Last Updated on September 12, 2024 11:36 AM by गो गोरखपुर ब्यूरो

- पैसों की लेनदेन के लिए गरीबों के बैंक खातों का करते थे इस्तेमाल
Gorakhpur News: मुंबई में बैठे जालसाजों ने कैसिनों में बड़ी जीत के लालच में फंसाकर लोगों से करोड़ों की ठगी कर डाली. जालसाजों ने कई ऐप बनाए हैं, जिससे जरिए लोगों को ऑनलाइन रुपये जीतने का लालच दिया जाता है. इस लालच में फंसकर लोग पैसे लगाते हैं और उसे हार जाते हैं. सबसे बड़ी बात यह कि इस खेल में खुद को बचाने के लिए ये जालसाज अपने खातों का इस्तेमाल नहीं करते थे. पैसों की लेनदेन के लिए वे गरीबों के खातों का इस्तेमाल करते थे. नौकरानी या फिर उनके रिश्तेदारों के नाम पर खाते खोले गए थे. इसके एवज में उन्हें दस से पांच हजार रुपये भी दे रहे थे.
शहर में ऐसे ही संचालित हो रहे गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने दो ठगों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों के पास से पुलिस ने बैंक के पांच पासबुक, दस मोबाइल, सात लैपटॉप, 11 लाख तीन हजार रुपये नकद बरामद किया है. पकड़े गए आरोपियों की पहचान कोतवाली इलाके के पुर्दिलपुर निवासी संजय चौरसिया और सिद्धार्थनगर के खेसरहा थाना क्षेत्र के कड़जा निवासी अजय ठाकुर के रूप में हुई है.
गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने बताया कि जैमिनी अपार्टमेंट में लक्ष्मीना नाम की एक महिला झाडू पोछा करती थी. यहीं पर उसकी मुलाकात संजय से हो गई और उसने गरीबी की बात बताई तो उसने काली मंदिर के पीछे अपने आफिस पर बुलाया. वहीं पर उसने सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी दी और फिर लक्ष्मीना सहित 20 लोगों का बैंक में खाता खुलवा दिया. इन खातों का इस्तेमाल वह खुद करता था.
ऑनलाइन कैसिनों पर बीट लगवाता था और फिर पहले राउंड में रुपये आने दिखता था, लेकिन बाद में लोग हार जाते थे. इस तरह से यह पूरा धंधा चल रहा था. एसएसपी ने बताया कि एक खाता के बदले जालसाज गरीब लोगों को पांच से दस हजार रुपये भी दिया करते थे. लक्ष्मीना ने ही पुलिस आफिस में आकर शिकायत की, जिसके बाद पूरे प्रकरण की जांच एएसपी अंशिका वर्मा को सौंपी गई थी. जांच में पूरा मामला सामने आने के बाद दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है एक आरोपी एमबीए किया है तो दूसरा बीटेक किया है.