गोरखपुर: स्वच्छता के क्षेत्र में और अधिक उत्कृष्टता प्राप्त करने के उद्देश्य से गोरखपुर नगर निगम ने एक अभिनव पहल की है। ‘स्वच्छ वार्ड प्रतियोगिता-2025’ में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले तीन आदर्श वार्डों को अब एक-एक करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि से सम्मानित किया जाएगा। नगर निगम की यह घोषणा वार्ड स्तर पर न केवल स्वच्छता को बढ़ावा देगी, बल्कि पार्षदों को अपने क्षेत्र में विकास कार्यों के लिए अतिरिक्त संसाधन भी प्रदान करेगी।
महापौर की अध्यक्षता में गठित समिति करेगी आदर्श वार्डों का चयन
नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल ने बताया कि आदर्श वार्डों के बीच प्रतिस्पर्धा से शहर की स्वच्छता व्यवस्था और अधिक सुदृढ़ होगी। इन शीर्ष तीन वार्डों का चयन महापौर की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा किया जाएगा। नगर आयुक्त ने स्पष्ट किया कि चयनित तीनों वार्डों को यह एक-एक करोड़ रुपये की धनराशि उनके वार्डों में विकास कार्यों के लिए विशेष रूप से दी जाएगी। यह राशि पार्षदों को अपने क्षेत्रों में और बेहतर कार्य करने के लिए प्रेरित करेगी।
स्वच्छ सर्वेक्षण में सुधार लाने के लिए प्रतियोगिता
गोरखपुर नगर निगम ने हाल ही में घोषित स्वच्छ सर्वेक्षण-2025 में 10 लाख से कम जनसंख्या वाले शहरों की श्रेणी में शानदार प्रदर्शन करते हुए देश में चौथा स्थान हासिल किया है। इस उपलब्धि को और बेहतर बनाने और राष्ट्रीय रैंकिंग में सुधार लाने के लिए ही नगर निगम ने यह वार्डों के बीच स्वच्छता प्रतियोगिता आयोजित की है। यह पहल जमीनी स्तर पर स्वच्छता के मानकों को बेहतर करने पर केंद्रित है।
ये 13 वार्ड घोषित हुए ‘आदर्श वार्ड’
प्रतियोगिता के क्रम में नगर निगम ने शहर के कुल 13 वार्डों को ‘आदर्श वार्ड’ घोषित किया है। इन्हीं 13 वार्डों में से प्रतिस्पर्धा के आधार पर शीर्ष तीन का चयन किया जाएगा, जिन्हें विशेष प्रोत्साहन राशि प्राप्त होगी। ‘आदर्श वार्ड’ घोषित किए गए वार्डों के नाम इस प्रकार हैं:
- राप्तीनगर
- विकास नगर
- गोपालपुर
- गिरधरगंज
- नेताजी सुभाष चंद्र बोस नगर
- चंद्रशेखर आजाद चौक
- सिविल लाइन-1
- शक्तिनगर
- बसंतपुर
- आत्माराम नगर
- चरगांवा
- सालिगराम नगर
- विजय चौक
स्वच्छता प्रोत्साहन योजना | विवरण |
योजना का नाम | स्वच्छ वार्ड प्रतियोगिता-2025 |
प्रोत्साहन राशि | शीर्ष तीन वार्डों को 1-1 करोड़ रुपये |
चयनकर्ता | महापौर की अध्यक्षता में गठित समिति |
उद्देश्य | वार्ड स्तर पर स्वच्छता को बढ़ावा देना और राष्ट्रीय रैंकिंग में सुधार |
गोरखपुर की वर्तमान रैंकिंग (SS-2025) | 10 लाख से कम जनसंख्या वाले शहरों में देश में चौथा स्थान |
कुल ‘आदर्श वार्ड’ | 13 |