गोरखपुर: शहर के बीचोबीच मौजूद दो जलाशयों को लेकर नगर निगम ने एक आकर्षक योजना तैयार की है। निगम बशारतपुर स्थित खरैया पोखरा और आजाद नगर स्थित भरवलिया पोखरा का जल्द ही कायाकल्प कराने जा रहा है। इन दोनों पोखरों के सुंदरीकरण के लिए ‘अमृत 2.0 योजना’ के तहत करीब आठ करोड़ रुपये की लागत वाली एक महत्वाकांक्षी परियोजना तैयार की गई है। इस योजना की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) आवश्यक स्वीकृति के लिए शासन को भेज दी गई है। सरकारी मंजूरी मिलते ही, निगम निर्माण कार्यों के लिए निविदा (टेंडर) प्रक्रिया शुरू कर देगा।
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खरैया पोखरा पर ₹4.73 करोड़, भरवलिया पर ₹3.28 करोड़ होंगे खर्च
नगर निगम की इस प्रस्तावित योजना में खरैया पोखरा (बशारतपुर) के सौंदर्याकरण पर 4.73 करोड़ रुपये और भरवलिया पोखरा (आजाद नगर) पर 3.28 करोड़ रुपये का बजट खर्च किया जाएगा। अपर नगर आयुक्त दुर्गेश मिश्रा ने बताया कि इस परियोजना का मुख्य लक्ष्य इन प्राकृतिक जल स्रोतों की मूल संरचना को संरक्षित करना है और साथ ही उन्हें आधुनिक जनसुविधाओं से युक्त एक आकर्षक मनोरंजन केंद्र के रूप में विकसित करना है।
वॉकिंग ट्रैक और अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी उपलब्ध
सुंदरीकरण योजना के तहत, इन पोखरों के जलभराव को संतुलित बनाए रखने के लिए वैज्ञानिक तरीकों से इनकी सफाई और संरक्षण का कार्य होगा। इसके अलावा, तालाबों की गहराई बढ़ाई जाएगी और उनके किनारों की मरम्मत की जाएगी। स्थानीय निवासियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए, पोखरों की परिधि के चारों ओर एक आधुनिक वॉकिंग ट्रैक (टहलने का रास्ता) बनाया जाएगा, ताकि लोग स्वच्छ वातावरण में सैर कर सकें। इन स्थलों को और आकर्षक बनाने के लिए सोलर लाइटिंग, आरामदायक बेंचें और बच्चों के मनोरंजन के लिए आधुनिक झूले भी स्थापित किए जाएंगे।
पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक मेलजोल का केंद्र
इस परियोजना का उद्देश्य इन तालाबों को केवल पर्यावरण संरक्षण के केंद्र के रूप में ही नहीं, बल्कि जनसुविधा और सामाजिक मेलजोल के प्रमुख स्थल के रूप में विकसित करना है। परियोजना पूरी होने के बाद, ये दोनों पोखरे शहर के आकर्षण का नया केंद्र बनेंगे। नगर निगम को उम्मीद है कि शासन से जल्द ही स्वीकृति मिल जाएगी, जिसके बाद निर्माण कार्य शुरू करने के लिए जल्द ही निविदाएं जारी की जाएंगी।


