वाहन चेकिंग के दौरान बेनीगंज चौकी प्रभारी आलोक सिंह ने पकड़ा था पैसा, एनकाउंटर की धमकी देकर दरोगा ने मौके से युवक को भगाया था
Gorakhpur: मशहूर कथाकार प्रेमचंद की कहानी ‘नमक का दारोगा’ तो आपने पढ़ी ही होगी. नमक का दारोगा अपने नैतिक मूल्यों से समझौता नहीं करता. लेकिन वक्त के साथ अब ‘दारोगा’ नैतिक मूल्यों वाले नहीं, बल्कि सौदागर हो गए हैं. इसकी तस्दीक करने वाली एक और घटना गोरखपुर में घटी. पिछले दिनों शहर के कोतवाली इलाके में वाहन चेकिंग के दौरान दारोगा आलोक सिंह ने हवाला के एक धंधेबाज से 50 लाख रुपये हजम कर लिए थे. इस मामले में एसपी सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि दरोगा के पास से 44 लाख रुपए बरामद होने के बाद मंगलवार को आरोपी दारोगा आलोक सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया.
चर्चाओं में सामने आया है कि शाहमारूफ में दुकान चलाने वाला एक व्यापारी हवाला का धंधा करता है. उसके तार नेपाल से होते हुए दूसरे देशों तक जुड़े हैं. बीते दिनों वह नेपाल बार्डर पर किसी को 85 लाख रुपए देने के लिए निकला था. इस दौरान बेनीगंज पुलिस को अपने एक मुखबिर से सूचना मिली कि गाड़ी से 85 लाख रुपये लाख रुपये लाए जा रहेे हैं. इस सूचना पर बेनीगंज चौकी प्रभारी आलोक सिंह ने चेकिंग की. उन्होंने कार से 85 लाख रुपये बरामद भी कर लिया. लेकिन, उन्होंने इसकी सूचना न तो अपने थानेदार को दी और न ही किसी अन्य अफसर को. आलोक सिंह ने 50 लाख रुपये की हेराफेरी कर ली. इतनी बड़ी रकम बरामद होने की जानकारी अफसरों तक को नहीं दी.
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आरोप है कि आलोक सिंह ने 85 लाख रुपये में से 50 लाख रुपये रख लिए और उस हवाला कारोबारी को एनकाउंटर की धमकी देते हुए 35 लाख रुपये लौटा दिए. उसे धमकी देकर मौके से भगा दिया. एसएसपी ने मामले की जांच एसपी सिटी को सौंपी. एसपी सिटी की टीम ने दरोगा आलोक सिंह और उसके एक साथी के पास से 44 लाख रुपए बरामद कर लिया. अभी तक यह पता नहीं चल सका है कि शेष छह लाख रुपए किसके पास हैं. दरोगा आलोक सिंह के खिलाफ कोतवाली थाने में गबन और भ्रष्टाचार का केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है.
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