- लापरवाही पाए जाने पर डीएम ने एक अधिकारी का वेतन रोका, दूसरे को कारण बताओ नोटिस जारी

Gorakhpur: अपनी जबवादेही में शिथिलता बरतने वाले अधिकारियों कर्मचारियों पर शासन-प्रशासन सख्त हैं. डीएम गोरखपुर ने आईजीआरएस पोर्टल पर मामलों के निस्तारण में लापरवाही पाए जाने पर बेसिक शिक्षा अधिकारी और क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी के खिलाफ ऐक्शन लिया है. बीएसए का वेतन अगले आदेश तक रोक दिया गया है, जबकि क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है.
डीएम की ओर से जारी आदेश में, बेसिक शिक्षा अधिकारी को लिखा गया है कि श्रीरामरेखा सिंह इंटर कालेज उरुवा बाजार में दो अधिकारियों द्वारा 25 सितम्बर 2024 को मध्याह्न भोजन की जांच की गई थी. इस संबंध में उरुवा निवासी सावित्री, ममता, बबिता आदि का प्रार्थना पत्र 14 अक्टूबर को बीएसए के पोर्टल पर अग्रसारित किया गया. इसके निस्तारण की नियत तिथि 13 नवंबर थी. इस प्रकरण को अस्वीकृत कर पोर्टल पर 20 नवम्बर तक की तिथि डाल दी गई. 20 नवंबर तक भी इसका निस्तारण नहीं हुआ. इसके चलते यह प्रकरण डिफॉल्टर श्रेणी में आ गया और जिले की रैंकिंग खराब होगी. इस कारण अग्रिम आदेश तक इनका वेतन रोकते हुए इसकी सूचना मुख्य कोषाधिकारी को भी भेज दी गई है.
वहीं क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी को सूरज कुंडधाम नगर निवासी राम बालक की शिकायत के निस्तारण के लिए 20 नवंबर तक का समय दिया गया था. इस ममले में भी जिम्मेदार अधिकारी के रुचि न लेने के चलते मामले का निस्तारण नहीं हो सका. ऐसे में पर्यटन अधिकारी को नोटिस देकर तीन दिन के अंदर जवाब मांगा गया है कि इस घोर लापरवाही के आरोप में क्यों न उनके विरुद्ध विभागीय कार्यवाही की संस्तुति कर दी जाए.