Last Updated on September 19, 2025 3:25 PM by गो गोरखपुर ब्यूरो
गोरखपुर में नीट छात्र दीपक गुप्ता की हत्या के आरोपी पशु तस्कर अजहर की इलाज के दौरान मौत हो गई है। जानें कैसे हुआ पूरा मामला, ग्रामीणों की झड़प और पुलिस पर पथराव की पूरी कहानी।
गोरखपुर: गोरखपुर में नीट छात्र दीपक गुप्ता की हत्या में शामिल आरोपी पशु तस्कर अजहर उर्फ अजब हुसैन की इलाज के दौरान मौत हो गई। 21 वर्षीय अजहर, जो बिहार के गोपालगंज का रहने वाला था, बीआरडी मेडिकल कॉलेज के आईसीयू में भर्ती था। शुक्रवार सुबह 10:37 बजे उसने दम तोड़ दिया। यह वही आरोपी है जिसे 15 सितंबर की रात ग्रामीणों ने पीट-पीटकर अधमरा कर दिया था। इस घटना के बाद से ही गोरखपुर में तनाव का माहौल बना हुआ है, जिसमें पुलिस पर भी कई बार हमला किया गया।
नीट छात्र दीपक गुप्ता की हत्या का पूरा मामला
15 सितंबर की रात, लगभग 11:30 बजे, 13 पशु तस्कर दो गाड़ियों में सवार होकर पिपराइच के मऊआचापी गांव पहुंचे। उन्होंने गांव में दुर्गेश गुप्ता की फर्नीचर की दुकान का ताला तोड़ने की कोशिश की। दुकान के ऊपर की मंजिल में दुर्गेश के भांजे के ट्रैवल ऑफिस था। ताला खटखटाने की आवाज सुनकर वह जाग गया और उसने अपने मामा के बेटे दीपक गुप्ता को फोन किया। दीपक ने तुरंत शोर मचाया और अपनी स्कूटी से दुकान की ओर भागा। उसके पीछे 10-15 और ग्रामीण भी थे।
तस्करों और ग्रामीणों के बीच हुई झड़प
ग्रामीणों और तस्करों का आमना-सामना होने पर तस्करों ने फायरिंग कर दी। दीपक गुप्ता सबसे आगे था, इसलिए तस्करों ने उसे अपनी गाड़ी में खींच लिया। दूसरी ओर, ग्रामीणों ने एक तस्कर अजहर को पकड़ लिया। ग्रामीणों ने उसकी गाड़ी में आग लगा दी और उसे पीट-पीटकर अधमरा कर दिया। इसी दौरान पुलिस मौके पर पहुंची और तस्कर को भीड़ से छुड़ाने की कोशिश की, जिससे ग्रामीणों और पुलिस के बीच झड़प हो गई। इस झड़प में एसपी नॉर्थ जितेंद्र श्रीवास्तव और पिपराइच थाना प्रभारी घायल हो गए। पुलिस ने जैसे-तैसे अजहर को भीड़ से छुड़ाकर अस्पताल में भर्ती कराया।
पुलिस को 4 किमी दूर मिला छात्र का शव
जिस दिशा में तस्कर भागे थे, उसी दिशा में पुलिस ने तलाश शुरू की। लगभग 4 किमी दूर, उन्हें दीपक का खून से लथपथ शव मिला। 16 सितंबर की सुबह 7 बजे छात्र की हत्या की खबर फैलते ही लोगों में आक्रोश फैल गया और उन्होंने गोरखपुर-पिपराइच रोड पर जाम लगा दिया। पुलिस के समझाने पर गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव भी किया।
सीएम योगी का हस्तक्षेप और पुलिसकर्मियों का निलंबन
यह मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुंचा। उन्होंने तुरंत अधिकारियों को मौके पर पहुंचने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। डीआईजी शिवसिंपी चनप्पा और एसएसपी राजकरण नय्यर ने घटनास्थल पर पहुंचकर छात्र के परिवार को न्याय का भरोसा दिलाया, जिसके बाद जाम हटा लिया गया। हालांकि, पोस्टमार्टम के बाद छात्र का शव घर आने पर पुलिस द्वारा जल्द दाह संस्कार कराने का दबाव बनाने पर फिर से तनाव बढ़ गया और महिलाओं ने पुलिस पर पथराव किया। घटना के करीब 23 घंटे बाद, एसएसपी राज करण नय्यर ने जंगल धूषण चौकी इंचार्ज ज्योति नारायण तिवारी समेत चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया और पूरी चौकी के खिलाफ विभागीय जांच बैठा दी।
एनकाउंटर में पकड़े गए 3 अन्य आरोपी
पुलिस ने इस मामले में दो दिन पहले, यानी बुधवार को तीन अन्य आरोपियों छोटू, राजू और रहीम को कुशीनगर में एक मुठभेड़ में पकड़ा। इस दौरान आरोपी रहीम के दोनों पैरों में गोली लगी थी।
घटनाक्रम की टाइमलाइन
- 15 सितंबर, रात 11:30 बजे: 13 पशु तस्करों का पिपराइच के मऊआचापी गांव में प्रवेश।
- 15 सितंबर, देर रात: तस्करों और ग्रामीणों के बीच झड़प, NEET छात्र दीपक गुप्ता को अगवा किया गया।
- 16 सितंबर, सुबह 7 बजे: दीपक का शव 4 किमी दूर मिला, गुस्साए ग्रामीणों ने सड़क जाम किया।
- 16 सितंबर, दोपहर: पुलिस द्वारा दाह संस्कार का दबाव बनाने पर महिलाओं ने पथराव किया।
- 16 सितंबर, रात: एसएसपी ने 4 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया।
- 18 सितंबर, बुधवार: कुशीनगर में तीन आरोपी (छोटू, राजू, रहीम) मुठभेड़ में पकड़े गए।
- 19 सितंबर, शुक्रवार, सुबह 10:37 बजे: आरोपी अजहर की बीआरडी मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत।