न्यूयॉर्क: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लॉस एंजिल्स में नेशनल गार्ड की कार्रवाई की सराहना करते हुए एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने घोषणा की है कि अब प्रदर्शनकारियों को मास्क पहनने की अनुमति नहीं होगी। यह कदम उनकी इमीग्रेशन पॉलिसी के खिलाफ दो दिनों से जारी विरोध प्रदर्शनों और हिंसा के बीच उठाया गया है।
रविवार सुबह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लॉस एंजिल्स में प्रदर्शनकारियों और कानून व्यवस्था संभालने वाले नेशनल गार्ड के कर्मचारियों को धन्यवाद दिया। उन्होंने अपने बयान में कहा कि प्रदर्शनकारियों को अब मास्क पहनने की अनुमति नहीं दी जाएगी। ट्रंप ने सवाल उठाया, “इन लोगों के पास छुपाने के लिए क्या है?” यह प्रतिक्रिया ऐसे समय आई है जब लॉस एंजिल्स में दो दिन से जारी हिंसा और विरोध प्रदर्शन के बीच नेशनल गार्ड को तैनात किया गया है।
शनिवार को राष्ट्रपति ट्रंप ने एक संसदीय ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे, जिसमें कहा गया था कि नेशनल गार्ड की तैनाती उस ‘कानूनहीनता’ से निपटने के लिए की जा रही है जो लंबे समय से बढ़ती जा रही है। व्हाइट हाउस ने इस आदेश को जारी करते हुए बताया कि यह कदम हिंसा को नियंत्रित करने और व्यवस्था बहाल करने के लिए आवश्यक था।
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यह हिंसा और विरोध प्रदर्शन शुक्रवार से शुरू हुए थे, जब अमेरिका में व्यापक इमीग्रेशन रेड्स (प्रवासन संबंधी छापेमारी) के बाद विभिन्न इलाकों में तनाव देखा गया। ये प्रदर्शन खासतौर पर डेमोक्रेट्स के शासन वाले लॉस एंजिल्स में हुए, जहाँ जनगणना के आंकड़ों के अनुसार आबादी का एक बड़ा हिस्सा हिस्पैनिक और विदेशी मूल के लोग हैं। ये विरोध प्रदर्शन ट्रंप के रिपब्लिकन प्रशासन की इमीग्रेशन पॉलिसी के खिलाफ थे, जिसने अपने दूसरे कार्यकाल में इमीग्रेशन को एक मुख्य मुद्दा बनाया है।
ट्रंप के इस फैसले और टिप्पणी ने नए विवाद को जन्म दिया है, क्योंकि उन्होंने प्रदर्शनकारियों के मास्क पहनने पर सवाल उठाते हुए उनके इरादों पर संदेह जताया है। ट्रंप ने साथ ही प्रदर्शन के दौरान मास्क पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया है। उनके इस बयान के बाद विरोध-प्रदर्शन और भी तेज हो गए हैं, जिससे राजनीतिक और सामाजिक माहौल में और गरमाहट आ गई है।
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