जीडीए

जीडीए बोर्ड की आज अहम बैठक: ‘नया गोरखपुर’ योजना को मिलेगी रफ्तार, करोड़ों की इन परियोजनाओं पर होंगे बड़े फैसले!

Gorakhpur Development Authority (GDA)
गोरखपुर विकास प्राधिकरण (GDA) की बोर्ड बैठक आज। 'नया गोरखपुर' योजना के तहत आवासीय टाउनशिप, महायोजना 2031, न्यू रोहिणी एन्क्लेव के पुनर्गठन और विभिन्न परियोजनाओं पर महत्वपूर्ण निर्णय संभव।

गोरखपुर: गोरखपुर के शहरी विकास को नई दिशा देने के लिए गोरखपुर विकास प्राधिकरण (GDA) की बोर्ड बैठक आज, बुधवार को प्रस्तावित है। दोपहर 12 बजे से शुरू होने वाली इस बैठक में कई महत्वपूर्ण आवासीय और व्यावसायिक परियोजनाओं को लेकर बड़े निर्णय लिए जा सकते हैं, जो ‘नया गोरखपुर’ योजना को और गति प्रदान करेंगे।

इन प्रमुख प्रस्तावों पर होगा विचार:

‘नया गोरखपुर’ के तहत आवासीय टाउनशिप: बैठक में ‘नया गोरखपुर’ योजना से संबंधित क्षेत्रों के समग्र और समुचित विकास के लिए आवासीय टाउनशिप विकसित किए जाने हेतु गुरुकुल फेज-1 व फेज-2 के मानचित्र पर अनुमोदन का प्रस्ताव रखा जाएगा। यह फैसला शहर के आवासीय विस्तार के लिए महत्वपूर्ण होगा।

महायोजना 2031 का जोनल डेवलपमेंट प्लान: महायोजना 2031 (पुनरीक्षित) में चिह्नित 21 जोन में से जोन संख्या एक के कंसल्टेंट के माध्यम से तैयार कराए गए जोनल डेवलपमेंट प्लान के ड्राफ्ट के अनुमोदन पर भी निर्णय लिया जाएगा। यह गोरखपुर के भविष्य के नियोजित विकास के लिए आधारशिला रखेगा।

एकीकृत मंडलीय कार्यालय का निर्माण: इस बैठक से एकीकृत मंडलीय कार्यालय का निर्माण कार्य जल्द शुरू होने की राह भी खुलने की उम्मीद है, जिससे प्रशासनिक कार्यों में समन्वय और दक्षता बढ़ेगी।

न्यू रोहिणी एन्क्लेव का पुनर्गठन: जीडीए मानबेला में अपनी न्यू रोहिणी एन्क्लेव परियोजना की डिज़ाइन बदलकर इसे फिर से लॉन्च करने पर भी निर्णय लेगा। इससे इस परियोजना को नई गति मिल सकती है।

ऐश्प्रा पाम पैराडाइज में फ्लैटों का पंजीकरण: ऐश्प्रा प्राइवेट लिमिटेड की आवासीय परियोजना पॉम पैराडाइज में निर्मित ईडब्ल्यूएस (आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग) और एलआईजी (निम्न आय वर्ग) श्रेणी के फ्लैटों का पंजीकरण शुरू करने पर भी निर्णय हो सकता है, जिससे इन वर्गों के लोगों को आवास मिल सकेगा।

जेट्टी का व्यावसायिक उपयोग: गोरखपुर में स्थित जेट्टी को विभिन्न आयोजनों के लिए प्रति दिन के किराए के आधार पर बुक कराए जा सकने के प्रस्ताव पर भी मुहर लग सकती है, जिससे पर्यटन और मनोरंजन गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।

यह बोर्ड बैठक गोरखपुर के शहरी परिदृश्य को आकार देने और बुनियादी ढाँचे के विकास में तेजी लाने के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है। इन निर्णयों से शहर में निवेश और रोज़गार के नए अवसर पैदा होने की भी उम्मीद है।



Amit Srivastava

Amit Srivastava

About Author

गोरखपुर विश्वविद्यालय और जीवाजी विश्वविद्यालय, ग्वालियर से अध्ययन. Amit Srivastava अमर उजाला, दैनिक जागरण, दैनिक हिंदुस्तान के साथ करीब डेढ़ दशक तक जुड़े रहे. गोरखपुर शहर से जुड़े मुद्दों पर बारीक नज़र रखते हैं.

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

नया एक्सप्रेसवे: पूर्वांचल का लक, डेवलपमेंट का लिंक महाकुंभ 2025: कुछ अनजाने तथ्य… महाकुंभ 2025: कहानी कुंभ मेले की…
नया एक्सप्रेसवे: पूर्वांचल का लक, डेवलपमेंट का लिंक महाकुंभ 2025: कुछ अनजाने तथ्य… महाकुंभ 2025: कहानी कुंभ मेले की… कहानी खिचड़ी मेला की…