🌧️ यूपी में मानसून का कहर
बांधों के गेट खुले, नदियाँ उफान पर, 14 मौतें
मानसून की मार
उत्तर प्रदेश में मानसून ने जोर पकड़ लिया है। प्रदेश के कई बांधों का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है, जिसके चलते अधिकारियों को गेट खोलने पड़े हैं। ललितपुर में माताटीला बांध के 9 गेट, झांसी में पथराई बांध के 4 और लहचूरा बांध के 10 गेट खोले गए हैं। मऊरानीपुर में सुखनई नदी उफान पर है, और पुराने पुल के ऊपर से पानी बह रहा है।
वाराणसी में गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिसकी वजह से घाट किनारे स्थित बड़े मंदिर भी डूबने के कगार पर हैं। मणिकर्णिका घाट पूरी तरह जलमग्न हो चुका है, जिसके कारण अंतिम संस्कार छतों पर किए जा रहे हैं।
तबाही का आलम
पिछले 24 घंटे में बारिश और बिजली गिरने से प्रदेश में 14 लोगों की मौत हो गई है। मौसम विभाग ने आगामी तीन दिनों तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिसमें 30 किमी प्रति घंटे की तेज हवाएं चलने की संभावना है।
बारिश का आंकड़ा
- पिछले 24 घंटे में 54 जिलों में औसतन 13.4 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो सामान्य से 21% अधिक है।
- चित्रकूट में सबसे ज्यादा 141.5 मिमी बारिश हुई, जिससे बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई।
- 1 जून से अब तक प्रदेश में कुल 199.9 मिमी बारिश हुई है, जो सामान्य से 5% अधिक है।
अन्य प्रभावित क्षेत्र
- कानपुर: रेलवे ट्रैक धंसने से कालिंदी एक्सप्रेस को रोकना पड़ा।
- लखनऊ: एक घंटे की जोरदार बारिश से 20+ कॉलोनियों में जलजमाव, लखनऊ-सुल्तानपुर हाईवे पर घुटनों तक पानी भर गया।