Gorakhpur: गोरखपुर नगर निगम के 125 वर्ष पुराने भवन ‘अम्न-ओ-अमान’ को हेरिटेज के रूप में संरक्षित किया जाएगा. इस ऐतिहासिक धरोहर के जीर्णोद्धार के लिए शासन ने 4.99 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की है, जिसके लिए ई-टेंडर भी जारी कर दिया गया है. इसके साथ ही, नगर निगम के सदन हॉल को संग्रहालय में बदलने का कार्य भी तेज़ी से चल रहा है, जो जल्द ही शहरवासियों के लिए एक तोहफा होगा.
वर्ष 1899 में निर्मित इस भवन को ‘अम्न-ओ-अमान’ (शांति और सुरक्षा) के नाम से जाना जाता था. अब इस हेरिटेज भवन को संरक्षित करने के लिए इसकी मूल डिज़ाइन को बरकरार रखते हुए कई कार्य किए जाएंगे, जिनमें प्लास्टर, फ्लोरिंग, इलेक्ट्रिसिटी, टाइल, पेंट-पॉलिश और प्लंबिंग जैसे कार्य शामिल हैं.
भवन में आधुनिक शौचालयों का निर्माण किया जाएगा और कॉरिडोर में आकर्षक भित्ति-चित्र बनाए जाएंगे. सभी कक्षों को नए सिरे से सुसज्जित किया जाएगा. भवन के आंगन को फव्वारे, लॉन और लाल पत्थरों से सजाया जाएगा.
भवन का पूरा गलियारा दो चरणों में हेरिटेज गैलरी के रूप में विकसित किया जाएगा. इस गैलरी की प्रत्येक दीवार पर गोरखपुर की समृद्ध आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और साहित्यिक विरासत को कलाकृतियों के माध्यम से दर्शाया जाएगा.
नगर निगम का लक्ष्य है कि इस भवन को एक ऐसे संग्रहालय के रूप में विकसित किया जाए जो न केवल गोरखपुर की साहित्यिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को संरक्षित करे, बल्कि नगर निगम की विकास यात्रा को भी प्रदर्शित करे.
नगर निगम के पुराने भवन के सदन हॉल को संग्रहालय में बदलने का कार्य लगभग 90 प्रतिशत तक पूरा हो चुका है, जिससे यह जल्द ही जनता के लिए खुलने वाला है.