गोरखपुर: स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार की संयुक्त सचिव (पीएमएसएसवाई) श्रीमती अंकिता मिश्रा बुंदेला, आईएएस ने 14 नवम्बर 2025 को एम्स गोरखपुर का दौरा किया। इस दौरे का मुख्य उद्देश्य संस्थान में शैक्षणिक, अनुसंधान और स्वास्थ्य सेवाओं की प्रगति की समीक्षा करना था। उन्होंने संस्थान के सभी वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर शोध गतिविधियों को बढ़ाने, छात्रों को नवाचार के प्रति प्रेरित करने और सुपर स्पेशलिटी सेवाओं के विस्तार में तेज़ी लाने पर विशेष बल दिया। श्रीमती बुंदेला ने एम्स जैसे संस्थानों को ‘राष्ट्रीय महत्व के संस्थान’ बताते हुए कहा कि उन्हें जनता और सरकार दोनों की अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिए लगातार प्रयास करना चाहिए।
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कैंसर रोगियों के लिए डे केयर यूनिट का उद्घाटन
अपने दौरे के दौरान, संयुक्त सचिव ने कैंसर रोगियों के लिए नव-विकसित डे केयर कीमोथेरेपी यूनिट का उद्घाटन किया। उद्घाटन के बाद उन्होंने यूनिट में भर्ती मरीजों से संवाद किया और टीम द्वारा प्रदान की जा रही गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाओं की सराहना की। इस यूनिट के शुरू होने से कैंसर रोगियों को अब कीमोथेरेपी के लिए लम्बे समय तक अस्पताल में रुकने की आवश्यकता नहीं होगी, जिससे पूर्वी उत्तर प्रदेश और आस-पास के क्षेत्रों के रोगियों को बड़ी राहत मिलेगी।

बच्चों के लिए ‘पंख’ प्ले नुक की शुरुआत
बाल दिवस के मौके पर, श्रीमती बुंदेला ने ‘पंख’ नामक एक विशेष प्ले एंड एक्टिविटी नुक का भी उद्घाटन किया। यह विशेष स्थान अस्पताल में भर्ती बच्चों को स्वस्थ होने की प्रक्रिया के दौरान उत्साह और आत्मविश्वास प्रदान करने के उद्देश्य से विकसित किया गया है। उन्होंने बाल वार्ड में भर्ती बच्चों से मुलाकात की और उन्हें उपहार भी वितरित किए। इस पहल से बच्चों के स्वास्थ्य लाभ के लिए एक सकारात्मक और मनोरंजक वातावरण तैयार करने पर जोर दिया गया है।
छात्रों के लिए शोध और नवाचार पर बल
दौरे में श्रीमती बुंदेला ने एमबीबीएस छात्राओं के छात्रावास का निरीक्षण किया और विद्यार्थियों से सीधी बातचीत की। उन्होंने संकाय सदस्यों और छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि स्नातक स्तर के छात्रों को शुरुआती चरण से ही शोध गतिविधियों से जोड़ना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने विज्ञान आधारित सोच और साक्ष्यपरक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए छात्रों को नवाचार के प्रति प्रेरित करने पर विशेष जोर दिया। यह निर्देश एम्स गोरखपुर में शिक्षा की गुणवत्ता और अनुसंधान के माहौल को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

