गोरखपुर: पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने रविवार को सर्किट हाउस में पत्रकार वार्ता के दौरान पशुपालकों के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने प्रदेश को 522 मोबाइल पशु चिकित्सा वैन उपलब्ध कराई हैं, जो पशुपालकों के दरवाजे पर एक घंटे के अंदर पहुंचकर पशुओं का इलाज शुरू कर देंगी। इसके लिए पशुपालकों को केवल 1962 पर कॉल करना होगा। मंत्री ने जिले में बंद पड़े पराग डेयरी प्लांट को लेकर भी बड़ी जानकारी देते हुए कहा कि यह फरवरी तक हर हाल में शुरू हो जाएगा। इसके अलावा, उन्होंने पशुपालकों की आय दोगुनी करने के प्रयास, अच्छी नस्ल की गायों पर अनुदान और पशु तस्करों पर सरकार की सख्ती के बारे में भी विस्तार से बताया।
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मोबाइल पशु चिकित्सा वैन: टोल फ्री नंबर 1962 पर मिलेगी सुविधा
पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह ने पशु चिकित्सा को बेहतर बनाने के लिए केंद्र सरकार की ओर से मिली 522 मोबाइल पशु चिकित्सा वैन की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इन वैन में पशु चिकित्सकों के अलावा पशु उपचार के सभी उपकरण और दवाएं उपलब्ध रहेंगी। यह सुविधा सुनिश्चित करेगी कि दूर-दराज के क्षेत्रों में भी पशुओं को समय पर और समुचित इलाज मिल सके। मंत्री के अनुसार, जैसे ही कोई पशुपालक 1962 पर कॉल करेगा, वैन अधिकतम एक घंटे के अंदर उनके दरवाजे पर पहुंच जाएगी और पशु का इलाज शुरू कर देगी। यह पहल ग्रामीण अर्थव्यवस्था और पशुपालकों के लिए एक बड़ी राहत है।
बंद पड़ा पराग डेयरी प्लांट: फरवरी तक होगा चालू
गोरखपुर जिले में बंद पड़े पराग डेयरी प्लांट को लेकर भी मंत्री धर्मपाल सिंह ने आश्वस्त किया। उन्होंने कहा कि एक लाख लीटर क्षमता का आधुनिक पराग प्लांट फरवरी तक हर हाल में शुरू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि अब इस प्लांट को राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (NDDB) चलाएगा और इसकी प्रक्रिया चल रही है। यह प्लांट शुरू होने से स्थानीय दुग्ध उत्पादकों को उनके दूध का सही दाम मिलेगा और डेयरी व्यवसाय को बढ़ावा मिलेगा।
पशु तस्करों पर सख्त कार्रवाई: गोवंश को देखकर कांप रहे हैं कसाई
पशु तस्करी के मुद्दे पर अपनी सरकार की सख्ती बताते हुए मंत्री ने कहा कि पुलिस की कार्रवाई से तस्करों में डर का माहौल है। उन्होंने कहा कि पहले कसाई को देखकर गोवंश कांपते थे, लेकिन आज गोवंश को देख कर कसाई कांप रहे हैं। मंत्री ने बताया कि पुलिस की सख्त कार्रवाई के चलते बहुत से तस्कर या तो भाग गए हैं या चलने लायक नहीं रह गए हैं। इसके अतिरिक्त, उन्होंने दुर्घटनाओं को रोकने के लिए एक महत्वपूर्ण निर्देश भी दिया। उन्होंने कहा कि फोरलेन, हाईवे और शहर के किनारे के पशुओं को रेडियम बेल्ट पहनाने का निर्देश दिया गया है, जिससे रात में वे आसानी से दिख सकें और दुर्घटनाएं नहीं हों।
किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य: दो गायों पर 40 हजार का अनुदान
मंत्री ने बताया कि सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। उनका मानना है कि यदि किसान खेती के साथ पशुपालन करें तो उनकी आय में और बढ़ोतरी होगी। इसी क्रम में उन्होंने एक प्रोत्साहन योजना की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अच्छी नस्ल की गाय दूसरे प्रांत से लाने पर पशुपालक को 40 हजार रुपये का अनुदान दिया जाएगा। यह अनुदान अधिकतम दो गायों तक मिलेगा। उन्होंने यह भी दोहराया कि प्रदेश की इकोनॉमी को एक ट्रिलियन बनाने का लक्ष्य है, जिसमें पशुपालकों का अहम योगदान होगा।
पशुधन विकास के मुख्य तथ्य
| तथ्य/आंकड़ा | विवरण |
| 522 | केंद्र सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश को मिली ‘मोबाइल पशु चिकित्सा वैन’ की संख्या। |
| 1962 | मोबाइल पशु चिकित्सा वैन बुलाने के लिए टोल फ्री नंबर। |
| 1 घंटा | पशुपालक के कॉल करने के बाद वैन के पहुंचने की अनुमानित समय सीमा। |
| फरवरी (संभावित) | गोरखपुर पराग डेयरी प्लांट के शुरू होने का लक्ष्य। |
| ₹40,000 | अच्छी नस्ल की गाय दूसरे प्रांत से लाने पर प्रति गाय मिलने वाला अनुदान (अधिकतम दो गायों पर)। |


