बतकही बात-बेबात

फेर में पड़ गए ध्यानी जी!

गो गोरखपुर बतकही

ध्यानी जी धार्मिक यात्रा पर थे. ठगी के शिकार हो गए. बात बहुत छोटी है लेकिन है पिंच करने वाली. ध्यानी जी आस्थावादी हैं. उन्हें लगता है कि धर्म से समाज सुधर सकता है. वह हाल ही में वह एक देवी मंदिर गए. देवी मंदिर जंगल के बीच स्थित है. सैकड़ो साल पुराना है. बगल से नदी बहती है. कथा है कि कभी यहां चरवाहे  पशुओं को चराने आया करते थे. उन्हें देवी के दर्शन हुए. इस स्थल की बड़ी मान्यता है.

परेशान हाल मध्यवर्गीय जन अपनी मानसिक, भौतिक समस्याएं लेकर आते हैं. कष्ट दूर करने की प्रार्थनाएं करते हैं. मनोवांछित फल पाने के संकल्प लेते हैं. उनके पूरा हो जाने पर पुंनः दर्शन करने की अभिलाषा करते हैं.मानवीय संवेदना और आस्था के इसी जंगल में बाजार ने अपना डेरा डाल लिया है. फूल, प्रसाद, चढ़ावे, जलपान के कारोबार ने गहरी जगह बना ली है.

ध्यानी जी दर्शन को पहुंचे. दिन मंगलवार था. पूजन सामग्री खरीदी. प्रसाद लिया. चरण पादुका के गायब होने की चिंता भी थी. दुकानदार के वहां सुरक्षित किया. दर्शन की लाइन में लग गए. विधिवत पूजा की. देवी दर्शन किया. लिखा हुआ था – ‘कपूर अगरबत्ती मंदिर के अंदर जलाना वर्जित है.’

अतः निश्चित स्थान पर पहुंचे. हवा थोड़ी तेज गति थी. अगरबत्तियां जलानी चाही. तीली पर तीली जलाते रहे. मैचबॉक्स की आधी तीलियां जला डालीं पर मुई अगरबत्ती ने आग न पकड़ी. चिंतित मन पूजा स्थल से बाहर आ गए. उस दुकान पर जा पहुंचे जहां से पूजन सामग्री क्रय की थी. शिकायत की. उत्तर मिला “सब तो ले गए पर शिकायत किसी ने नहीं की”.

ध्यानी जी इस ठगी से हतप्रभ  हैं. आस्था के इस परिसर में उनके पास सवाल दर सवाल हैं. वे सोचते हैं कि यहां बिकने वाली पूजन सामग्री, खाद्य पदार्थ आदि के लिए क्वालिटी कंट्रोल व्यवस्था नहीं हो सकती? कोई इनकी जांच क्यों नहीं करता?  अगर कोई जांच करता भी हो तो उसका परिणाम क्या होता होगा? क्या कोई दंडित भी हुआ? आखिर आस्था के नाम पर लोग कब तक ठगी के शिकार होते रहेंगे ?

प्रश्नों के जाल में उलझे ध्यानी जी ने चाय की चुस्कियां लेने की सोची. दुकान पर पहुंचे. चाय आती इसी बीच उनकी नजर अखबार पर पड़ी. खबर छपी थी – “मथुरा में कुट्टू के पकवान खाकर 90 लोग बीमार”. दुकान पर लिखा था “हम सुधरेंगे जग सुधरेगा”. ध्यानी जी चिंतित हैं, हम तो सुधर गए लेकिन जग कब सुधरेगा.



  • बृहस्पतिवार को जनता दर्शन कार्यक्रम में लोगों की समस्याएं सुनते सीएम योगी आदित्यनाथ!

    इलाज के लिए एस्टिमेट मंगा लें, सरकार करेगी मददः मुख्यमंत्री

  • अर्थव्य’25: रोमांचक प्रतिस्पर्धाओं के साथ हुआ समापन

    अर्थव्य’25: रोमांचक प्रतिस्पर्धाओं के साथ हुआ समापन

  • वायरल हेपेटाइटिस के उन्मूलन पर एम्स में तीन दिन चला मंथन

    वायरल हेपेटाइटिस के उन्मूलन पर एम्स में तीन दिन चला मंथन

  • डीडीयू

    5 अप्रैल से शुरू होंगी डीडीयू की वार्षिक परीक्षाएं, 15 से सेमेस्टर एग्जाम

  • सीएम योगी आदित्यनाथ

    पाताल से भी खोज लाएंगे अंसल ग्रुप के दोषियों को: योगी

  • यूपी बोर्ड परीक्षा

    यूपी के इस जिले में नकल पर सख्ती ने अकल लगा दी ठिकाने

  • विरासत गलियारा योजना गोरखपुर सिटी

    विरासत गलियारे की राह रोक रहे 150 लोग, अब सख्त कदम की तैयारी

  • गो गोरखपुर न्यूज़

    विधवा पेंशन बनवाने के नाम पर खाते से 77 हजार उड़ाए

  • गो गोरखपुर न्यूज़

    इजराइल भेजने के नाम पर पूर्व ग्राम प्रधान ने की ठगी, फरार

  • गोरखपुर के पिपराइच में रोहिंग्या का सच क्या है?

    झोपड़ियां हुईं खाली-रोहिंग्या फरार, पुलिस को नहीं मिला कोई ‘आधार’

  • गोरखपुर-बस्ती मंडल के 2500 युवाओं को मिलेगा 125 करोड़ रुपये का ब्याजमुक्त ऋण, जानें क्या है योजना

    गोरखपुर-बस्ती मंडल के 2500 युवाओं को मिलेगा 125 करोड़ रुपये का ब्याजमुक्त ऋण, जानें क्या है योजना

  • बैक टू पवेलियन और डॉलर डिस्कशन से परखा छात्रों का कौशल

    बैक टू पवेलियन और डॉलर डिस्कशन से परखा छात्रों का कौशल

  • युवा उद्यमी विकास, पीएम सूर्यघर और माटीकला योजनाओं से रूबरू हुए ग्रामीण

    युवा उद्यमी विकास, पीएम सूर्यघर और माटीकला योजनाओं से रूबरू हुए ग्रामीण

  • महराजगंज न्यूज़

    महराजगंज में बड़ा सड़क हादसा: बोर्ड परीक्षा देने जा रही तीन छात्राओं की मौत, 11 घायल

  • बसपा सुप्रीमो मायावती. फोटो—सोशल मीडिया

    बुआ-भतीजे के रिश्ते में किसने किया खेल, आकाश से जमीन पर आ गए आनंद

Jagdish Lal

About Author

हिंदी पत्रकारिता से करीब चार दशकों तक सक्रिय जुड़ाव. संप्रति: लेखन, पठन-पाठन.

महाकुंभ 2025: कुछ अनजाने तथ्य… महाकुंभ 2025: कहानी कुंभ मेले की… गोरखपुर सिटी: टॉप टेन