We're on WhatsApp!

Join our new WhatsApp Channel for instant updates, exclusive content, and special offers delivered right to your phone.

अपडेट

HDFC बैंक के लोगो वाला फर्जी व्हाट्सएप मैसेज आया, एपीके फाइल डाउनलोड करते ही खाते से उड़ गए लाखों

cyber crime
गोरखपुर पुलिस ने अमेरिका में रहने वाले लविन जे. मोरार के साथ हुई ₹2.50 लाख की साइबर ठगी के मामले में ₹2.02 लाख वापस दिलवाए। जानें कैसे हुई यह ठगी और कैसे बचें।

गोरखपुर: साइबर अपराधियों के जाल में फंसकर ढाई लाख रुपये गंवाने वाले एक NRI (अनिवासी भारतीय) को गोरखपुर पुलिस ने बड़ी राहत दी है। अमेरिका में रहने वाले लविन जे. मोरार के साथ हुई 2.50 लाख रुपये की साइबर ठगी के मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 2.02 लाख रुपये वापस करवा दिए। इस कार्रवाई के बाद पीड़ित ने गोरखपुर पुलिस का आभार व्यक्त किया है।

व्हाट्सएप पर आया था HDFC बैंक का फर्जी मैसेज

शाहपुर थाना क्षेत्र के बशारतपुर निवासी लविन जे. मोरार, जो वर्तमान में अमेरिका में रहते हैं, ने 15 अगस्त को साइबर थाने में ईमेल के जरिए एक शिकायत भेजी थी। उन्होंने बताया कि उन्हें HDFC बैंक के लोगो वाला एक व्हाट्सएप मैसेज मिला था। उस पर भरोसा कर उन्होंने एक एपीके (APK) फाइल डाउनलोड कर ली, जिसके बाद उनके बैंक खाते से 2.50 लाख रुपये निकाल लिए गए। जांच में पता चला कि पीड़ित का बैंक खाता गोरखपुर का ही था।

पुलिस की सक्रियता से बची रकम, वापस मिली राशि

शिकायत मिलते ही साइबर थाने की टीम हरकत में आ गई। प्रभारी निरीक्षक मु. रसीद खां के नेतृत्व में उप निरीक्षक दिव्येंदु तिवारी, आरक्षी दीपचंद भारती, महिला आरक्षी खुशबू मौर्या और कुमकुम सिंह यादव ने जांच शुरू की। पुलिस ने तुरंत उस बैंक खाते को फ्रीज करवा दिया, जिसमें ठगी की रकम ट्रांसफर की गई थी। इस सक्रियता के चलते साइबर अपराधी पूरी रकम नहीं निकाल पाए। शुक्रवार को, पुलिस ने कड़ी मेहनत के बाद 2.02 लाख रुपये पीड़ित लविन जे. मोरार के खाते में वापस करवा दिए।

साइबर अपराध से बचने के लिए इन बातों का रखें ध्यान

एसपी क्राइम सुधीर जायसवाल ने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि किसी भी तरह की साइबर ठगी होने पर तुरंत राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 या राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन पोर्टल https://www.cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज कराएं। उन्होंने यह भी सलाह दी कि किसी भी अनजान मैसेज या एपीके फाइल को डाउनलोड न करें, क्योंकि ये जालसाजी का माध्यम हो सकते हैं।

एपीके फाइल क्या होती है?

एपीके फ़ाइल, जिसका पूरा नाम एंड्रॉइड पैकेज किट (Android Package Kit) है, वह फ़ाइल फ़ॉर्मेट है जिसका उपयोग एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम पर मोबाइल ऐप्स और गेम्स को डिस्ट्रीब्यूट और इंस्टॉल करने के लिए किया जाता है। यह विंडोज कंप्यूटर पर इस्तेमाल होने वाली .exe फ़ाइल के समान है। अज्ञात स्रोतों से एपीके फ़ाइलें इंस्टॉल करना जोखिम भरा हो सकता है। उनमें मैलवेयर या वायरस हो सकते हैं जो आपके फ़ोन को नुक़सान पहुँचा सकते हैं। इसलिए, केवल विश्वसनीय स्रोतों से ही एपीके फ़ाइलें डाउनलोड करें।

हमें फॉलो करें

गो गोरखपुर ब्यूरो

गो गोरखपुर ब्यूरो

About Author

गोरखपुर और आसपास की खबरों (gorakhpur news) के लिए पढ़ते रहें गोगोरखपुर.कॉम | सूचनाओं की भीड़ में अपने काम लायक हर जरूरी जानकारी पर रखें नज़र...गो गोरखपुर (www.gogorakhpur.com) के साथ.

पिछले दिनों की पोस्ट...

सड़क हादसा
अपडेट

गोरखपुर: BJP विधायक फतेह बहादुर सिंह लिंक एक्सप्रेसवे पर हादसे में घायल, लखनऊ रेफर

कैंपियरगंज के भाजपा विधायक फतेह बहादुर सिंह सोमवार शाम लिंक एक्सप्रेस-वे पर सड़क हादसे में घायल हो गए। उन्हें लखनऊ
नॉर्मल तिराहे पर आमने आमने आए सपा और भाजपा कार्यकर्ता.
अपडेट

गोरखपुर में ‘विरासत गलियारे’ पर संग्राम! भाजपा-सपा कार्यकर्ता भिड़े, हाई वोल्टेज ड्रामा!

गोरखपुर में विरासत गलियारा परियोजना पर भाजपा-सपा के कार्यकर्ता भिड़े। नेता प्रतिपक्ष के काफिले को रोका गया, गाड़ी का शीशा
नया एक्सप्रेसवे: पूर्वांचल का लक, डेवलपमेंट का लिंक महाकुंभ 2025: कुछ अनजाने तथ्य… महाकुंभ 2025: कहानी कुंभ मेले की…