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सिटी सेंटर

भूजल दोहन: 74 कार वॉशिंग सेंटर को नोटिस, 15 दिन में लगाना होगा रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम

गो गोरखपुर सिटी न्यूज़
गोरखपुर में 16 जुलाई 2025 की प्रमुख खबरें: भूजल दोहन पर नया शुल्क, एसएसबी अधिकारी की मौत, विरासत गलियारा विवाद, दुकान में आग, डॉक्टर की मौत के बाद पत्नी का प्रसव, शिक्षिका के पति की गिरफ्तारी, जीडीए कॉलोनियों में सफाई शुल्क, ड्रग विभाग पर कार्रवाई, जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र की समस्या, सफाई व्यवस्था पर नगर आयुक्त की नाराजगी, और खुले में सीवर फेंकने पर मुकदमा।

गोरखपुर:आज गोरखपुर शहर से कई महत्वपूर्ण खबरें सामने आई हैं। जहाँ एक ओर नगर निगम ने भूजल दोहन और सफाई व्यवस्था को लेकर कड़े कदम उठाए हैं, वहीं दूसरी ओर कुछ दुखद घटनाओं ने शहर को स्तब्ध कर दिया है। इसके अतिरिक्त, विकास परियोजनाओं और प्रशासनिक निर्णयों से जुड़ी खबरें भी चर्चा में हैं। आइए, जानते हैं आज की प्रमुख खबरें विस्तार से:

भूजल दोहन पर शुल्क और जल संरक्षण उपाय

गोरखपुर नगर निगम ने अब भूजल दोहन पर शुल्क लेना शुरू कर दिया है। कार धुलाई केंद्रों को दो हजार रुपये और आरओ संयंत्र संचालकों को एक हजार रुपये प्रति माह का शुल्क देना होगा। इन सभी केंद्रों को 15 दिनों के भीतर रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाना भी अनिवार्य होगा। जलकल विभाग के सहायक अभियंता सत्येश कुमार के अनुसार, अब तक 59 आरओ प्लांट और 25 कार धुलाई केंद्रों का पंजीकरण हो चुका है, जबकि 74 कार वॉशिंग सेंटर संचालकों को नोटिस भेजे गए हैं।

खुले में सीवर अपशिष्ट फेंकने पर मुकदमा

गोरखपुर नगर निगम ने अब खुले में सीवर अपशिष्ट (सेप्टिक टैंक से निकलने वाला गंदा पानी) फेंकने वालों के खिलाफ कड़ा रुख अख्तियार किया है। ऐसे मामलों में मुकदमा दर्ज किया जाएगा और जानकारी देने वालों को पुरस्कृत भी किया जाएगा। हाल ही में, खुले में सीवर अपशिष्ट फेंकने वाले दो सीवर टैंकर संचालकों पर 12 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है।

एसएसबी अधिकारी की दौड़ते समय मृत्यु

गोरखपुर के फर्टिलाइजर एसएसबी ग्राउंड में मंगलवार सुबह दौड़ते समय एसएसबी के उपनिरीक्षक रमेश कुमार (45) अचानक अचेत होकर गिर गए। उन्हें तुरंत बीआरडी मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पोस्टमार्टम के बाद उनका पार्थिव शरीर हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में उनके पैतृक निवास भेज दिया गया। रमेश कुमार एसएसबी में सहायक उपनिरीक्षक प्रशिक्षण केंद्र सशस्त्र सीमा बल के पद पर तैनात थे और उपनिरीक्षक के लिए पदोन्नति का कोर्स कर रहे थे। उनके पीछे उनकी शिक्षिका पत्नी, एक बेटा और एक बेटी हैं।

विरासत गलियारा परियोजना से प्रभावित लोगों की बैठक

विरासत गलियारा परियोजना से प्रभावित मकान मालिकों, किरायेदारों और व्यापारियों ने साहबगंज में एक बैठक की। उन्होंने व्यावसायिक सर्किल रेट के आधार पर दोगुना मुआवजा देने की मांग की। व्यापारियों ने बताया कि ग्रामीण विधायक विपिन सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर बैठक कर आश्वासन दिया था कि मकान मालिकों को सर्किल रेट का दोगुना मुआवजा दिया जाएगा और पाँच फीट से छोटी दुकानों वाले किरायेदारों को वैकल्पिक दुकानें मिलेंगी। हालांकि, प्रशासन की ओर से अभी तक मुआवजे की राशि लिखित रूप में स्पष्ट नहीं की गई है, जिससे लोगों में असमंजस बना हुआ है।

जीडीबी कॉम्प्लेक्स में हार्डवेयर व पेंट की दुकान में आग

गोरखपुर के बरगदवा स्थित जीडीबी कॉम्प्लेक्स में बृजेश पाठक की अंश हार्डवेयर एंड पेंट की दुकान में शॉर्ट-सर्किट से आग लग गई। इस घटना में 15 लाख रुपये से अधिक का सामान जलकर राख हो गया। सूचना मिलने पर फायर ब्रिगेड की तीन गाड़ियाँ मौके पर पहुँची और आग पर काबू पाया। पुलिस मामले की जाँच कर रही है। यह दुकान बृजेश पाठक की पत्नी माधुरी पाठक के नाम पर थी।

शिक्षिका की हत्या के आरोपी पति गिरफ्तार

उरुवा बाजार में एक शिक्षिका आशा की हत्या के मामले में उनके पति रवि प्रताप को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मृतका के भाई संतोष कुमार की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपी की खोजबीन शुरू कर दी थी। रवि प्रताप ने अपनी पत्नी आशा के सिर पर सील-बट्टे से प्रहार कर उनकी हत्या कर दी थी। यह घटना रविवार देर रात की है, जब रवि प्रताप का आशा से किसी बात पर विवाद हुआ था। आशा गोला थाना क्षेत्र के कस्तूरबा विद्यालय में शिक्षिका थीं। आरोपी को उसके किराए के मकान के पास से गिरफ्तार किया गया और हत्या में प्रयुक्त सील-बट्टा बरामद कर उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।

जीडीए कॉलोनियों में अब सफाई के लिए लगेगा सर्विस चार्ज

गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) द्वारा विकसित आवासीय योजनाओं को डेढ़-दो दशक बाद भी नगर निगम को हस्तांतरित नहीं किया जा सका है। इन कॉलोनियों में साफ-सफाई की जिम्मेदारी फिलहाल जीडीए निभा रहा है, जिससे उस पर लगातार वित्तीय बोझ बढ़ रहा है। जीडीए ने अब इन कॉलोनियों में साफ-सफाई व्यवस्था बनाए रखने के लिए सर्विस शुल्क लेने की योजना बनाई है। यह शुल्क भूखंड के क्षेत्रफल के आधार पर निर्धारित किया जाएगा, जो आवासीय भूखंडों के लिए ₹100 से ₹500 और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के लिए ₹200 से ₹2000 तक होगा।

नशीली दवा के कारोबार को लेकर ड्रग विभाग पर कार्रवाई

जिले में नशीली दवा के बढ़ते कारोबार का मामला मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुँचने के बाद ड्रग विभाग के एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी मोहन तिवारी को निलंबित कर दिया गया है। उसे वाराणसी में सहायक आयुक्त कार्यालय से संबद्ध किया गया है। हाल ही में नारकोटिक्स और दिल्ली पुलिस की टीम ने गोरखपुर की थोक दवा मंडी भालोटिया में करोड़ों रुपये के नशीली दवाओं के कारोबार का खुलासा किया था, जिसमें तीन दवा व्यापारी गिरफ्तार हुए थे। इस मामले में स्थानीय ड्रग विभाग पर मिलीभगत के आरोप लगे थे।

जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र बनवाने में परेशानी

सीआरएस पोर्टल में तकनीकी दिक्कत के चलते जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र बनवाने में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। पोर्टल धीमी गति से चलने के कारण एक-एक आवेदन पर काफी समय लग रहा था। एसडीएम कार्यालय से अब जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र की लंबित रिपोर्ट नगर निगम को मिलनी शुरू हो गई है, जिससे उम्मीद है कि जल्द ही यह समस्या हल होगी।

सफाई व्यवस्था पर नगर आयुक्त की नाराजगी

नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल ने बेतियाहाता और वार्ड 62, 63 की गलियों में गंदगी देखकर गहरी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि गलियों में सफाई नहीं हुई तो सुपरवाइजरों पर कार्रवाई होगी। उन्होंने नालों की सफाई को लेकर भी नाराजगी जताई और कहा कि यदि नाले साफ नहीं हो रहे हैं तो संबंधित लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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गो गोरखपुर ब्यूरो

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