गोरखपुर: रामजानकी मार्ग स्थित गोला के नुआंव गांव के पास सोमवार की देर रात एक भीषण सड़क हादसे में एक बाइक सवार भरत पासवान की मौत हो गई, जबकि दूसरा बाइक सवार गंभीर रूप से चोटिल हो गया। एक अज्ञात ट्रेलर ने सामने से आकर दो बाइकों को टक्कर मार दी। आस-पास मौजूद लोगों ने आनन-फानन में घायलों को सीएचसी गोला पहुँचाया, जहाँ प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जिला अस्पताल ले जाते समय गंभीर रूप से चोटिल एक बाइक सवार की रास्ते में ही मौत हो गई।
देर रात हुआ हादसा, ट्रेलर ने दो बाइक सवारों को मारी टक्कर
यह दुर्घटना सोमवार रात तकरीबन 8 बजे घटी। शिवपुर निवासी भरत पासवान (30) पुत्र दयाशंकर अपनी बाइक से गोला चौराहे की ओर जा रहे थे। जब वह नुआंव गांव के पास पहुँचे, तभी गोला से बड़हलगंज की ओर जा रही एक अज्ञात ट्रेलर अचानक सामने आ गया और उनकी बाइक को टक्कर मार दी। इसी दौरान बड़हलगंज थाना क्षेत्र के मऊ बुजुर्ग निवासी रामनगीना यादव (42) भी अपनी बाइक से गोला जा रहे थे। अनियंत्रित ट्रेलर ने रामनगीना की बाइक को भी टक्कर मार दी। दोनों बाइक सवार इस टक्कर में गंभीर रूप से घायल हो गए।
सीएचसी से जिला अस्पताल रेफर के दौरान भरत पासवान की मौत
दुर्घटना के तुरंत बाद आसपास के लोगों ने दोनों घायलों को इलाज के लिए सीएचसी गोला पहुँचाया। सीएचसी पर चिकित्सकों ने दोनों को प्राथमिक उपचार दिया, लेकिन गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें तुरंत जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। दुर्भाग्यवश, जिला अस्पताल ले जाते समय भरत पासवान की रास्ते में ही मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं, दूसरे घायल रामनगीना यादव का इलाज अभी चल रहा है।
चार दिन पहले बेंगलुरु से लौटा था मृतक भरत, हेलमेट होता तो बच सकती थी जान
मृतक भरत पासवान के निधन की सूचना मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। भरत सात भाईयों में तीसरे नंबर पर थे और वह बेंगलुरु में पेंटिंग का कार्य करते थे। वह केवल चार दिन पहले ही बेंगलुरु से घर लौटे थे। उनकी शादी ढाई वर्ष पहले हुई थी और उनका डेढ़ वर्ष का एक छोटा लड़का भी है। उनके पिता एक निजी विद्यालय की बस चलाते हैं।
इस घटना के संबंध में मौजूद लोगों ने बताया कि दोनों बाइक सवारों में से रामनगीना यादव ने हेलमेट पहन रखा था, जबकि भरत ने हेलमेट नहीं पहना था। लोगों का मानना है कि अगर भरत ने भी हेलमेट पहना होता तो शायद उनकी जान बच सकती थी।