विज्ञापन
गोरखपुर: गुलरिहा थाना क्षेत्र के जंगल अयोध्या प्रसाद गांव में शुक्रवार की रात रास्ते से बाइक हटाने को लेकर दो टोलों के लोगों के बीच जमकर मारपीट हुई। इस हिंसक झड़प में कई लोग घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए भेजा गया है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों की तहरीर के आधार पर 22 नामजद और 50 से अधिक अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। गांव में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल भी तैनात किया गया है।
बाइक हटाने को लेकर शुरू हुआ था विवाद
यह पूरा मामला जंगल अयोध्या प्रसाद गांव के दो टोलों के बीच का है। पहले पक्ष की ओर से जंगल अयोध्या प्रसाद टोला मलमलिया निवासी सुरेश गुप्ता ने पुलिस को बताया कि वे शुक्रवार रात सचिन की गाड़ी में सामान लादकर प्रवीन, प्रियांशु और विक्की के साथ रजही चौराहे से घर लौट रहे थे। आरोप है कि मिथिलेश मौर्य के घर के सामने ओंकार, सोमनाथ, सोनू, रामकरन, रंजीत और अन्य लोगों ने उनकी टाटा मैजिक रोककर चाबी निकाल ली और गाली-गलौज करने लगे। विरोध करने पर उन लोगों ने लाठी-डंडे से विक्की को बुरी तरह पीटा, जिससे उसका सिर फूट गया और हाथ टूट गया।
दूसरे पक्ष ने लगाया मारपीट और हमले का आरोप
वहीं, दूसरे पक्ष के सोमनाथ बेलदार निवासी जंगल अयोध्या प्रसाद टोला भक्तियहवा का कहना है कि मिथिलेश मौर्य के घर के सामने बाइक खड़ी थी। बाइक को साइड में करने के लिए कहने पर विक्की और सुरेश उन्हें गाली देने लगे। जब उन्होंने इसका विरोध किया, तो विक्की और सुरेश ने गाड़ी से रॉड निकालकर संदीप और दिलीप पर हमला कर दिया। इस बीच, विक्की ने फोन कर गांव के सचिन, सुशील, विनय, आकाश, रोमी, राहुल, जयकी, प्रवीण, गब्बर, बबलू, गणेश, सोनू, पप्पू, पंचदेव समेत करीब 50 लोगों को मौके पर बुला लिया। इस हमले में दिलीप गंभीर रूप से घायल होकर बेहोश हो गया, जबकि सोनू, सोमनाथ और संदीप को भी चोटें आईं।
22 नामजद और 50 से अधिक अज्ञात लोगों पर केस दर्ज
इस मामले में गुलरिहा थाना पुलिस ने दोनों पक्षों की तहरीर पर कुल 22 नामजद और 50 से अधिक अज्ञात लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। थाना प्रभारी विजय कुमार सिंह ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि घायलों को इलाज के लिए भेज दिया गया है और गांव में किसी भी तरह के तनाव को रोकने तथा शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दी गई है। मामले की जांच जारी है और दोषियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।


