गोरखपुर: आगामी चुनावों को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त विशेष रोल प्रेक्षक एवं संयुक्त सचिव (सहकारिता मंत्रालय) सिद्धार्थ जैन (IAS) ने आज गोरखपुर का अहम दौरा किया। उन्होंने जिले में 01 जनवरी 2026 की अर्हता तिथि (Qualifying Date) के आधार पर चल रहे विधानसभा निर्वाचक नामावलियों के विशेष पुनरीक्षण कार्य की गहन समीक्षा की। अपने दौरे के दौरान उन्होंने गोरखपुर ग्रामीण (323) और सहजनवां (324) विधानसभा क्षेत्रों के विभिन्न बूथों का औचक और जमीनी निरीक्षण कर वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इसके उपरांत उन्होंने कलेक्ट्रेट सभागार में अधिकारियों और राजनीतिक दलों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की।
विज्ञापन
कलेक्ट्रेट में दलों के साथ मंथन, डिजिटाइजेशन पूरा
निरीक्षण कार्य संपन्न करने के बाद शाम 6:00 बजे कलेक्ट्रेट सभागार में सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ एक विशेष बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में जिला निर्वाचन अधिकारी (जिलाधिकारी) ने विशेष रोल प्रेक्षक को अवगत कराया कि जिले में गणना प्रपत्रों के डिजिटाइजेशन (Digitization) का कार्य शत-प्रतिशत पूर्ण कर लिया गया है। बैठक का उद्देश्य मतदाता सूची को पूरी तरह शुद्ध और पारदर्शी बनाना था, जिस पर विस्तार से चर्चा की गई।
बीएलओ और बीएलए मिलकर हटाएंगे डुप्लीकेट नाम
बैठक के दौरान प्रेक्षक सिद्धार्थ जैन ने स्पष्ट किया कि मतदाता सूची को त्रुटिहीन बनाने के लिए बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) और बूथ लेवल एजेंट (BLA) के बीच समन्वय अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में बीएलओ द्वारा चिन्हित किए गए अनुपस्थित, शिफ्टेड, मृतक और डुप्लीकेट मतदाताओं की सूची बीएलए को उपलब्ध कराई जा रही है, ताकि क्रॉस-वेरिफिकेशन हो सके। प्रशासन ने उन राजनीतिक दलों से जल्द से जल्द अपने बीएलए (BLA) की सूची उपलब्ध कराने का कड़ा अनुरोध किया है, जिन्होंने अब तक इसे जमा नहीं किया है।
फॉर्म-6 भरकर मतदाता बन सकेंगे नए युवा
विशेष रोल प्रेक्षक ने नए मतदाताओं को जोड़ने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि ऐसे पात्र व्यक्ति जिनका नाम वर्तमान मतदाता सूची में नहीं है, या जो 01 जनवरी 2026 को 18 वर्ष की आयु पूरी कर रहे हैं, वे अपना नाम मतदाता सूची में जुड़वाने के लिए फॉर्म-6 भर सकते हैं। यह सुविधा ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से आम जनता के लिए उपलब्ध है। बैठक में अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व), सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी सहित कई वरिष्ठ अधिकारी और विभिन्न राजनीतिक दलों के पदाधिकारी उपस्थित रहे।


