवार को कोर्ट से जमानत मिल गई है। पिपराइच विधायक महेंद्र पाल सिंह के भाई भोलेंद्र की जल्द ही जेल से रिहाई हो सकती है। जेल में रहने के दौरान भोलेंद्र ने अपनी गलती स्वीकार कर ली थी और मुख्यमंत्री पर अपना भरोसा जताया था। इस पूरे मामले ने राजनीतिक हलकों में काफी हलचल मचा दी थी।
फेसबुक पोस्ट से शुरू हुआ था विवाद
28 अगस्त की रात को भोलेंद्र पाल सिंह ने अपनी फेसबुक पर एक पोस्ट डाली थी, जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री और उनके ओएसडी के खिलाफ अपमानजनक बातें लिखी थीं। यह टिप्पणी स्वर्गीय केदार सिंह की प्रतिमा को जमीन से हटाने की चर्चा के बाद सामने आई थी। यह पोस्ट देखते ही देखते वायरल हो गई, जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया।
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इस पोस्ट के वायरल होने के 36 घंटे के भीतर भोलेंद्र के खिलाफ एक के बाद एक सात अलग-अलग केस दर्ज किए गए। ये मामले साइबर थाना, रामगढ़ताल, चिलुआताल और पिपराइच थानों में दर्ज किए गए। इसके अलावा, आबकारी विभाग ने उनके ईंट-भट्ठे पर भी कार्रवाई की, जहां से कच्ची शराब मिलने पर आबकारी एक्ट के तहत एक और केस दर्ज किया गया। पुलिस ने इन सभी आरोपों के बाद भोलेंद्र को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
जेल में मानी गलती, सपा से मिलने से इनकार
गिरफ्तारी के बाद भोलेंद्र पाल सिंह ने जेल में रहते हुए अपनी गलती मानी और मुख्यमंत्री पर भरोसा जताया। इसी बीच समाजवादी पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल, जिसकी अगुवाई विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय कर रहे थे, भोलेंद्र से मिलने आने वाला था। इस दल में सांसद रामभुआल निषाद और रामप्रसाद चौधरी भी शामिल थे।
हालांकि, भोलेंद्र ने जेल प्रशासन को एक पत्र भेजकर स्पष्ट कर दिया कि वह किसी भी राजनीतिक दल के प्रतिनिधिमंडल से नहीं मिलना चाहते हैं।
भोलेंद्र के छोटे भाई रामशंकर सिंह ने इस खबर की पुष्टि की है कि कोर्ट से जमानत मिलने के बाद सभी कानूनी औपचारिकताएं पूरी होते ही भोलेंद्र को जेल से रिहा कर दिया जाएगा।
घटनाक्रम: एक नज़र
तारीख | घटना |
28 अगस्त | भोलेंद्र ने सीएम और उनके ओएसडी पर अभद्र टिप्पणी वाली फेसबुक पोस्ट की। |
अगले 36 घंटे | भोलेंद्र पर चार थानों (साइबर, रामगढ़ताल, चिलुआताल, पिपराइच) में सात केस दर्ज हुए। |
पुलिस कार्रवाई | आबकारी विभाग ने ईंट-भट्ठे से कच्ची शराब मिलने पर आबकारी एक्ट के तहत केस दर्ज किया। |
जेल में | भोलेंद्र ने अपनी गलती स्वीकार की और सपा के प्रतिनिधिमंडल से मिलने से इनकार कर दिया। |
बृहस्पतिवार | भोलेंद्र पाल सिंह को कोर्ट से जमानत मिल गई। |
अगले 1-2 दिन | सभी औपचारिकताएं पूरी होने पर जेल से रिहाई की संभावना। |