गोरखपुर: विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस (World Mental Health Day) 2025 के अवसर पर, फातिमा कॉलेज ऑफ नर्सिंग में एक महत्वपूर्ण संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस वर्ष का विषय “सेवाओं तक पहुंच – आपदाओं और आपात स्थितियों में मानसिक स्वास्थ्य” रखा गया था। यह आयोजन हाइब्रिड मोड (कॉलेज सभागार और ऑनलाइन) में पूर्वाह्न 11:00 बजे से 12:00 बजे तक हुआ, जिसमें कॉलेज के प्राध्यापकों, विद्यार्थियों और स्वास्थ्य पेशेवरों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। संगोष्ठी का मुख्य उद्देश्य आपदाओं के दौरान मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं की महत्ता और उनकी पहुंच सुनिश्चित करने के लिए जागरूकता बढ़ाना था।
नर्सिंग छात्रों को जागरूक और सक्रिय रहने का संदेश
कार्यक्रम की शुरुआत फातिमा कॉलेज ऑफ नर्सिंग की सुश्री अलीशा द्वारा स्वागत भाषण से हुई। इसके तुरंत बाद, प्रो. डॉ. एस्पिन आर., प्राचार्य, फातिमा कॉलेज ऑफ नर्सिंग, ने मुख्य संबोधन दिया। उन्होंने आपदाओं के समय मानसिक स्वास्थ्य सहायता की महत्ता पर विशेष ज़ोर दिया। प्राचार्य ने नर्सिंग छात्रों को इस महत्वपूर्ण दिशा में जागरूक और सक्रिय रहने का संदेश भी दिया, ताकि वे भविष्य में संकट की घड़ी में प्रभावी ढंग से सहायता कर सकें।
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निदेशक ने सेवाओं की सार्वभौमिक पहुंच पर ज़ोर दिया
आदरणीय फा. डॉ. संतोष सेबास्टियन, निदेशक, फातिमा हॉस्पिटल ने भी इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त किए। अपने संबोधन में उन्होंने इस बात पर बल दिया कि मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच समाज के प्रत्येक व्यक्ति तक होनी चाहिए। उन्होंने विशेष रूप से इस बात पर प्रकाश डाला कि जब कोई समुदाय किसी आपदा या गंभीर संकट का सामना कर रहा हो, तो ऐसे समय में यह पहुंच सुनिश्चित करना और भी आवश्यक हो जाता है।
मानसिक स्वास्थ्य की चुनौतियों पर विशेष व्याख्यान
इस संगोष्ठी का विशेष व्याख्यान डॉ. अमिल एच. खान, एम.डी. (मनोचिकित्सा), सहयोगी प्राध्यापक, बी.आर.डी. मेडिकल कॉलेज, गोरखपुर द्वारा प्रस्तुत किया गया। उन्होंने अपने व्याख्यान में आपदाओं के दौरान मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं के सामने आने वाली चुनौतियों और उनके व्यावहारिक समाधानों पर विस्तार से चर्चा की। उनका व्याख्यान प्रतिभागियों के लिए बेहद उपयोगी और ज्ञानवर्धक रहा।
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इंटरैक्टिव प्रश्नोत्तर सत्र का भी हुआ आयोजन
विशेष व्याख्यान के बाद एक इंटरैक्टिव प्रश्नोत्तर सत्र आयोजित किया गया। इस सत्र में प्रतिभागियों ने मानसिक स्वास्थ्य और आपात स्थितियों से जुड़े कई महत्वपूर्ण सवाल रखे, जिनका डॉ. खान ने संतोषजनक उत्तर दिया। रेव. फ्र. शिजो ऑगस्टीन, सहयोगी निदेशक, फातिमा कॉलेज ऑफ नर्सिंग, ने भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने विशेषज्ञ वक्ता के उपयोगी विचारों की सराहना की और कार्यक्रम की सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त की। कार्यक्रम का समापन बी.एससी. नर्सिंग छठे सेमेस्टर की एक छात्रा द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। संगोष्ठी में भाग लेने वाले और फीडबैक फॉर्म जमा करने वाले सभी प्रतिभागियों को ई-सर्टिफिकेट भी प्रदान किए गए।