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अखिलेश चंद्र अस्थाना की औपन्यासिक आत्मकथा ‘पीपल का बीज’ का विमोचन

अखिलेश चंद्र अस्थाना की औपन्यासिक आत्मकथा 'पीपल का बीज' का विमोचन
गोरखपुर में पूर्वोत्तर रेलवे अधिकारी अखिलेश चंद्र अस्थाना की औपन्यासिक आत्मकथा 'पीपल का बीज' का विमोचन। सीपी चंद और राजेश नंदन ने की सराहना।

गोरखपुर: पूर्वोत्तर रेलवे के अधिकारी अखिलेश चंद्र अस्थाना की औपन्यासिक आत्मकथा ‘पीपल का बीज’ का विमोचन-लोकार्पण समारोह गुरुवार, 12 जून 2025 को गोलघर स्थित होटल रॉयल रेजिडेंसी में संपन्न हुआ। पूर्वांचल हिंदी मंच गोरखपुर के तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में महानगर की नामचीन साहित्यिक हस्तियां और गणमान्य अतिथि मौजूद रहे।

‘अस्थाना का कुनबा पीपल के विशाल वृक्ष समान’

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश विधान परिषद के विधायक सीपी चंद ने पुस्तक की सराहना करते हुए कहा कि, “लेखक अखिलेश चंद्र अस्थाना का कौटुंबिक कुनबा स्वयं एक छायादार पीपल के विशाल वृक्ष के समान है, जिसका प्रमाण पीपल का बीज नामक यह आत्मकथा दे रही है।” उन्होंने लेखक के जीवन और उनके साहित्यिक योगदान को सराहा।

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अध्यक्षता कर रहे ड्रग कंट्रोल ऑफिसर राजेश नंदन ने बताया, “‘पीपल का बीज’ एक प्रशस्त और पठनीय आत्मकथात्मक उपन्यास है, जिसमें लेखक अखिलेश की जीवन-यात्रा का विविधवर्णी चित्र उपस्थित हुआ है।” बीज वक्तव्य देते हुए प्रो. रामदरश राय ने कहा कि, “लेखक अस्थाना की यह महत्वपूर्ण आत्मकथा प्रिय-अप्रिय, सुखद-दुखद घटनावृत्तों का प्रामाणिक आख्यान है।”

स्वागत वक्तव्य देते हुए पूर्वांचल हिंदी मंच के निदेशक डॉ. संजयन त्रिपाठी ने कहा कि, “पूर्वांचल में साहित्यिक मेधा की कमी नहीं है, और अखिलेश चंद्र अस्थाना इसके जीवित प्रमाण हैं।” प्रो. अमोद कुमार राय ने अंग्रेजी और हिंदी के नामी आत्मकथाकारों की चर्चा करते हुए लेखक अखिलेश चंद्र अस्थाना को उनके बीच बैठा हुआ पाया।

लोकार्पण-सभा का संचालन डॉ. फूलचंद प्रसाद गुप्त ने किया। इस अवसर पर किताब के अक्षर-संयोजक महेश नारायण त्रिगुणायत को उत्तरीय और पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में डॉ. विनय मोहन त्रिपाठी और डॉ. अमित कुमार श्रीवास्तव ने भी अपने विचार व्यक्त किए। लेखक श्री अस्थाना के दोनों पुत्रों इंजीनियर आशीष अस्थाना और अमरेश अस्थाना ने उपस्थित साहित्यकारों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।

आयोजक पूर्वांचल हिंदी मंच के साहित्य-मंत्री डॉ. अंगद कुमार सिंह ने उपस्थित सभी साहित्यकारों और गणमान्य अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया।



Priya Srivastava

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About Author

Priya Srivastava दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय से पॉलिटिकल साइंस में परास्नातक हैं. गोगोरखपुर.कॉम के लिए इवेंट, एजुकेशन, कल्चर, रिलीजन जैसे टॉपिक कवर करती हैं. 'लिव ऐंड लेट अदर्स लिव' की फिलॉसफी में गहरा यकीन.

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