गोरखपुर: बेलीपार थानाक्षेत्र में शनिवार, 7 जून को एक सनसनीखेज घटना सामने आई, जहाँ हिस्ट्रीशीटर दिनेश निषाद की गोली मारकर हत्या कर दी गई। उसका शव ऊंचगांव इलाके के पास एक तालाब के किनारे बरामद किया गया। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है।
जानकारी के अनुसार, शनिवार दोपहर दिनेश अपनी पल्सर बाइक से गोरखपुर से परिवार के लिए दवा लेकर वापस अपने घर जा रहा था। इसी दौरान एक चार पहिया वाहन में सवार चार व्यक्तियों ने दिनेश को ओवरटेक कर रोकने का प्रयास किया।
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सूत्रों के मुताबिक, दिनेश ने कार में सवार लोगों को पहचान लिया होगा, जिसके कारण उसने अपनी बाइक को तेज़ रफ़्तार से खेत की ओर मोड़ लिया। पीछा किए जाने पर, दिनेश ने अपनी बाइक बंधे पर छोड़ दी और जान बचाने के लिए तालाब की ओर दौड़ पड़ा। लेकिन, कार सवार बदमाशों ने उसे घेर लिया और तालाब के पास उसके सिर में गोली मारकर हत्या कर दी। हमलावर वारदात को अंजाम देकर मौके से फरार हो गए।
फायरिंग की आवाज सुनकर स्थानीय लोग तुरंत मौके पर पहुंचे। सूचना मिलने पर पुलिस भी घटनास्थल पर पहुँची। पुलिस को बंधे पर एक अवैध तमंचा और दिनेश की बाइक मिली, जबकि उसका शव तालाब के किनारे पड़ा हुआ था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आगे की कार्यवाही कर रही है।
मृतक दिनेश निषाद पार्टी का कार्यकर्ता भी था। प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री और निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संजय निषाद ने मीडिया में इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि बेलीपार में उनके कार्यकर्ता दिनेश की हत्या एक गहरी साजिश का हिस्सा है। डॉ. निषाद ने जोर देकर कहा कि पूरी पार्टी पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि निषाद पार्टी के बढ़ते प्रभाव और विस्तार को देखकर विपक्षी घबरा गए हैं, और इसी कारण वे कार्यकर्ताओं को निशाना बनाकर साजिश रच रहे हैं।
बताया गया है कि गुलरिहा थानाक्षेत्र के हिस्ट्रीशीटर दिनेश पर कई मुकदमे दर्ज थे। हत्या के दो मामलों में वह नामजद था। पुलिस अब इस हत्या के पीछे के संभावित कारणों और शामिल लोगों की तलाश में जुट गई है।
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