डीडीयू गोरखपुर विश्वविद्यालय ने शोध और रैंकिंग में हासिल की अभूतपूर्व उपलब्धियां
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Gorakhpur: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय (DDUGU) ने शोध और अकादमिक उत्कृष्टता के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है. विश्वविद्यालय ने न केवल अपने शोध प्रकाशनों में वृद्धि दर्ज की है, बल्कि कई प्रतिष्ठित रैंकिंग में भी अपना स्थान मजबूत किया है. डीडीयूजीयू के लिए एक बड़ी उपलब्धि प्रसिद्ध ‘नेचर इंडेक्स’ रैंकिंग में शामिल होना है. 1 नवंबर 2023 से 31 अक्टूबर 2024 की अवधि के लिए, गोरखपुर विश्वविद्यालय ने भारत के शीर्ष 100 उच्च शिक्षण संस्थानों में स्थान प्राप्त किया है. इस रैंकिंग में विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश के राज्य विश्वविद्यालयों में पहले स्थान पर है.
शोध प्रकाशनों में जबरदस्त वृद्धि
DDUGU में शोध संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए किए गए प्रयासों के परिणामस्वरूप शोध प्रकाशनों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. 2020 में जहां 98 स्कोपस-सूचीबद्ध शोध पत्र प्रकाशित हुए थे, वहीं 2023-2024 में यह संख्या बढ़कर 450 से अधिक हो गई है.
पेटेंट और कॉपीराइट में भी बढ़ोतरी
विश्वविद्यालय ने पिछले शैक्षणिक सत्र में 40 से अधिक पेटेंट फाइल किए हैं और आगामी महीनों में 50 अतिरिक्त पेटेंट एवं कॉपीराइट फाइल करने की योजना बना रहा है. इससे नवाचार और बौद्धिक संपदा विकास के प्रति DDUGU की प्रतिबद्धता का पता चलता है.
MERU योजना से मिले 100 करोड़ रुपये
शोध क्षमताओं को और मजबूत बनाने के लिए, DDUGU ने MERU (मल्टीडिसिप्लिनरी एजुकेशन एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी) योजना के तहत ₹100 करोड़ का अनुदान प्राप्त किया है. इससे विश्वविद्यालय के शोध बुनियादी ढांचे और शिक्षण सुविधाओं को बेहतर बनाया जाएगा.
कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने DDUGU की इन उपलब्धियों पर गर्व व्यक्त करते हुए माननीया कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल के प्रति अपनी गहरी कृतज्ञता प्रकट की.