Career after 10th: सीबीएसई हाईस्कूल और बारहवीं के हाल में ही घोषित हुए नतीजों में शहर के बच्चों ने बेहतरीन अंक लाकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया. सीबीएसई बोर्ड से संबद्ध स्कूलों के परीक्षा परिणाम इस वर्ष भी उम्मीद से कहीं बेहतर रहे हैं. 90 प्रतिशत से ज्यादा अंकों के साथ परीक्षा पास करने वाले स्टूडेंट्स की संख्या साल दर साल बढ़ती ही जा रही है. इसी के साथ आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं को लेकर बच्चे कम उम्र में ही सीरियस होकर पढ़ाई करने लगे हैं.
सिविल एग्जाम्स के लिए अभी से प्रेपरेशन कर रहे श्रेयस
जीएन नेशनल पब्लिक स्कूल से टेंथ की परीक्षा 96.2 परसेंट के साथ पास करने वाले श्रेयस श्रीवास्तव शुरू से ही मेधावी छात्र रहे हैं. परीक्षा में इतने ज्यादा नंबर आएंगे इसे लेकर श्रेयस पहले से आश्वस्त थे. श्रेयस ने बातचीत में बताया कि उन्होंने बोर्ड परीक्षा के लिए कोई अलग से तैयारी नहीं की. वह हर रोज हर सब्जेक्ट को टच करते हैं. इससे एग्जाम के टाइम में उन्हें एग्जाब फोबिया जैसा कुछ नहीं हुआ. श्रेयस ने सिविल्स के लिए अभी से तैयारी शुरू कर दी है. उन्होंने मोमेंटम ज्वाइन किया है और सिविल प्रेपरेशन के लिए अभी से अपने को तैयार करने में लगे हैं. श्रेयस के ग्रैंड फादर हरिश्चंद्र श्रीवास्तव, फादर शैलेंद्र श्रीवास्तव और अंकल अरुणेंद्र श्रीवास्तव सभी वेल विशर्स ने श्रेयस के ढेर सारी शुभकामनाएं दी हैं.
जेईई के लिए प्रेपरेशन कर रहे अंश
अंश ने शहर के मेट्रोपॉलिटन स्कूल से इस वर्ष टेंथ की परीक्षा 90 परसेंट माक्र्स के साथ पास की है. अंश शुरू से ही पढ़ाई में अच्छे रहे हैं. टेंथ पास करने के साथ ही जेईई के लिए प्रेपरेशन शुरू कर दी है. अंश की मदर ने बातचीत में बताया कि जेईई की तैयारी के लिए अंश ने गर्मी की छुट्टियों में ही कोचिंग ज्वाइन कर लिया है. अंश सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहते हैं. अंश सेल्फ स्टडी को बेस्ट मानते हैं. उनका कहना है कि कोचिंग से डाउट क्लीयरेंस में मदद मिलती है.
टेंथ पास करते ही सीए के लिए तैयारी
पिछले साल टेंथ की परीक्षा 90 परसेंट माक्र्स के साथ पास करने वाले मृदुल सीए बनना चाहते हैं. कॉमर्स स्ट्रीम से पढ़ाई कर रहे मृदुल सीए फाउंडेशन के लिए दसवीं पास करने के साथ ही प्रेपरेशन शुरू कर दी. मृदुल कहते हैं कि किसी भी एग्जाम में अच्छे माक्र्स के लिए डेली पढ़ाई मैटर करती है. सब्जेक्ट्स पर ग्रिप के लिए रोज पढ़ना और डाउट क्लीयरेंस जरूरी है.