Last Updated on September 24, 2025 9:29 AM by गो गोरखपुर ब्यूरो
गोरखपुर के रामगढ़ताल में सनसनीखेज वारदात! एक युवक ने YouTube से पिस्टल चलाना सीखकर अपने पड़ोसी पर जानलेवा हमला कर दिया। जानें क्यों हुआ यह हमला और कैसे पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार।
गोरखपुर: रामगढ़ताल इलाके में सोमवार की रात हुई गोलीबारी की घटना में पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। घायल अमन मौर्या को गोली मारने के आरोप में गिरफ्तार किए गए प्रशांत सिंह ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसने वारदात को अंजाम देने से पहले YouTube पर पिस्टल चलाने और गोलीकांड से जुड़ी खबरें देखी थीं। उसने यह जानने की कोशिश की कि गोलीबारी के बाद पुलिस कैसे कार्रवाई करती है। इसी जानकारी के आधार पर उसने अमन पर पांच गोलियां दागीं। पुलिस ने आरोपी के मोबाइल फोन की सर्च हिस्ट्री से यह जानकारी निकाली है।
प्रशांत की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उसकी निशानदेही पर वह पिस्टल, तीन खोखे और एक कारतूस भी बरामद किया है जिसे उसने वारदात के बाद झाड़ी में फेंक दिया था। पीड़ित के पिता की तहरीर पर पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी को जेल भेज दिया है।
आरोपी ने खरीदी थी अवैध पिस्टल
रामगढ़ताल इलाके के पथरा में रहने वाले अमन मौर्या और प्रशांत सिंह पड़ोसी हैं। पुलिस पूछताछ में पता चला है कि दोनों के बीच तीन दिन पहले किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। पुलिस के अनुसार, आरोपी प्रशांत सिंह आजमगढ़ के कप्तानगंज थाना क्षेत्र के रानीपुर का रहने वाला है। उसने यह अवैध पिस्टल बिहार से खरीदी थी और इसे चलाना उसने गूगल और YouTube से सीखा था। वारदात के बाद वह पिस्टल झाड़ी में फेंककर घर लौट आया ताकि पुलिस को उस पर संदेह न हो।
बहन का पीछा करने से शुरू हुई रंजिश
पुलिस के मुताबिक, प्रशांत ने कुछ दिन पहले अमन की बहन का पीछा किया था, जिस पर दोनों में तीखी बहस हुई थी। इस घटना के बाद से ही प्रशांत, अमन से रंजिश रखने लगा था और इसी रंजिश का बदला लेने के लिए उसने अमन पर जानलेवा हमला किया।
इलाज के दौरान दर्ज हुआ बयान
घटना के समय अमन घर के पास टहल रहा था तभी प्रशांत ने उसे दौड़ाकर ताबड़तोड़ पांच गोलियां मार दीं। घायल अवस्था में भी अमन ने हिम्मत नहीं हारी और जमीन पर गिरते हुए अपने चाचा को फोन कर दिया। परिजनों ने उसे तुरंत जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां से उसे मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। घायल अमन का मजिस्ट्रियल बयान रात में ही दर्ज किया गया, जिसमें उसने प्रशांत सिंह का नाम लिया। इसी बयान के आधार पर पुलिस ने प्रशांत के खिलाफ केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। अमन की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है।