गोरखपुर: बुद्धा इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, गीडा गोरखपुर में आयोजित बुद्धा शरद महोत्सव का शुभारंभ एक भव्य समारोह में किया गया। महोत्सव के पहले दिन ‘टेक युवा कार्यक्रम’ के तहत बुद्धा ग्रुप के सभी संस्थानों के छात्रों ने तकनीकी नवाचार का प्रदर्शन किया। छात्रों द्वारा 1017 प्रतिकृति एवं मॉडल तैयार किए गए, जिनकी प्रदर्शनी लगाई गई और विशेषज्ञ अतिथियों के समक्ष उनका प्रस्तुतिकरण किया गया।
गणमान्यों की उपस्थिति में हुआ उद्घाटन
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि डॉ. प्रांजल चंन्द्रा (विभागाध्यक्ष बायोकेमिकल, आई.आई.टी. बी.एच.यू.ए सलाहकार आई.ई.टी. लन्दन एवं भारत सरकार द्वारा पुरस्कृत) और विशिष्ट अतिथि महीप सिंह (प्रमुख इन्नोवेशन हब, डॉ. अब्दुल कलाम टेक्निकल विश्वविद्यालय, लखनऊ) ने संस्थान के सचिव डॉ. रजत अग्रवाल के साथ मिलकर किया। इस दौरान संस्थान के निदेषक (प्रषासन) दीपक अग्रवाल, निदेषक एच.आर. संतोष त्रिपाठी, निदेषक बी.आई.टी. डा. रुप रंजन, निदेषक फार्मेसी डा. आषीष सिंह, निदेषक मैनेजमेंट डा. अभिषेक त्रिपाठी, निदेषक डिप्लोमा अभिनव श्रीवास्तव, ई. अंकुर कुमार, सी.टी.ओ विजय कुमार श्रीवास्वत, अनिल चैधरी, प्रो. अवधेष तिवारी, मो. एहराज सिद्धीकी सहित सभी सहयोगियों का विशेष योगदान रहा।
विज्ञापन
जनमानस की बचत के लिए तैयार किए गए मॉडल
बुद्धा शरद महोत्सव गीडा गोरखपुर के तहत छात्रों ने इंजीनियरिंग, फार्मेसी, पॉलिटेक्निक, प्रबंधन, पैरामेडिकल, होटल मैनेजमेंट सहित विभिन्न पाठ्यक्रमों से संबंधित आधुनिक एवं नवीनतम तकनीकी से युक्त मॉडल तैयार किए। इन मॉडलों की प्रस्तुति के पीछे मुख्य उद्देश्य भविष्य में जनमानस को समय एवं धन की बचत होने में सहायता करना है।
मुख्य अतिथि ने छात्रों को किया प्रेरित
मुख्य अतिथि डॉ. प्रांजल चंन्द्रा ने अपने संबोधन में कहा कि “आवश्यकता आविष्कार की जननी है। हमें छात्र जीवन से ही नवीन आविष्कार के प्रति अपनी परिकल्पना सदैव बनानी चाहिए। जब तक आप बेहतर सोचेंगे नहीं, तब तक आप बेहतर करेंगे नहीं।” विशिष्ट अतिथि महीप सिंह ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम निःसंदेह छात्रों को और बेहतर करने के लिए प्रेरित करते हैं।
उचित मार्गदर्शन की आवश्यकता पर बल
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए संस्थान के सचिव डॉ. रजत अग्रवाल जी ने छात्रों की असीमित क्षमता को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि छात्रों में असीमित क्षमता है, अपितु उन्हें संवारने व उचित मार्गदर्शन प्रदान करने की आवश्यकता होती है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यही बच्चे आगे चलकर डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम, कल्पना चावला, जगदीश बसु जैसे महान वैज्ञानिक बनेंगे और भारत देश का नाम रोशन करेंगे। कार्यक्रम में संस्थान के प्रशासन सहित कॉलेज के सभी शिक्षक, कर्मचारी, मीडियाकर्मी और छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।