गोरखपुर: पिपराइच रोड पर फोरलेन निर्माण के बीच जंगल धूसड़ पुलिस चौकी को स्थानांतरित करने के प्रस्ताव का स्थानीय नागरिकों ने कड़ा विरोध शुरू कर दिया है। लोग इस चौकी को विकास भारती चौराहे के बजाय पोखरा मंदिर की खाली जमीन पर शिफ्ट करने की मांग कर रहे हैं, ताकि क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ बनी रहे।
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महुआ चाफी हत्याकांड के बाद सुरक्षा पर सवाल
मंझरिया में शनिवार को आयोजित स्थानीय नागरिकों की बैठक में वक्ताओं ने कानून-व्यवस्था पर गंभीर चिंता व्यक्त की। स्थानीय निवासी और वरिष्ठ पत्रकार उपेंद्र पांडेय ने कहा कि कुछ माह पूर्व ही महुआ चाफी में पशु तस्करों द्वारा दीपक गुप्ता नामक युवक की निर्मम हत्या कर दी गई थी। इस घटना के बाद से क्षेत्र में पहले ही असुरक्षा का भय व्याप्त है।
पिपराइच थाने से 12 किमी की दूरी बनी बड़ी बाधा
उपस्थित स्थानीय नागरिकों ने चिंता व्यक्त की कि पिपराइच थाना क्षेत्र से लगभग 12 किलोमीटर दूर है, जिससे पुलिस का मूवमेंट यहां कम रहता है। वर्तमान में भट्ठा चौराहा के पास दर्जनों शिक्षण संस्थान और नई कॉलोनियां बस चुकी हैं। नागरिकों के अनुसार, चौकी को 4 किमी दूर ले जाना किसी बड़े संकट को निमंत्रण देने जैसा होगा।
एसएसपी और एडीजी को पत्रक सौंपेगा प्रतिनिधिमंडल
स्थानीय निवासियों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया है कि एक प्रतिनिधिमंडल शीघ्र ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और अपर पुलिस महानिदेशक से मुलाकात कर उन्हें वस्तुस्थिति से अवगत कराएगा। बैठक में भरत सिंह, डॉ. कन्हैया सिंह और रमेश कुशवाहा सहित अन्य गणमान्य लोगों ने पोखरा मंदिर के पास ग्राम समाज की जमीन पर ही चौकी बनाने की मांग की।


