New Gorakhpur: गोरखपुर विकास प्राधिकरण ने 16000 एकड़ में नया गोरखपुर (new gorakhpur) विकसित करने के लिए समझौते के आधार पर जमीन हासिल की कवायद एक बार फिर शुरू कर दी है. बुधवार को बालापार (balapar) गांव में किसानों के साथ बैठक में प्राधिकरण के अधिकारियों को बड़ी सफलता मिली. कई किसान सर्किल रेट 85 लाख प्रति हेक्टेयर से चार गुनी दर 3.40 करोड़ रुपये प्रति हेक्टेयर पर भूमि विक्रय पर राजी हुए. वहीं चार किसानों ने 2.50 हेक्टेयर जमीन के विक्रय के लिए सहमति पत्र भी भर दिया.
प्राधिकरण के प्रभारी मुख्य अभियंता किशन सिंह ने मीडिया को बताया कि बालापार में कुल 62.17 हेक्टेयर भूमि क्रय किया जाना है. इस गांव के 11 किसानों ने सहमति पत्र भरकर 05 हेक्टेयर जमीन विक्रय करने की सहमति दी थी. बुधवार को हुई बैठक में चार किसानों ने सहमति पत्र भरा है, इसे मिला कर अब तक 15 सहमति पत्र भरे गए हैं. बालापार गांव में कुल 7.50 हेक्टेयर भूमि विक्रय करने की सहमति किसानों से मिल चुकी है. दूसरी ओर अनिवार्य अधिग्रहण की भी प्रक्रिया शुरू कर दी है, ताकि समझौते पर अगर बात नहीं बनी तो अनिवार्य अधिग्रहण कर जमीन प्राप्त की जा सके.
गोरखपुर विकास प्राधिकरण ने कुशीनगर रोड के तीन गांव माड़ापार, कोनी, तकिया मेदनीपुर की कुल 251.819 हेक्टेयर जमीन के लिए भी अधिशासी अभियंता नरेंद्र कुमार की अगुवाई में एवं पिपराइव रोड के चार गांव मानीराम, रहमत नगर, सोनबरसा और बालापार की कुल 158.377 हेक्टेयर जमीन प्राप्त करने के लिए प्रभारी मुख्य अभियंता किशन सिंह के नेतृत्व में आठ आठ सदस्यीय टीम गठित की गई है. दोनों टीमों को प्राधिकरण उपाध्यक्ष आनंद वर्द्धन ने निर्देशित किया है कि वे संबंधित गांवों में किसानों के साथ बैठक करें. उन्हें सर्किल रेट से चार गुणा अधिक दाम तक पर जमीन देने के लिए राजी करें.
जीडीए वीसी आनंद वर्द्धन ने मीडिया को बताया कि नया गोरखपुर विकसित करना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (cm yogi dream project) की प्राथमिकता में है. इसके लिए पिपराइच रोड पर चार गांव और कुशीनगर रोड पर के तीन गांव से करीब 400 हेक्टेयर भूमि समझौते के आधार पर किसानों से ली जानी है. किसानों को सर्किल रेट से चार गुना अधिक तक पर देने के लिए प्राधिकरण तैयार है. समझौता वार्ता के क्रम में पहले दिन बालापार के चार काश्तकारों ने जहां विक्रय सहमति पत्र भरा है और कई काश्तकारों ने इसकी मौखिक सहमति दी है. इससे अब उम्मीद है कि यह सिलसिला आगे भी सफलतापूर्वक जारी रहेगा.