सैमसंग इनोवेशन कैंपस कार्यक्रम के तहत गोरखपुर विश्वविद्यालय में हैकाथॉन का आयोजन किया गया। कुलपति प्रो पूनम टंडन ने इसका उद्घाटन किया। यह हैकाथॉन छात्रों को कोडिंग, प्रोग्रामिंग और समस्या-समाधान जैसे महत्वपूर्ण कौशल में सशक्त बनाएगा। पूरी रिपोर्ट पढ़ें।
गोरखपुर: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में छात्रों के बीच नवाचार और तकनीकी कौशल को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सैमसंग इनोवेशन कैंपस (SIC) कार्यक्रम के तहत एक हैकाथॉन का उद्घाटन किया गया। कुलपति प्रो पूनम टंडन ने इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया और इसे छात्रों को भविष्य के लिए तैयार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। इस हैकाथॉन का मुख्य लक्ष्य छात्रों को कोडिंग, प्रोग्रामिंग और समस्या-समाधान में व्यावहारिक अनुभव प्रदान करना है, जिससे वे उद्योग की जरूरतों के अनुसार खुद को ढाल सकें।
तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास का केंद्र
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में सैमसंग इनोवेशन कैंपस एक ऐसा मंच बन गया है जो छात्रों को उद्योग से संबंधित कौशल और व्यावहारिक अनुभव प्रदान करता है। यह कार्यक्रम छात्रों को कोडिंग और प्रोग्रामिंग के क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल करने में मदद करता है। कुलपति प्रो पूनम टंडन ने कहा कि यह हैकाथॉन केवल एक प्रतियोगिता नहीं है, बल्कि एक ऐसा मंच है जहां छात्रों की रचनात्मकता और प्रौद्योगिकी का मेल होता है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि ऐसी पहल से छात्रों की समस्या-समाधान क्षमताएं मजबूत होंगी और वे भविष्य के नवप्रवर्तकों के रूप में उभरेंगे।
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अकादमिक और उद्योग का सहयोग
इस हैकाथॉन के माध्यम से विश्वविद्यालय और उद्योग के बीच की दूरी को कम करने का प्रयास किया जा रहा है। इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संकाय के अधिष्ठाता प्रो हिमांशु पांडेय ने बताया कि एसआईसी कार्यक्रम के तहत आयोजित यह हैकाथॉन छात्रों को वास्तविक दुनिया की चुनौतियों पर काम करने और अपनी कोडिंग विशेषज्ञता को निखारने का एक सुनहरा अवसर प्रदान करता है। इसी कड़ी में, इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संस्थान के निदेशक प्रो एस. एन. तिवारी ने कहा कि उनका लक्ष्य संस्थान को नवाचार और उत्कृष्टता का केंद्र बनाना है। उन्होंने बताया कि यह हैकाथॉन छात्रों को रचनात्मक रूप से सोचने और तकनीकी पारिस्थितिकी तंत्र में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए प्रेरित करता है।
प्रमुख लोगों की उपस्थिति
इस उद्घाटन समारोह में कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर स्किल्स काउंसिल ऑफ इंडिया (ईएसएससीआई) के आधिकारिक प्रतिनिधि श्री निखिल वर्मा ने कार्यक्रम में भाग लिया। उनके साथ ही अधिष्ठाता इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संकाय प्रो हिमांशु पांडेय, इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संस्थान के निदेशक प्रो एस. एन. तिवारी और कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग के समन्वयक डॉ. राजीव रंजन कुमार त्रिपाठी भी मौजूद थे। इसके अतिरिक्त, स्वदेश फाउंडेशन के प्रतिनिधि डॉ. राजीव निगम, डॉ. नितिन शंकर और श्री आकाश दीक्षित ने भी अपनी सक्रिय उपस्थिति दर्ज कराई।