गोरखपुर: बिजली निगम के दो कार्यकारी सहायकों को कार्य में गंभीर लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। मुख्य अभियंता आशुतोष श्रीवास्तव ने यह सख्त कार्रवाई की है। निलंबित किए गए दोनों सहायक अधिकारियों द्वारा जरूरी सूचनाएं मांगे जाने के बावजूद उसे देने में अनावश्यक विलंब कर रहे थे, जिसके चलते यह फैसला लिया गया। यह कार्रवाई उन कर्मचारियों के लिए एक चेतावनी है जो उपभोक्ताओं की समस्याओं के निराकरण और विभागीय कार्यों को प्राथमिकता नहीं देते हैं।
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क्यों हुआ निलंबन? मुख्य अभियंता ने बताई वजह
मुख्य अभियंता आशुतोष श्रीवास्तव ने तत्काल प्रभाव से विद्युत वितरण मंडल प्रथम के राहुल गौड़ और विद्युत वितरण मंडल द्वितीय के पवन कुमार यादव को निलंबित करने का आदेश जारी किया है। निलंबन का मुख्य कारण सरकारी कार्यों में लापरवाही और जानबूझकर देरी करना बताया गया है। अधिकारियों के अनुसार, दोनों कार्यकारी सहायक आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराने के लिए कई दिनों का समय लेते थे, जिससे विभागीय कार्यों में बाधा आ रही थी। मुख्य अभियंता ने स्पष्ट किया कि लापरवाही को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और यह कार्रवाई उसी का हिस्सा है।
कार्रवाई से निगम कर्मचारियों में हड़कंप की स्थिति
इस निलंबन की कार्रवाई से बिजली निगम के कार्यालयों में हड़कंप की स्थिति है। मुख्य अभियंता आशुतोष श्रीवास्तव ने सभी कर्मचारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि वे समय से कार्यालय पहुंचना सुनिश्चित करें। उन्होंने जोर देकर कहा कि बिजली निगम के सामान्य कार्यों के साथ-साथ उपभोक्ताओं से जुड़ी समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर और समयबद्ध तरीके से निराकरण करना हर कर्मचारी की जिम्मेदारी है। इस तरह के कदम से निगम में कार्य संस्कृति और जवाबदेही को मजबूत करने का प्रयास किया जा रहा है ताकि उपभोक्ताओं को बेहतर सेवा मिल सके।


