सतयुग में राक्षस और कलियुग में संत: क्या है धर्म और अधर्म का असली सच?
हर युग में धर्म और अधर्म का द्वंद्व चलता रहा है। सतयुग में हिरण्यकश्यप तो कलियुग में तुलसीदास जैसे संत हुए। गीता वाटिका, गोरखपुर के प्रवचन पर आधारित यह लेख पढ़ें।
हर युग में धर्म और अधर्म का द्वंद्व चलता रहा है। सतयुग में हिरण्यकश्यप तो कलियुग में तुलसीदास जैसे संत हुए। गीता वाटिका, गोरखपुर के प्रवचन पर आधारित यह लेख पढ़ें।
खरमास (Kharmas) में शुभ कार्य क्यों वर्जित माने जाते हैं? जानें इसके पीछे का ज्योतिषीय तर्क और महत्व. गीता वाटिका, गोरखपुर के विशेष प्रवचन पर आधारित यह आलेख आपके संशय को दूर करेगा.